सिद्धार्थनगर में 172 प्रतिशत बढ़ी हादसों में मौत, मेरठ में 19 प्रतिशत घटी
Meerut News - प्रदेश में जनवरी और फरवरी 2025 में सड़क हादसों में 4372 लोगों की मौत हुई, जो पिछले साल 3444 थी। हादसों में 26% की वृद्धि देखी गई है। वेस्ट यूपी के कुछ जिलों में मौत का आंकड़ा बढ़ा है, जबकि मेरठ में...

प्रदेशभर में वर्ष 2025 में जनवरी और फरवरी माह में हुए हादसे और इनमें हुई मौत का आंकड़ा सामने आया है। पिछले साल यानी वर्ष 2024 के मुकाबले सिद्धार्थनगर भदोही और मिर्जापुर समेत वेस्ट यूपी के बागपत और सहारनपुर में सड़क हादसों में मौत का प्रतिशत बढ़ गया है। वहीं मेरठ में हादसों में मौत में कमी आई है। प्रदेशभर में नौ जिलों में बेहतर प्रदर्शन किया है और हादसों में होने वाली मौत में कमी लाई गई है। वहीं, प्रदेशभर में वर्ष 2024 में जनवरी-फरवरी माह में 6310 हादसे हुए थे, जिसमें 3444 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, इस साल यानी वर्ष 2025 के जनवरी और फरवरी माह में प्रदेशभर में 7977 हुए, जिसमें 4372 लोगों की जान गई है।
ऐसे में प्रदेशभर में हादसों और इनमें होने वाली मौत करीब 26 प्रतिशत बढ़ गई है। वेस्ट यूपी का ये है हाल वेस्ट यूपी के नौ जिलों में वर्ष 2024 के जनवरी और फरवरी माह में 60 दिन के भीतर ही 821 हादसे हुए थे। इन हादसों में 449 लोगों की मौत हुई, जबकि 654 लोग घायल हुए थे। सबसे ज्यादा हादसे गाजियाबाद में 174, गौतमबुद्धनगर में 157, मेरठ में 135, बिजनौर में 105 हादसे हुए थे। सबसे ज्यादा मौत गौतमबुद्धनगर में 70, मेरठ में 66 और गाजियाबाद में 69 और बिजनौर में 64 लोगों की जान गई। वहीं, दूसरी ओर इस साल यानी वर्ष 2025 में जनवरी-फरवरी माह के 60 दिनों में हादसे बढ़कर 965 हुए, जिसमें 426 लोगों की जान गई, जबकि 779 लोग घायल हुए। यानी पिछले साल की तुलना में सड़क हादसों की संख्या 144 बढ़ गई, जबकि मौत का आंकड़ा 23 कम हो गया। इस साल सबसे ज्यादा हादसे गौतमबुद्धनगर में 190, मेरठ में 164, गाजियाबाद में 160, सहारनपुर में 91 और मुजफ्फरनगर में 96 हादसे हुए। हादसों में मौत का आंकड़ा सबसे ज्यादा गौतमबुनगर में रहा, जहां पर 84 लोगों की जान गई। इसके बाद बिजनौर में 68, गाजियाबाद में 62, मेरठ में 53 और मुजफ्फरनगर में 52 जान गई। घायलों का ये है हाल यूपी में वर्ष 2024 में जनवरी और फरवरी माह में 6310 हादसों में 3444 लोगों की मौत हुई, जबकि 4514 लोग घायल हुए। वहीं, इस साल जनवरी-फरवरी माह में तुलना की जाए तो 7977 हादसों में 4372 लोगों की मौत हुई, जबकि 6018 लोग घायल हुए। ऐसे में घायलों की संख्या में भी 1504 का इजाफा हुआ, जो करीब 33.30 प्रतिशत ज्यादा है। मेरठ में पिछले साल वर्ष 2024 के जनवरी और फरवरी माह में 135 हादसे हुए थे, जिसमें 66 लोगों की मौत हुई, जबकि 125 लोग घायल हुए थे। वहीं, इस साल वर्ष 2025 में हादसे बढ़कर 164 पहुंच गए, लेकिन अच्छी बात ये रही कि मौत का आंकड़ा कम रहा और 53 लोगों की जान गई। हालांकि घायलों की संख्या 161 रही है, जो 28.80 प्रतिशत ज्यादा है। सिद्धार्थ, सहारनपुर और बागपत में बढ़ी हादसों में मौत जिला 2024 2025 अंतर प्रतिशत 1. सिद्धार्थनगर 11 30 172.7% 2. भदोही 10 25 150.0% 3. मिर्जापुर 33 78 136.4% 4. मैनपुरी 27 61 125.9% 5. महोबा 16 33 106.3% 6. प्रयोगराज 75 146 94.7% 7. बलरामपुर 15 29 93.3% 8. सहारनपुर 30 52 73.3% 9. हाथरस 40 69 72.5% 10. बागपत 18 30 66.7% इन जिलों में दुर्घटना में होने वाली मौत में कमी आई जिला 2024 2025 अंतर प्रतिशत 1. मेरठ 66 53 -19.7% 2. बलिया 56 42 -25.0% 3. मुजफ्फरनगर 61 52 -14.8% 4. सीतापुर 98 87 -11.2% 5. गाजियाबाद 69 62 -10.1% 6. वाराणसी 50 48 -04.0% 7. गोंडा 46 44 -04.3% 8. कौशांबी 31 29 -06.5% 9. कुशीनगर 78 71 -09.0%
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