रामलीला की जमीन पर अवैध निर्माण पर जिम्मेदार मौन
Kannauj News - तालग्राम में रामलीला के लिए दान की गई जमीन पर रातोंरात अवैध निर्माण शुरू होने से हड़कंप मच गया। भाजपा नेताओं ने एसडीएम से कार्रवाई की मांग की। निर्माण कार्य को रोकने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन...

एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर अवैध निर्माण पर कार्रवाई की मांग तालग्राम, संवाददाता। रामलीला के लिए दान में दी गई, जमीन पर रातोंरात अवैध पक्का निर्माण कार्य शुरू होने पर नगर में हड़कंप मच गया। वही भाजपा नेता उमाशंकर प्रजापति, राजा चौरसिया, अतुल गुप्ता, सोनू और आदित्य ने एसडीएम ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी को प्रार्थना पत्र देकर अवैध निर्माण पर कार्रवाई की मांग की है। एसडीएम के निर्देश पर राजस्व कर्मियों ने निर्माण कार्य रुकवा दिया। लोगों का आरोप है, कि रामलीला जमीन में अवैध निर्माण कराने में कमेटी के कई सदस्यों का संरक्षण प्राप्त है। जिसकी वजह से रामलीला कमेटी इस मामले में मौन धारण किए है। नगर में करीब 75 साल से रामलीला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास रामलीला का मंचन होता आ रहा है। जानकारों के मुताबिक रामलीला का पहला आयोजन 1947 में हुआ था। जिसके बाद नगर के जमुना प्रसाद शाक्य ने रामलीला उत्थान के लिए छह बीघा आठ डिसिमिल खेत व 23 डिसिमिल बाग दान किया था। दान की गई 23 डिसिमिल जमीन तालग्राम इंदरगढ़ के चौखटा चौराहें पर मौजूद है। बेशकीमती जमीन पर भूमाफियों की नजर है। वैसे भी भूमि पर पर वर्षों से अस्थाई अवैध कब्जा चला आ रहा है। जमीन को कब्जा मुक्त कराने की जहमत कभी भी रामलीला कमेटी ने नही उठाई। अब इस जमीन पर पक्का निर्माण शुरू होने पर नगर के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। लेकिन कमेटी की तरफ से अभी तक कोई एक्शन नही लिया गया है। अवैध निर्माण मामले को लेकर मौन धारण करने पर लोगों ने कमेटी पर आरोप लगाने शुरू कर दिए है। इस संबंध में थाना प्रभारी शशिकांत कनौजिया ने बताया कि राजस्व का मामला है। एसडीएम के निर्देश पर आरोपितों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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