प्रखंड कार्यालय परिसर में शौचालय के अभाव में परेशानी
मनरेगा कार्यालय परिसर में शौचालय की अनुपस्थिति से आमजन और कर्मियों को परेशानी हो रही है, विशेषकर महिलाओं को। पुराने शौचालय की देखरेख न होने के कारण यह अनुपयोगी हो गया है। नए शौचालय का निर्माण जारी है,...

आमजनों व कर्मियों को होती है दिक्कत, महिलाएं रहती हैं परेशान मनरेगा कार्यालय परिसर का शौचालय बना अनुपयोगी, टंकी भी फंटी (बोले भभुआ) चांद, एक संवाददाता। प्रखंड कार्यालय परिसर में शौचालय नहीं है। इस समस्या से न सिर्फ आमजन, बल्कि अधिकारी व कर्मी भी परेशान हैं। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं व युवतियों को हो रही है। जब इस मुद्दे पर सीओ सतीश कुमार गुप्ता व मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी जितेंद्र कुमार से बात की गई, तो उन्होंने भी कहा कि इस समस्या से हम खुद जूझ रहे हैं। लेकिन, एक सार्वजनिक शौचालय का निर्माण प्रखंड कार्यालय परिसर के बीआरसी भवन के सामने कराया जा रहा है। बताया गया है कि प्रखंड कार्यालय के बरामदा के पूरबी छोर पर कर्मियों के उपयोग के लिए कई वर्ष पहले एक शौचालय का निर्माण कराया गया था। लेकिन, देखरेख के अभाव में यह अनुपयोगी बना हुआ है। इसमें गंदगी पसरी है और पानी की भी सुविधा नहीं है। सूचना प्रौद्योगिकी भवन में संचालित मनरेगा कार्यालय के बगल में स्थित अनुपयोगी शौचालय की टंकी फट गई है। इसके पीछे के हिस्से में गंदगी पसरी है व झाड़ी लगी है। कर्मियों का कहना है कि जब इस शौचालय का निर्माण पूरा हो जाएगा, तब कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। भेरी के ददन सिंह, सलौंजा के राधेश्याम सिंह, चांद के दिलीप कुमार, नंदु राम कहते हैं कि प्रखंड कार्यालय परिसर में विभिन्न विभागों का कार्यालय है। हर विभाग में अपनी समस्या लेकर महिला-पुरुष आते हैं। जब उन्हें शौचालय की जरूरत पड़ती है, तब इसकी सुविधा नहीं मिल पाती है। इससे उन्हें परेशानी होती है। इधर गायत्री देवी व रेखा देवी ने कहा कि आधुनिक युग में पिंक शौचालय का निर्माण हो रहा है। पिंक की बात तो छोड़िए, यहां महिलाओं के लिए सामान्य शौचालय तक नहीं है। आरटीपीएस केंद्र पर आवेदन लेकर युवतियां भी आती हैं। शौचालय के अभाव में उन्हें दिक्कत होती है। फोटो- 28 अप्रैल भभुआ- 10 कैप्शन- चांद प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थित मनरेगा कार्यालय के पास के शौचालय के टूटी व बदहाल टंकी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।