महिला और डेढ़ लाख रुपये की रंजिश में बाबा ने बहा दिया नाती का खून, दिनदहाड़े गोली मारकर की हत्या
बरेली में बेटे के लिए बहू लाने को दिए डेढ़ लाख रुपये वापस न करने पर रिश्ते के बाबा ने घर के सामने से गुजर रहे नाती की सरेआम तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। हालांकि सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा।
यूपी के बरेली से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां, बेटे के लिए बहू लाने को दिए डेढ़ लाख रुपये वापस न करने पर रिश्ते के बाबा ने घर के सामने से गुजर रहे नाती की सरेआम तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना पर एसपी सिटी, सीओ आंवला और फॉरेन्सिक टीम ने मौका मुआयना किया। आरोपी को तमंचा समेत गिरफ्तार कर लिया गया है।
भमोरा के गांव इस्लामाबाद के रहने वाले इफको फैक्ट्री के संविदाकर्मी अमरपाल यादव का बेटा 18 वर्षीय अखिलेश यादव शुक्रवार शाम करीब पांच बजे परिवार के ही बाबा पुत्तन सिंह यादव के घर के सामने से गुजर रहा था। उस समय शराब के नशे में धुत पुत्तन सिंह यादव अपने घर के दरवाजे पर खड़ा था। उसने अखिलेश को निकलते देखा तो गाली-गलौज करते हुए तमंचे से गोली चला दी। सीने में गोली लगने से अखिलेश लहूलुहान होकर वहीं गिर गया और मौत हो गई। सूचना पर भमोरा थाना प्रभारी भूपेश कुमार पांडेय (सीओ) और एसएसआई राजेन्द्र सिंह फोर्स के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने भागने की कोशिश कर रहे हत्यारोपी पुत्तन को तमंचा और कारतूसों समेत गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद एसपी सिटी मानुष पारीक और सीओ नीलेश मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने
परिजन ने बताया कि पुत्तन ने अपने बेटे मुनेश की शादी बिहार की महिला से की थी। कुछ समय बाद महिला चली गई। पुत्तन को शक था कि महिला को अखिलेश ने भगाया है। इसके बाद अखिलेश ने बिहार से दूसरी महिला लाकर देने के लिए डेढ़ लाख रुपये ले लिए। लेकिन न तो वह महिला लाया और न ही रुपये लौटाए, जिसको लेकर पुत्तन उससे रंजिश मानता था।
मां की पहले ही हो चुकी थी मौत
अमरपाल की पत्नी की 14 साल पहले मौत हो चुकी थी। उनका इकलौता बेटा अखिलेश था, जिसके साथ वह रहते थे। अखिलेश ने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और खेती-किसानी में पिता का हाथ बंटाने लगा। लेकिन शुक्रवार को अखिलेश की हत्या हो गई, जिससे अमर पाल का रोकर हाल खराब है।
बिहार और झारखंड से होती है मानव तस्करी
क्षेत्र में अविवाहित घूमने वाले लोगों को अपनी कमाई करने का जरिया बनाने वाले दलाल बिहार और झारखंड से महिलाएं लाकर बेच देते हैं। चार साल पहले बिहारीपुर गांव का एक युवक एक लाख रुपये में बिहार की महिला को शादी कर लाया लेकिन अगले ही दिन वह परिवार को नशीला पदार्थ देकर और जेवर लेकर फरार हो गई। इसी तरह की घटना कुड्ढा गांव में भी हुई।