दो गुटों में बंट गए इस जिले के सपाई, अखिलेश के दरबार में लखनऊ पहुंची नेतागिरी की लड़ाई
अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी में भीतरखाने चल रही कलह अब लखनऊ तक पहुंचने लगी है। बुधवार को जिला व महानगर इकाई के पदाधिकारी लखनऊ सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे।

अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी में भीतरखाने चल रही कलह अब लखनऊ तक पहुंचने लगी है। बुधवार को जिला व महानगर इकाई के पदाधिकारी लखनऊ सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे। विवाद सपा पार्षद दल का नेता बनाए जाने के बाद तूल पकड़ गया है। जनाधार के लिए संघर्ष कर रही सपा दो गुटों में बंट चुकी है। पार्षदों ने अखिलेश यादव के सामने संगठन की कलई खोलकर रख दी। पार्षदों ने आरोप लगाया कि वरिष्ठ सपा नेता संगठन में कलह पैदा कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने भरोसा दिया कि जल्द ही वह अलीगढ़ समिति भेजेंगे। सपा महानगर अध्यक्ष मो. अब्दुल हमीद घोषी ने दो दिन पहले ही सपा पार्षद दल का नेता मो. हफीज अब्बासी को बनाया था।
22 पार्षदों ने सहमति दी थी। इसका चारों ओर विरोध होने लगा। बुधवार की तड़के पार्षदों को घरों से उठाकर सपाई लखनऊ लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास पहुंचे। जिला इकाई द्वारा पार्षदों को लेकर जाने की भनक पर 22 पार्षद महानगर टीम के भी लखनऊ रवाना हो गए। 11 पार्षदों को लेकर जिलाध्यक्ष लक्ष्मीधनगर, पूर्व विधायक वीरेश यादव व अज्जू इश्हाक पहुंचे। उधर पार्षद दल के नेता बना मो. हफीज अब्बासी 22 पार्षदों को लेकर महानगर की ओर से पहुंचे। महानगर अध्यक्ष लखनऊ नहीं गए। जिला इकाई का नए पार्षद दल के नेता चुनाव पर आपत्ति है। इसको लेकर अखिलेश यादव के सामने पक्ष रखा। पार्षद दल के नेता चुने गए मो. हफीज अब्बासी ने 22 पार्षदों का समर्थन अखिलेश यादव के समक्ष पेश किया। कहा कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता संगठन को डुबोना चाहते हैं। अलीगढ़ में पार्टी व संगठन की स्थिति अच्छी नहीं है। बताया कि समर्थन के बाद ही उनको पार्षद दल का नेता बनाया गया है। अखिलेश यादव ने दोनों पक्षों को सुना और कहा कि वरिष्ठ नेता अलीगढ़ से नहीं आए। हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही अलीगढ़ समिति भेजूंगा। कहा कि संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में काम करें। अखिलेश यादव ने पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को लेकर नाराजगी भी जताई है। सपा में लंबे समय से चल रही भीतरघात समाजवादी पार्टी में लंबे समय से भीतरघात चल रही है। लेकिन पार्षद दल का नेता बनाए जाने के बाद अब सीधे सड़क पर आ चुकी है। मामला अभी और तल्ख पकड़ेगा। संगठन के नेता सियासी दांव पेंच आजमा रहे हैं। शीर्ष नेतृत्व को भी यथा स्थिति से अवगत करा रहे हैं। जिला व महानगर एक मंच पर नहीं आ पा रहे हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष प्रकरण को रखा गया।
उन्होंने सभी को समझाकर वापस भेजा। कहा है कि असलम नूर ही सपा पार्षद दल के नेता बने रहेंगे। लक्ष्मीधनगर, जिलाध्यक्ष सपा। मो. हफीज अब्बासी पार्षदों के साथ लखनऊ पहुंचे। सपा प्रमुख के समक्ष समर्थन पेश किया। वर्तमान में वह सपा पार्षद दल के नेता हैं। कुछ लोगों को यह बदलाव हजम नहीं हो रहा है। मो. अब्दुल हमीद घोषी, महानगर अध्यक्ष सपा। यह पार्षद गए लखनऊ हफ़ीज़ अब्बासी के साथ पार्षद सुफियान अंसारी,नईम अहमद,आसिफ अल्वी, मो. इरशाद,अब्दुल मुत्तलिब,मो आदिल, रियासत सिद्दीकी, आफाक खान, जीनस अब्बासी,वसीम सैफ़ी, विनीत यादव,नाशी अहमद, जावेद मालिक,सद्दाम अशर्फी, इमरान खान, राजा, दिलशाद सैफ़ी रहे। दूसरे गुट से असलम नूर, मुशर्रफ़ हुसैन महजर, अकरम अल्वी, इमरान खान, शाकिर अब्बासी, तारिक शामिल रहे।