एर्दोगन ने अमेरिका को भी अपने रुख के लिए आड़े हाथों लिया और कहा कि सीरिया के प्राकृतिक संसाधनों पर कब्जा करने वाले वाईपीजी आतंकी संगठन अगर उसने अपने हथियार नहीं डाले तो उसका अंजाम बहुत बुरा होगा।
सीरिया में लंबे समय तक चले गृह युद्ध के दौरान बहुत सारे गोला-बारूद और बम सुसुप्त अवस्था में पड़े रह गए। ऐसे में आए दिन सीरिया में धमाके होते रहते हैं जिनमें सैकड़ों बच्चों की जान चली जाती है।
सीरिया की उमैय्यद मस्जिद में एक धार्मिक आयोजन के दौरान भारी भीड़ जमा हो गई। मुफ्त खाना खाने के लिए उमड़ी भीड़ में भगदड़ मच गई और तीन महिलाओं की मौत हो गई।
हम बात कर रहे हैं मोसाद के सर्वश्रेष्ठ जासूस एली कोहेन की। इसने 1962 को व्यवसायी कामेल अमीन थाबेट बनकर सीरिया में एंट्री ली और तीन साल के भीतर सीरियाई टॉप लीडर्स में पैठ बना ली। इसकी मर्जी के बिना सीरिया में पत्ता भी नहीं हिलता था।
एक तरफ जहां अमेरिका अलग-अलग मोर्चों पर जंग लड़ रहे इजरायल की हर संभव मदद करने में जुटा है, वहीं दूसरी तरह एक पूर्व अमेरिकी सैनिक पर हिजबुल्लाह की मदद करने के आरोप लगे हैं। FBI ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
इजरायल ने पहली बार सीरिया पर हमले को लेकर खुलकर बयान दिया। सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि उसने सीरिया में घुसकर अंडरग्राउंड मिसाइल कारखाने को उड़ाया। ये कारखाना ईरानी फौज की निगरानी में था।
Assad in russia: सीरिया से अपनी जान बचाकर भागे अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद के लिए रूस भी सुरक्षित नजर नहीं आ रहा है। सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि रविवार को असद को जहर दिया गया था। हालांकि डॉक्टरों की मदद से फिलहाल उनकी हालत स्थिर है।
खामेनेई ने यह चेतावनी ऐसे वक्त में दी है, जब अमेरिका में सत्ता परिवर्तन होने वाला है। डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं। माना जा रहा है कि ट्रम्प के शपथ ग्रहण के बाद ईरान-अमेरिका संबंधों में और गिरावट आ सकती है।
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विद्रोही गुटों के आक्रमण के बाद आखिरकार असद को सत्ता गंवानी पड़ी और देश तक छोड़ने की नौबत आ गई। इस बीच उनकी पत्नी को लेकर एक बुरी खबर सामने आई हैं।
असद के चचेरे भाई हाफिज मुंथर अल-असद ने खुलासा किया है कि बशर ने जब देख छोड़ा तो उन्हें कुछ मालूम नहीं था। उन्होंने पहाड़ों में छिपकर अपनी जान बचाई। ये भी कहा कि असद ने परिवार को धोखे में रखा, शर्मिंदा किया।
सीरिया के राष्ट्रपति रहे बशर अल असद ने रूस भागकर अपनी जान बचाई है। वहीं अब उनकी पत्नी भी तलाक मांगने लगी हैं। असद की पत्नी असद ब्रिटेन जाकर रहना चाहती हैं।
तानाशाह असद शासन की समाप्ति के बाद सीरिया में उथल-पुथल मची हुई है। इस बीच तुर्की और इजरायल में सीरिया को हथियाने की होड़ लगी है। तुर्की विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम के सुप्रीम लीडर अल-शरा से नजदीकी बढ़ा रहा है।
मुजफ्फरपुर में शिया मुसलमानों ने सीरिया में लड़ाकों द्वारा धार्मिक स्थलों के अनादर के खिलाफ प्रदर्शन किया। मौलाना काजिम शबीब के नेतृत्व में जुलूस ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा, जिसमें भारत सरकार से...
सीरिया के विद्रोही गुट द्वारा असद सरकार के तख्तापलट के बाद अमेरिका ने एचटीएस नेता के सिर पर रखा 1 करोड़ डॉलर का इनाम भी वापस ले लिया है।
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के द्वारा सालों से सत्ता में बैठी एक तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंका। वहीं दूसरी ओर सीरिया में 13 सालों के गृहयुद्ध के बाद असद सरकार का पतन हो गया। विद्रोहियों ने देश की कमान संभाल ली है। असद के जाने के बाद सीरियाई लोगों में खुशी का माहौल है।
वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि उनकी सीरिया के अपदस्थ तानाशाह बशर अल-असद से अभी तक मुलाकात नहीं हो पाई है। असद 8 दिसंबर को सीरिया से भागकर मॉस्को आ गए थे।
सीरिया में असद परिवार की सत्ता का अंत हो चुका है। असद परिवार की तानाशाही के दौरान हुए ‘कुकर्म’ अब सामने आ रहे हैं। राजधानी के पास एक सामूहिक कब्र मिली है। अंदाजन यहां एक लाख से अधिक अवशेष हो सकते हैं।
सीरिया में अपनी सत्ता गंवाने के बाद बशर अल-असद ने पहला सार्वजनिक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो सीरिया से प्लानिंग के तहत नहीं निकले, उन्हें मजबूरी में ऐसा करना पड़ा। वह आतंकियों से लड़ना चाहते थे।
वायरल तस्वीरों में बशर अल-असद को अर्धनग्न अवस्था में अलग-अलग पोज देते हुए देखा गया है। एक तस्वीर में वह शर्टलेस होकर सेल्फी लेते नजर आते हैं, जबकि दूसरी में इनरवियर में स्कूटर चलाते हुए।
नेतन्याहू ने कहा कि वे गोलान हाइट्स पर इजरायली बस्तियों को दोगुना करने की योजना बना रहे हैं। यहां इजरायली सेना का 1981 से कब्जा है। गोलान हाइट्स के लिए सीरिया और इजरायल में तीन बार युद्ध हो चुका है।
सीरिया में बशर अल असद का शासन खत्म हो चुका है। विद्रोही गुटों ने आजादी का ऐलान भी कर दिया है। हालांकि राष्ट्रपति असद को लेकर अब चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
बशर अल-असद के तख्तापलट के बाद सीरिया जहां धीरे-धीरे खड़ा हो रहा है, इजरायल के सीरिया पर हमले तेज हो गए हैं। पिछले सात दिनों में 800 से ज्यादा एयर स्ट्राइक कर चुका है। अब विद्रोहियों ने उसे चेतावनी दी है।
सीरिया में कैप्टागन का 80 फीसदी उत्पादन होता था। पहले इसका इस्तेमाल चिकित्सा के लिए होता था लेकिन फिर असद की सरकार में इसे ड्रग्स के तौर पर बेचा जाना शुरू किया गया।
जॉर्डन में सऊदी अरब, इराक, लेबनान, मिस्र, यूएई, बहरीन और कतर के विदेश मंत्रियों ने सीरिया को लेकर संयुक्त बयान जारी किया। उधर, अमेरिका और चीन ने भी गुटबाजी शुरू कर दी है।
लेबनान के हिज्बुल्ला नेता नईम कासेम ने कहा कि सीरिया में बशर अल असद की सत्ता के पतन के बाद उनकी मुख्य आपूर्ति लाइन कट गई है। उन्होंने कहा कि असद का समर्थन करने वाला हिज्बुल्ला अब अन्य तरीकों से हथियार...
प्रवक्ता ने बताया कि सीरिया से निकाले गए 77 भारतीयों को लेबनान के रास्ते सुरक्षित भारत लाया गया। सीरिया और लेबनान में भारतीय दूतावास ने इस प्रक्रिया में नजदीकी तालमेल के साथ काम किया।
संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम सीरिया में खाद्य असुरक्षा, विस्थापन और अस्थिरता के तिहरे संकट से निपट रहा है। 30 लाख लोग गंभीर रूप से भूखे हैं, जबकि फंडिंग में कटौती के कारण केवल 20 लाख लोगों को...
Syria: सीरिया से लौटे गाजियाबाद निवासी ने बताया कि वहां के हालात बहुत खराब है। यह पूरा घटनाक्रम बहुत जल्दी हो गया। दूतावास ने हमारी बहुत मदद की। हमारी जरूरतों का बहुत अच्छे से ध्यान रखा। दूसरे देश के लोगों को इसमें बहुत परेशानी हुई।
Syria: सीरिया में असद सरकार के पतन के बाद यूरोप में बसे सीरियाई शरणार्थियों के प्रति लोगों की भावनाएं बदलने लगी है। जर्मन लोगों का कहना है कि अब जबकि असद शासन खत्म हो चुका है तो इन्हें वापस अपने देश लौट जाना चाहिए।
विद्रोहियों ने बशर अल असद के पिता हाफिज अल-असद के पिता की कब्र को खोद डाला है। उनके मकबरे को आग के हवाले कर दिया गया और फिर कब्र को ही खोद डाला। इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। यह घटना सीरिया के कारदाहा की है, जो देश का उत्तर पश्चिम इलाका है।