Horoscope Saturn Transit: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव सभी 12 राशियों का चक्र पूरा करने में लगभग 30 साल का समय लेते हैं। शनि के गोचर से कुछ राशियों को लाभ होता है तो कुछ पर शनि की साढ़ेसाती व ढैया का प्रभाव रहता है।
Shani Sade Sati Upay: गुरुवार को 27 फरवरी, 2025 के दिन फाल्गुन अमावस्या है। साढेसाती का प्रभाव कम करने और शनि देव की असीम कृपा पाने के लिए फरवरी की फाल्गुन अमावस्या पर करें ये खास उपाय-
Shani Sade Sati Upay: रविवार को 4 अगस्त के दिन हरियाली अमावस्या है। साढेसाती का प्रभाव कम करने और शनि देव की असीम कृपा पाने के लिए सावन की अमावस्या पर करें ये खास उपाय।
हर कोई शनि के अशुभ प्रभावों से भयभीत रहता है। शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए भगवान शंकर की अराधना करनी चाहिए। इस समय सावन का महीना चल रहा है। भगवान शंकर की कृपा से शनि दोषों से मुक्ति मिल जाती है और जीवन आनंद से भर जाता है।
Amavasya ke Upay: 5 जुलाई को आषाढ़ महीने की अमावस्या तिथि है। मान्यता है की आषाढ़ अमावस्या पर कुछ उपाय कर लेने से शनि की साढेसाती और ढैया के बुरे प्रभाव को कम किया जा सकता है।
शनिदेव के अशुभ होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो शुभ होने पर व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है। शनि रंक को भी राजा बना सकते हैं।
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। इस समय मकर, कुंभ, मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती और कर्क, वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है।
Shani Jayanti : ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर शनि देव का जन्म हुआ था। इस दिन को शनि जयंती के नाम से जाना जाता है। इस पावन दिन शनि देव की पूजा- अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
Shani Dev : शनिदेव 29 मार्च 2025 को मेष राशि से वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। 29 मार्च 2025 तक शनि कुंभ राशि में ही रहेंगे। शनि की साढ़ेसाती लगने पर व्यक्ति का जीवन प्रभावित हो जाता है।
Shani : आज वैसाख मास की मासिक शिवरात्रि है। इस दिन विधि- विधान से भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा- अर्चना की जाती है। भगवान शंकर और माता पार्वती की कृपा से सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है।