स्पैडेक्स मिशन की सफलता ने भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बराबर कर दिया है। इस सफलता ने भारत के अगले 15 साल के मिशनों की राह भी खोल दी है। 2040 तक के प्लान रेडी हैं।
नारायणन साल 1984 में इसरो से जुड़े थे। अपने लगभग 40 वर्ष के कार्यकाल में उन्होंने भारत के अंतरिक्ष मिशन में अहम योगदान दिया है। नारायणन एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं।
स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पेडेक्स) प्रोजेक्ट पहले ही 7 और 9 जनवरी को डॉकिंग प्रयोगों के लिए घोषित दो समय सीमा को चूक चुकी है। इसरो ने 30 दिसंबर को स्पेडेक्स मिशन को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा था।
ग्रामीणों की ही पहले इस पर नजर पड़ी और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। रिंग वाले इलाके को सुरक्षित कर लिया गया और बाकी मलबे को भी जुटाया जा रहा है।
इसरो ने अपने नए मिशन स्पैडेक्स को सफलता पूर्वक लॉन्च कर दिया है। इससे पहले मिशन की लॉन्चिंग तकनीकी कारणों से दो मिनट लेट रखी गई थी। इस मिशन की सफलता अंतरिक्ष में दो उपग्रहों की डॉकिंग और अन-डॉकिंग पर निर्भर है। ऐसा अभी तक सिर्फ रूस, अमेरिका और चीन ही कर पाए हैं।
इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने कहा कि हम जब देश की आजादी की 100वीं सालगिरह मनाएंगे तो भारत का झंडा भी चांद पर लहराएगा। हमारा एक यात्री वहां जाएगा और वहीं पर तिरंगा लहराकर लौटेगा। हमारा यह लक्ष्य वर्ष 2040 के लिए है।' इससे पहले चंद्रयान-4 मिशन पर काम चल रहा है।
ISRO SPADEX Mission: इसरो साल 2024 को स्पेशल और शानदार विदाई देने जा रहा है। स्पैडेक्स मिशन की सफलता भारत को दुनिया के चार दिग्गज देशों के साथ खड़ा कर देगी।
इसरो को आज प्रोबा-3 मिशन की लॉन्चिंग टालनी पड़ी। इस मिशन में दो उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा जाना और आपस में लिंक करना शामिल है। उधर, सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले को लेकर बिक्रम सिंह मजीठिया ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच सीएम एकनाथ शिंदे के बैग की तलाशी हुई है। इससे पहले उद्धव ठाकरे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के बैग की भी तलाशी हो चुकी है। शाम की टॉप 5 खबरें।
सुरक्षा चिंताओं के कारण स्टारलाइनर अंतरिक्ष कैप्सूल खाली ही लौटा। इसके बाद तूफान मिल्टन की वजह से समुद्र में खराब हालात और तेज हवाओं के कारण भी उनकी वापसी में 2 सप्ताह की देरी हुई।
स्पेस जोन इंडिया के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद मेगालिंगम ने कहा, ‘यह 3.5 मीटर ऊंचा रॉकेट है। इसे लगभग 7.25 बजे प्रक्षेपित किया गया। पहले इसके प्रक्षेपण के लिए 7 बजे का समय निर्धारित था।’
भारत आज 23 अगस्त को अपना पहला नेशनल स्पेस डे सेलिब्रेट कर रहा है। इसका मकसद युवाओं में अंतरिक्ष विज्ञान और अनुसंधान की दिशा में प्रेरित करना है। आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।
इसरो चीफ से सवाल किया गया कि पहला भारतीय कब तक चंद्रमा पर कदम रखेगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि चांद पर मानव के कदम रखने को लेकर भी हमारा मिशन जारी है। जाहिर तौर पर इसमें समय लगेगा।
एस सोमनाथ ने शुक्रवार को कहा कि गगनयान अभियान के लिए रॉकेट के 3 चरण श्रीहरिकोटा के शार रेंज में पहुंच चुके हैं। एजेंसी इस वर्ष के अंत तक अपनी पहली परीक्षण उड़ान का लक्ष्य बना रही है।
कांग्रेस ने देश के दूसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण पर संबंधित वैज्ञानिकों एवं परियोजना से जुड़े लोगों को बधाई दी और साथ ही उसने अंतरिक्ष अनुसंधान की बुनियाद रखने के लिए पंडित जवाहरलाल...
अनगिनत सपनों को चांद पर ले जाने के लिए चंद्रयान-2 सोमवार को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से शान के साथ रवाना हुआ। 'बाहुबली' नाम के सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी-मार्क...
भारत ने चंद्रमा पर अपने दूसरे महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 का देश के सबसे वजनी 43.43 मीटर लंबे जीएसएलवी-एमके3 एम1 रॉकेट की मदद से सोमवार को सफल प्रक्षेपण कर इतिहास रच दिया। चंद्रयान-2 का...