महाराष्ट्र के फायर ब्रांड लीडर राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को करारी हार मिली है। अमित ठाकरे तीसरे नंबर पर हैं और उन्हें 31 हजार वोट ही हासिल हुए हैं। वह माहिम सीट से चुनाव में उतरे थे और पहले मुकाबले में ही करारी हार झेलनी पड़ी है।
सर्वे के अनुसार जनता ने सीएम के तौर पर मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही अपनी पहली पसंद बताया है। सर्वे में कहा गया है कि 31 फीसदी लोग एकनाथ शिंदे को सीएम देखना चाहते हैं। दूसरे नंबर पर लोगों ने उद्धव ठाकरे को रखा है। उन्हें 18 फीसदी लोगों ने सीएम के तौर पर अपना पसंदीदा चेहरा बताया।
राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे माहिम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके मुकाबले उद्धव सेना ने भी कैंडिडेट उतारा है। पहले चर्चाएं थी कि उद्धव सेना कैंडिडेट वापस ले सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस संबंध में जब उद्धव ठाकरे से पूछा गया तो उन्होंने सख्त रिएक्शन दिया।
राज ठाकरे ने कहा कि इस बार कुछ भी साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता। लेकिन इतना तय है कि हम किंगमेकर की भूमिका में होंगे। राज ठाकरे ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि भाजपा का मुख्यमंत्री बनेगा और वह हमारे समर्थन से होगा। यह मेरे दिमाग की उपज है। मैं तो लगातार कह रहा हूं कि भाजपा की सरकार बनेगी।
मनसे चीफ ने कहा कि जब मराठा समुदाय का पहला मार्च मुंबई आया तो चारों दलों ने उनका सामना किया। इतने वर्षों तक सब सत्ता में आए, किसी ने आरक्षण नहीं दिया। सभी जिलों में मार्च निकलने लगे, उससे क्या हुआ? आपको आरक्षण क्यों नहीं मिला? जारांगे पाटिल आरक्षण के लिए अनशन पर बैठे, कहा चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा ने एक और ऐलान किया है, जिससे इन कयासों को बल मिला है। मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार ने मनसे उम्मीदवार बाला नांदगांवकर के समर्थन का ऐलान किया है। वह शिवडी विधानसभा सीट से उतरे हैं। भाजपा ने इस सीट पर मनसे के ही समर्थन का ऐलान किया है। हालांकि यह सिर्फ एक सीट के लिए ही रहेगा।
यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या एकनाथ शिंदे को कंट्रोल करने के लिए भाजपा मनसे को मजबूत करना चाहती है। दरअसल मनसे का ठाणे और मुंबई में ही जनाधार है, जिसे एकनाथ शिंदे की सेना अपना गढ़ मान कर चल रही है। ऐसे में इन सीटों पर यदि उसे हार मिली तो पूरा समीकरण ही बदल जाएगा।
राज ठाकरे और एकनाथ शिंदे एवं भाजपा के बीच डील भी हो चुकी थी। यह समझौता हुआ था कि माहिम सीट पर अमित ठाकरे को एकनाथ शिंदे सेना वॉकओवर देगी और उसके बदले में मनसे 10 सीटों पर कैंडिडेट वापस लेगी। इस डील के लिए सदा सरवणकर को मनाने के लिए एकनाथ शिंदे खुद ऐक्टिव थे।
मराठा कार्ड खेलने वाले राज ठाकरे ने भोजपुरी गाने और डांस को लेकर कहा कि क्या आप बहनों को ऐसे ही सम्मान करने वाले हैं। एक रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि शिंदे की शिवसेना के एक कैंडिडेट की सभा में लड़कियां भोजपुरी गाने पर नाचती दिखती हैं। सीएम को वहां आना था।
Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। सभी सियासी दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इस सियासी संग्राम में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के राज ठाकरे भी कूद पड़े हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने कमर कस ली है। इस बीच महाराष्ट्र के बड़े राजनीतिक घराने में आपसी कलह थोड़ी कम हो सकती है। खबर है कि उद्धव ठाकरे इसकी पहल करने जा रहे हैं और वह चचेरे भाई राज ठाकरे के साथ रिश्ते सुधार सकते हैं। इसके तहत वह राज के बेटे अमित के खिलाफ कैंडिडेट नहीं उतारेंगे।
राज ठाकरे ने कहा, ‘सड़कें और फ्लाईओवर का निर्माण करना वास्तविक प्रगति नहीं है। मोबाइल फोन और गैजेट्स होने से विकास नहीं हो जाता है। सच्ची प्रगति तो सामूहिक तौर पर समाज के उत्थान से होगी।’
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने सरकार पर तंज कसा है। राज ठाकरे ने कहा है कि यदि केंद्र सरकार 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' कराने को लेकर इतनी चिंतित है तो उसे पहले महाराष्ट्र में नगर निकायों के चुनाव कराने चाहिए।
सुप्रिया सुले ने कहा, 'किसी का भी मोबाइल हैक किया जा सकता है। मेरा मोबाइल बंद था और फिर हमें पता चला कि कोई और मेरा व्हाट्सएप एक्सेस कर रहा है। मुझे पुणे के एसपी ऑफिस से तुरंत मदद मिली।'
उद्धव ठाकरे के काफिले पर हमला कथित तौर पर बीड में हुई इसी तरह की घटना का बदला था। शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे के काफिले पर सुपारी और टमाटर से हमला किया था।
Maharashtra News: मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि राज ठाकरे महाराष्ट्र की शिंदे सरकार से नाराज हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ठाकरे को सरकार द्वारा घोषित कुछ योजनाएं पसंद नहीं हैं।
Maharashtra Politics: चाचा उद्धव ठाकरे को जवाब देते हुए अमित ठाकरे ने कहा कि जब अपने बेटे को विधायक बनाना था तब उन्हें शर्टलेस सपोर्ट अच्छा लग रहा था और अब उन्हें यह अनैतिक क्यों लगने लगा है।
मनसे ने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा की अगुवाई वाले NDA को समर्थन देने की घोषणा की थी। राज ठाकरे ने राजग के लिए प्रचार भी किया था, हालांकि उनकी पार्टी कहीं भी चुनाव मैदान में नहीं थी
Maharashtra Politics: राज ठाकरे भाभी शालिनी ठाकरे को वर्सोवा से और नितिन सरदेसाई को दादर-माहिम से उतार सकते हैं। साल 2006 में अविभाजित शिवसेना से अलग होकर राज ठाकरे ने MNS की स्थापना की थी।
बिना शर्त भाजपा को समर्थन देने वाली एमएनएस ने दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से संजय निरुपम के चुनाव लड़ने की चर्चा को लेकर सवाल उठाया है। अब संजय निरुपम की संभावित उम्मीदवारी को लेकर महायुति में ठन गई है।
Raj Thackeray: 2019 में एमएनएस ने पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाया था, लेकिन हाल ही में एमएनएस प्रमुख ने चुनाव में बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया है।
नवंबर, 2019 में एक ऐतिहासिक फैसले में उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में विवादित स्थल पर राममंदिर के निर्माण की कानूनी बाधा दूर कर दी थी।
संजय राउत ने कहा, 'अब अचानक कौन सा चमत्कार हो गया है, हमें (राज ठाकरे) से पूछना चाहिए। आपने अचानक रुख बदल लिया और महाराष्ट्र के दुश्मनों का समर्थन कर रहे हैं। आप जनता को क्या बताएंगे?
राज ठाकरे ने कहा, "महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) बिना शर्त 'बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी' के महागठबंधन का समर्थन करती है। यह समर्थन केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए गठबंधन के लिए है।''
राज ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी रहेगी। बता दें कि राज ठाकरे ने पिछले महीने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी।
राज ठाकरे के दिल्ली दौरे और अमित शाह से मुलाकात के बाद कयास तेज हुए कि वे बीजेपी से जुड़ेंगे लेकिन, तारीख स्पष्ट नहीं थी। इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा ऐलान कर दिया है।
Raj Thackeray: यदि कोई ठाकरे 'धनुष और तीर' प्रतीक पर लड़ता है और मराठों की एकता का आह्वान करते है तो यह भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के लिए एक आसान रास्ता हो सकता है।
Lok Sabha Election: इससे पहले चर्चा थी कि अगर भाजपा और राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के बीच गठबंधन पर मुहर लग जाती है, तो MNS को मुंबई से चुनाव लड़ने के लिए एक सीट दिया जा सकता है।
Maharashtra Politics: उद्धव ने कहा, ‘‘भाजपा अच्छी तरह से जानती है कि उसे महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट नहीं मिलने वाले हैं। लोग यहां (बाल) ठाकरे के नाम पर वोट करते हैं।"
मनसे इस वक्त राजनीतिक गुमनामी में जी रही है। राज्य में पार्टी का सिर्फ एक विधायक है। इतना ही नहीं संगठन भी उतना ताकतवर नजर नहीं आता। सवाल यह है कि राज बीजेपी को कैसे फायदा दे सकते हैं।