दरअसल, मेट्रो हादसे के बाद जिलाधिकारी ने पटना के एडीएम विधि-व्यवस्था राजेश रोशन की अध्यक्षता में तीन सदस्य जांच कमेटी का गठन किया था। जांच कमेटी ने लगभग 18 दिनों तक हर बिंदु पर छानबीन की। उसके बाद जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी।
राज्य सरकार ने 15 अगस्त 2025 को मेट्रो का परिचालन प्रारंभ को लेकर डीएमआरसी को देने के लिए 115 करोड़ की मंत्रीपरिषद से स्वीकृति दी गई, जिससे प्राथमिक कॉरिडोर के लिए तीन डब्बे वाली एक ट्रेन, मेट्रो लाइन के लिए पटरी और लिफ्ट और एस्केलेटर की खरीद की जाएगी।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पटना में मेट्रो ट्रेन दौड़ा दी जाएगी। प्राथमिक कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने और एक ट्रेन खरीदने से लेकर लिफ्ट एवं एस्केलेटर लगाने तक के लिए 115 करोड़ की राशि कैबिनेट से मंजूर की गई है। 15 अगस्त 2025 तक पटना में मेट्रो ट्रेन दौड़ाने की योजना है।
पटना मेट्रो कॉरिडोर-2 का दूसरा टनल गांधी मैदान से आकाशवाणी के बीच नवंबर में तैयार होगा। यह 973 मीटर लंबा है। पहले टनल का निर्माण सितंबर में पूरा हुआ था। टीबीएम की मदद से 1.45 किलोमीटर लंबा टनल तैयार...
टनल हादसे में दोनों मृतक ओडिशा के रहने वाले थे। इस हादसे में 6 मजदूर भी घायल हुए हैं। उनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। जमुई जिले का एक घायल आईसीयू में है, जिसकी हालत गंभीर बतायी जा रही है।
मजदूरों ने कहा कि मिट्टी निकालने वाली मशीन लोको से जैसे ही चालक मिट्टी लेकर बाहर निकला तो अधिकारियों ने बिना खाली कराएं सेगमेंट ले जाने वाले भाग पर पंप रखकर अंदर भेज दिया। इस कारण ब्रेक फेल हो गया और वह टीबीएम में टकरा गया।
बताया जा रहा है कि लोको मशीन का ब्रेक अचानक फेल हो गया था, जिसके कारण मशीन मजदूरों पर चढ़ गयी। इस हादसे में दो मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य चार मजदूर घायल हैं। दोनों मृतक ओडिशा के रहने वाले थे।
पटना में मेट्रो की टलन के अंदर लोको मशीन का ब्रेक फेल होने से इसकी चपेट में आकर तीन मजदूरों की मौत हो गई। वहीं, चार अन्य घायल हो गए हैं जिनका इलाज चल रहा है।
पीयूष गोयल ने जर्मन अर्थव्यवस्था मंत्री को बताया कि चीन जर्मन कंपनी को भारत में भारी मशीनरी की सप्लाई करने से रोक रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जर्मन कंपनी वहां अपना प्रोडक्ट बनाती है।
पटना मेट्रो के छह भूमिगत स्टेशनों और टनल के निर्माण के लिए पांच एजेंसियों ने निविदा में भाग लिया। इनमें एफकॉन्स, हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन, आईटीडी, लार्सन एंड टुब्रो, और टाटा प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।...
मेट्रो रूट के लिहाज से सड़कों की कम चौड़ाई के मसले पर भी मंथन हुआ। इस दौरान नगर विकास विभाग के अधिकारियों ने अगली बैठक में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा। इसमें संबंधित इलाके में भूमि अधिग्रहण, उसमें होने खर्च व अन्य तकनीकी व भौगोलिक पहलुओं के आधार पर विकल्पों के संबंध में जानकारी होगी।
कोलाबा-सीप्ज-आरे के बीच 33.5 किलोमीटर लंबा भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर है। इसमें से 12.5 किलोमीटर लंबे आरे कॉलोनी से बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स मार्ग का उद्घाटन अक्टूबर के पहले सप्ताह में हो सकता है।
Patna Metro: पटना में गंगा और पुनपुन नदी उफान पर है। इस कारण दोनों नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसी कारण फतुहा के निचले इलाके में बने मेट्रो के कास्टिंग यार्ड में पानी प्रवेश कर गया है। पानी प्रवेश करने के कारण निर्माण में लगे अभियंता और मजदूर यार्ड के अंदर नहीं जा पा रहे हैं।
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर मेरठ दक्षिण (परतापुर) से मोदीपुरम के बीच चलने वाले मेरठ मेट्रो का जल्द ट्रायल किया जाएगा। फिलहाल यह ट्रायल दुहाई डिपो से मेरठ दक्षिण के बीच होगा।
नगर विकास सचिव अभय कुमार सिंह ने पदभार संभालते ही विभागीय कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने निकायों में स्वच्छता और जनसुविधाओं को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया। पटना मेट्रो और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं...
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन सुरेश कुमार ने मुख्यमंत्री को एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के मास्टर प्लान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डा अगले साल जनवरी तक नये रूप में तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि देश के अन्य आधुनिक एयरपोर्ट की भांति पटना एयरपोर्ट टर्मिनल का विकास हो रहा है।
पटना मेट्रो कॉरिडोर-2 की गांधी मैदान से आकाशवाणी के बीच दूसरी भूमिगत सुरंग तैयार हो गई है। सुरंग छेदक मशीन (टीबीएम) द्वारा पटना जंक्शन तक खुदाई का काम अगले माह शुरू होगा। हालांकि, पटना जंक्शन मेट्रो...
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को बताया कि केंद्रीय कैबिनेट ने शुक्रवार को हुई बैठक में दो नए एयरपोर्ट और तीन मेट्रों प्रोजेक्ट के लिए मंजूरी दे दी है। जल्दी ही इन पर काम शुरू हो जाएगा। तीनों मेट्रो परियोजनाओं के 2029 तक संचालित होने की उम्मीद है।
बिहार में भागलपुर समेत चार शहरों में मेट्रो संचालन की संभावनाओं को तलाशने का काम तेज हो गया है। नीतीश कैबिनेट से मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और भागलपुर में मेट्रोचलाने की योजना पास हो चुकी है।
पटना मेट्रो के स्टेशनों पर लगभग 100 करोड़ रुपये से एस्केलेटर और लिफ्ट लगाए जाएंगे। इसके लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने निविदा जारी कर दी है।
भागलपुर, दरभंगा, गया और मुजफ्फरपुर में मेट्रो रेल की संभावनाओं को तलाशने के लिए नीतीश सरकार सर्वे करवा रही है। इसका ठेका रेलवे की कंपनी राइट्स को दिया गया है। कंपनी चार महीने के भीतर रिपोर्ट देगी।
राजधानी पटना में जल्द ही मेट्रो दौड़ती नजर आएगी। मेट्रो परियोजना को गति देने के लिए 100 करोड़ का निवेश होगा। यह राशि सार्वजनिक क्षेत्र और अन्य उपक्रमों में निवेश के लिए जारी हुई है।
पटना मेट्रो डिपो के निर्माण के लिए 33 मकानों पर बुलडोजर चलेगा। ये सभी मकान डिपो के एलाइनमेंट में आ रहे हैं। इसके लिए भू अर्जन विभाग ने मालिकों को तीसरी बार नोटिस थमा दिया है।
एक टीबीएम भूमिगत टनल की खुदाई लगभग 4 किलोमीटर तक ही कर सकती है। 4 किलोमीटर तक टनल की खुदाई के बाद टीबीएम की छमता काफी कम हो जाती है। जिस कारण उसकी उपयोगिता खत्म हो जाती है।
गांधी मैदान को पटना का दिल कहा जाता है। राजधानी के व्यस्ततम इलाकों में शुमार यह इलाका मेट्रो से जुड़ेगा। यहां से मेट्रो के कॉरिडोर-टू की लाइन गुजरेगी। गांधी मैदान का मेट्रो स्टेशन भूमिगत होगा।
रिसीविंग सब स्टेशन मेट्रो की है महत्वपूर्ण इकाई जानकारी के अनुसार मेट्रो के परिचालन के लिए रिसीविंग सब स्टेशन एक अहम इकाई होती है। इसके माध्यम से ही संपूर्ण मेट्रो सिस्टम को बिजली की सप्लाई मिलती है।
मेट्रो के यात्री रूट की जानकारी और किराया के लिए गूगल मैप की मदद ले सकेंगे। यही नहीं वे वर्तमान में जहां पर हैं, वहां से नजदीकी मेट्रो की जानकारी और पहुंचने का रास्ता भी मैप से पता चलेगा।
पटना मेट्रो का निर्माण कार्य अब तक 30 प्रतिशत तक पूरा हो गया है। पटना में कुल 24 स्टेशनों का निर्माण होना है। इनमें से अब तक 17 स्टेशनों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया।
दो दर्जन से ज्यादा की संख्या में आए बदमाश राजापुर पुल के निकट मेट्रो के प्रोजेक्ट ऑफिस से भारी मात्रा में कीमती सामान उठाकर ले गए। बदमाशों ने गार्ड की मौजूदगी में वारदात को अंजाम दिया।
बिहार की राजधानी पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो का काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। पहले अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, इसके बाद सुरंग का काम होगा।