आरएलजेपी के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल का कहना है कि ई-रिक्शा चालक ने उनकी कार में टक्कर मारी थी। उनका दावा है कि ई-रिक्शा पर सवार 3-4 लोग नशे में थे। जिसके बाद इन लोगों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी
रालोजपा प्रमुख पशुपति पारस ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में दलित की पार्टी समझ कर उनके पांचों सांसदों के टिकट एनडीए ने काट दिए थे।
करीब एक हफ्ते में ही लालू और पशुपति पारस की इस दूसरी मुलाकात को लेकर यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि जल्द ही पशुपति पारस कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं। इस बात की भी अटकलें तेज हैं कि आरएलजेपी बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन का हिस्सा बन सकता है।
पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रही है। पारस एनडीए या महागठबंधन, किसके साथ चुनाव लड़ेंगे, इस पर अगले महीने फैसला होने वाला है।
लालू यादव की आरजेडी दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। इसका ऐलान तेजस्वी यादव ने किया है। साथ ही रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति पारस के महागठबंधन में आने की अटकलों को खारिज कर दिया है। गया में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होने नीतीश सरकार पर हमला बोला।
आरएलजेपी के अध्यक्ष पशुपति पारस के घर पर दही चूड़ा भोज में शामिल हुए राजद सुप्रीमो लालू यादव से जब पूछा गया कि क्या महागठबंधन में पारस को साथ रखेंगे, तो उन्होने हामी भर दी। जिसके बाद अब सियासी अटकलें तेज हो गई है। क्या 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पशुपति पारस महगठबंधन के साथ जाएंगे।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति पारस के दही-चूड़ा भोज में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पहुंचे। उनके साथ तेज प्रताप और अब्दुल बारी सिद्दीकी भी साथ थे। इस मौके पर पारस ने कहा कि भविष्य के गर्त में क्या छिपा है, वक्त आने पर सामने आ जाएगा।
श्रवण अग्रवाल ने कहा कि मकर संक्रांति पर भोज का आयोजन रामविलास पासवान द्वारा किया जाता था। उसी परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। लालू यादव, नीतीश कुमार के अलावा दिलीप जायसवाल को भी निमंत्रण दिया जा रहा है।
आरएलजेपी कार्यकर्ताओं के बीच मौजूद पशुपति पारस ने एनडीए पर उनके साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया है। इसी के साथ बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
रालोजपा सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी अभी भी एनडीए में हैं। पार्टी के संगठन को मजबूत करने को लेकर चलो गांव की ओर कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। अभी बिहार के सभी 38 जिलों का भ्रमण करेंगे।