चिराग पासवान ने कहा कि अलग तो वो होते है जो साथ में हों। वे एनडीए में थे कब? वे लोकसभा के चुनाव के समय भी नहीं थे और विधानसभा चुनाव के वक्त भी उनको गिनती में नहीं रखा गया।
आरएलजेपी के प्रमुख पशुपति पारस ने पार्टी दफ्तर खाली कराने पर भी नाराजगी प्रकट की। राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह ने कहा कि पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए अभियान चलेगा।
पटना स्थित लोजपा के दफ्तर में करीब तीन साल बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के गुट की वापसी हुई है। चिराग ने नारियल फोड़कर दफ्तर में प्रवेश किया और कहा कि यहां से उनके पिता की यादें जुड़ी हुई हैं। इस कार्यालय को उनके चाचा पशुपति पारस से खाली करवाया गया था।
तमाम प्रयासों के बावजूद आखिरकार आरएलजेपी के अध्यक्ष पशुपति पारस को पटना स्थित सरकारी बंगला खाली करना पड़ रहा है। जिसमें पार्टी का कार्यालय भी है। सामान के साथ-साथ ऑफिस में लगी एस्बेस्टस की छत भी उखाड़ कर ले गए हैं।
पटना हाई कोर्ट ने नीतीश सरकार के भवन निर्माण विभाग द्वारा पशुपति पारस के गुट वाली लोक जनशक्ति पार्टी का दफ्तर जबरन खाली कराने के आदेश पर 13 नवंबर तक रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित हुई एनडीए की बैठक में पशुपति पारस की रालोजपा को न्यौता न मिलने से पार्टी नाराज है। इस मामले पर पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। इस मामले को अब शीर्ष नेताओं के सामने उठाएंगे।
पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा ने भवन निर्माण विभाग द्वारा पटना स्थित लोजपा का दफ्तर खाली कराए जाने के आदेश पर नाराजगी जाहिर की है। रालोजपा का कहना है कि मामला कोर्ट में लंबित है तो विभाग चिट्ठी पर चिट्ठी क्यों भेज रहा है। उन्होंने चिराग पासवान की पार्टी के दबाव में आकर कार्रवाई का आरोप लगाया।
पटना में एयरपोर्ट के पास स्थित लोक जनशक्ति पार्टी के दफ्तर को खाली करवाने के लिए पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा को नोटिस पहुंच गया है। अगर 7 दिन में पारस ने यह कार्यालय खाली नहीं किया तो पुलिस जबरन इसे काली करवाएगी। इस ऑफिस को पारस के भतीजे चिराग पासवान की लोजपा रामविलास को आवंटित किया गया है।
पशुपति पारस को मौका मिला था, पर स्वार्थवश उन्होंने पार्टी और परिवार को तोड़ा दिया। स्व. रामविलास पासवान के उतराधिकारी सिर्फ चिराग पासवान हैं।
यहां जीतन राम मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पशुपति कुमार पारस अस्वस्थ हैं और मुझे लगता है कि आज रामविलास पासवान की रिक्ति को पशुपाथ पारस ही भर सकते हैं।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गबठबंधन (एनडीए) में सीट शेयरिंग को लेकर कहा है कि लोकसभा और विधानसभा का फॉर्मूला अलग-अलग होता है।
चिराग से सुलह की संभावना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ऐसा कभी नहीं हो सकता। अब वह स्थिति नहीं है। अब बहुत देर हो चुकी है।' उन्होंने कहा, 'जब पार्टियां टूटती हैं, तो वे एक हो सकती हैं, लेकिन जब दिल टूटते हैं, तो वे नहीं जुड़ सकते।'
खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान बताने वाले लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान केंद्र में मंत्री बनने के बाद से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सुर में सुर नहीं मिला रहे हैं। अब तक चार मसलों पर चिराग सरकार के साथ खड़े नहीं नजर आए हैं।
रालोजपा की प्रदेश कमिटी को भंग कर दिया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस के आदेश पर ये कार्रवाई की गई है। बिहार चुनाव 2025 के मद्देनज नए सिरे से राज्य कमेटी का गठन होगा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से रोलाजपा के अध्यक्ष पशुपति पारस ने आज उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। ये बैठक आधे घंटे से ज्यादा चली। जिसमें राजनीति समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
बिहार में चार सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा गर्माया हुआ है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के पटना स्थित दफ्तर में जाकर मुलाकात की।
सुनील पांडे का बीजेपी में शामिल होना मोदी सरकार के पूर्व मंत्री पशुपति कुमार पारस और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल सुनील पांडे के बल पर ही आरएलजेपी ने बिहार विधानसभा के आसन्न उपचुनाव के लिए तरारी सीट पर दावेदारी ठोका था।
बिहार में चार सीटों पर होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनाव में एक सीट (तरारी) मांगने वाली पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा को बड़ा झटका लगा है। तरारी से चार बार विधायक रहे सुनील पांडे ने रालोजपा छोड़कर बीजेपी में जाने का फैसला लिया है। उनकी बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव लड़ने की संभावना है।