समाजवादी संस्थापक मुलायम सिंह की द्वितीय पुण्य तिथि पर धर्मजीत सिंह पीजी कॉलेज में एक गोष्ठी आयोजित की गई। छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव दीपक यादव ने युवाओं को नेताजी के मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाया।...
श्रावस्ती में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह की पुण्यतिथि पर पार्टी कार्यालय भिनगा में श्रद्धांजलि दी गई। कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प चढ़ाए। विधायक अरमान वर्मा ने कहा कि मुलायम सिंह को धरती...
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता कांशीराम और मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देंगे। कांशीराम की पुण्यतिथि 9 अक्टूबर को और मुलायम सिंह की 10 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इसके बाद 11 अक्टूबर को...
मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को पार्टी में शामिल करने के ढाई साल बाद भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। अपर्णा को यूपी महिला आयोग का उपाध्यक्ष बना दिया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पीडीए जागरूकता अभियान के लिए बरेली जिले का प्रभारी बनाया। नये प्रभारी अली अल्वी हैं।
मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने पितृ पक्ष में मुंडन कराने के बाद अपने माता-पिता का पिंड दान किया और बद्रीनाथ धाम के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
मुलायम सिंह यादव ने विशेष आग्रह करके अपने शिक्षक को बुलवाया और उनके बगल में खड़े रहकर मुस्कुराते हुए सारी बातें सुनते रहे। उदय प्रताप सिंह ने कहा कि इनसे (मुलायम से) हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है।
मुलायम सिंह सबसे पहले अपनी पहलवानी के कारण मशहूर हुए। 1962 में जसवंतनगर की काशीपुर भदेही ग्राम पंचायत में खेत में बने अखाड़े में मुलायम सिंह की पहलवानी देख तत्कालीन विधायक उन्हें राजनीति मेें लाए।
INDIA गठबंधन में शामिल कई दलों ने राष्ट्रपति भवन के न्योते में 'भारत' लिखे जाने को सरकार का डर बताया है। इस गठबंधन में समाजवादी पार्टी भी शामिल है। इस बीच सपा का ही 2004 का घोषणापत्र है।
मुलायम सिंह यादव का नाम समाजवादी राजनीति और पिछड़ों एवं वंचितों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए जाना जाता है। यूपी में उनकी सियासत को सामाजिक न्याय की राजनीति के उभार के तौर पर देखा जाता है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव आजमगढ़ लोकसभा सीट गंवाने के बाद पिता मुलायम के निधन से खाली हुई मैनपुरी को किसी भी हाल में अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहते हैं। इस सीट को जीतने के लिए तैयारियों में जुट गए हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव बुधवार शाम को वृंदावन के बांकेबिहारी की शरण में पहुंचे। यहां उन्होंने परिवार के साथ ठा. बांकेबिहारी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। पत्नी डिंपल यादव ने 11 दीप भी जलाए।
सैफई की परंपरा को निभाने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं नहीं करने का फैसला लिया है। इसके बाद भी उनकी तेरहवीं पर भंडारे के लिए चंदा वसूली का मामला सामने आया है।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मोक्ष प्राप्ति के लिए शुक्रवार को सैफई में उनके पैतृक आवास परिसर पर शांति हवन का आयोजन होगा। कार्यक्रम की तैयारियां गुरुवार से ही शुरू हो गई हैं।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके छोटे बेटे प्रतीक यादव की पहली बार सियासत को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रतीक यादव बुधवार को प्रयागराज में मुलायम सिंह की अस्थियों का विसर्जन करने पहुंचे थे।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अस्थियां हरिद्वार के बाद अब अब प्रयागराज के संगम में प्रवाहित की जाएंगी। अखिलेश यादव बुधवार को अस्थि कलश लेकर प्रयागराज जाएंगे। इस दौरान पूरा परिवार साथ रहेगा।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की अस्थियां सोमवार को वीआईपी घाट पर गंगा में प्रवाहित होंगी। 10 अक्तूबर को मुलायम सिंह का निधन हो गया था।
मैनपुरी लोकसभा सीट लंबे समय से मुलायम परिवार के पास रही है। मुलायम सिंह यादव के निधन से न सिर्फ मैनपुरी सीट खाली हो गई है बल्कि लोकसभा में यादव परिवार का प्रतिनिधित्व भी खत्म हो गया है।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट इस समय राजनीतिक चर्चा में सबसे ऊपर है जहां उप-चुनाव होगा। मुलायम के गढ़ इस सीट से इस बार सपा से कौन लड़ेगा ?
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं नहीं होगी। बेटे अखिलेश यादव ने सैफई की परंपरा को निभाने का फैसला लिया है। अब 11वें दिन केवल हवन और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा।
मुलायम सिंह के निधन की खबर पर महाराजगंज का एक नन्हा समर्थक अकेले ही सैफई के लिए रवाना हो गया। महाराजगंज से गोरखपुर पहुंचा और वहां से ट्रेन से लखनऊ आ गया। वहां से इटावा भी पहुंचा और भटक गया।
मुलायम के बिना वह रणनीतिक रूप से कितने कुशल हैं, कैसे परिवार को साधते हैं और कैसे पार्टी को, यह सीट के चुनाव से पता चलेगा। मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी सीट से 5 बार जीत हासिल की थी।
समाजवादी पार्टी प्रदेश भर में मुलायम सिंह यादव की श्रद्धांजलि सभा आयोजित करेगी। सपा की तरफ से प्रदेशभर के पदाधिकारियों को इसके लिए निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। 21 अक्टूबर को सभा होगी।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनपर सोशल मीडिया के जरिए अभद्र टिप्पणी करने के मामले में यूपी पुलिस ने शुभम गुप्ता नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी की थी।
मुलायम के निधन से लोकसभा में अब सैफई के यादव परिवार से कोई सदस्य नहीं रह गया है। राष्ट्रीय राजनीति में सपा की धाक के लिए यादव परिवार से ही किसी को मैनपुरी उपचुनाव लड़ाने की संभावना जताई जा रही है।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश यादव के बीच दूरियां कुछ कम होती दिखाई दे रही हैं। मुलायम की सैफई कोठी में कई बार शिवपाल अखिलेश के गार्जियन की तरह दिखाई दिए।
मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार की दोपहर सैफई पहुंचे। मीडिया से बातचीत में कहा कि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री रहे हैं। हमें उन्हें आगे प्रमोट करना है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी गुरुवार को समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने सैफई पहुंचे। यहां मुलायम की तस्वीर के सामने आते ही उनकी आंखें नम हो गईं। करीब बीस मिनट यहां रुके।
'धरतीपुत्र' मुलायम सिंह के निधन के बाद से सैफई गमगीन है। मंगलवार को अंतिम संस्कार के बाद बुधवार सुबह अन्य रस्में शुरू हुईं। अंत्येष्टि स्थल पहुंचे अखिलेश अस्थि संचय की प्रक्रिया के दौरान भावुक हो गए।
मुलायम सिंह यादव के सियासी दांव अकसर अप्रत्याशित होते थे और उन्हें सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, मायावती से लेकर तमाम नेताओं को अपने फैसलों से चौंकाया था। हालांकि इसके बाद भी उनके सबसे रिश्ते अच्छे थे।