तेजस्वी को राजनीति की कोई जानकारी नहीं है : ललन सिंह तेजस्वी को राजनीति की कोई जानकारी नहीं है : ललन सिंह
तेज प्रताप ने कहा कि इस बार तेजस्वी ही मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। ये मेरी भविष्यवाणी है। ललन सिंह के कहने से कुछ नहीं होने वाला है। नीतीश की कुर्सी जाने वाली है, और तेजस्वी सीएम बनने वाले हैं। ललन सिंह का सपना टूटने जा रहा है।
ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी को प्रगति से क्या मतलब? उन्हें प्रगति का कुछ अनुभव है। कुछ काम किए हैं, तब ना कुछ प्रगति के बारे में मालूम होगा। 2005 से पहले से आज जो बिहार बनकर खड़ा है। ये उसी प्रगति यात्रा का परिणाम है। वैसे वो मुख्यमंत्री का सपना देखत रहे, जो पूरा नहीं होगा।
केंद्रीय पंचायती राज मंत्री ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अपने पिता लालू प्रसाद के लिए भारत रत्न की मांग कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह बिहार के बर्बादी और अपराधों...
तेजस्वी के लालू यादव को भारत रत्न दिए जाने वाली भविष्यवाणी पर तंज कसते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि क्या बिहार को बर्बाद करने के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए।
जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मोदी कैबिनेट में अपने सहयोगी एवं बीजेपी नेता गिरिराज सिंह की चुटकी ले ली। उन्होंने एक सवाल के जवाब के दौरान लोकसभा में कहा कि गिरिराज मछली खाते हैं, लेकिन दूसरों को खिलाते नहीं हैं।
बिहार से एनडीए के 30 सांसदों ने शुक्रवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री और हम नेता जीतनराम मांझी नहीं नजर आए।
केंद्रीय बजट को जुमलेबाजी कहने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने हमला बोला है। उन्होने कहा कि उनके शब्दकोश में विकास का कोई मतलब ही नहीं है। नीतीश कुमार उत्तर बिहार में बाढ़ के दिनों में कुंटलिया बाबा के नाम से प्रसिद्ध थे। गरीबों को एक-एक क्विंटल अनाज देते थे।
बजट का विरोध कर रहे विपक्षी दलों पर भड़कते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि अपोजिशन का काम ही यही है, मत जाइए बिहार में चुनाव लड़नें, क्यों जाइएगा। बिहार का तो सब हो गया। विपक्ष को क्या किसानों और युवाओं को लाभ मिलने पर भी आपत्ति है।
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मोकामा गैंगवार के मुद्दे पर विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह हमारा काम नहीं है, उन लोगों यानी विपक्ष का काम है। हम ये काम नहीं करते हैं।