जाले प्रखंड के रेवढ़ा गांव के वैज्ञानिक डॉ. इम्तियाज अहमद ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित संचार उपग्रह जीसैट 20 के लांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 18 नवंबर को फाल्कन-9 रॉकेट...
Viral Video: इस सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के कुछ समय बाद ही स्पेस एक्स ने GSAT-N2 या GSAT 20 से जुड़े कुछ वीडियो जारी किए हैं, जिनमें नजर आ रहा है कि कैसे फॉल्कन 9 ने इन्हें अंतरिक्ष तक पहुंचाया।
4700 किलोग्राम वजनी GSAT-N2 या GSAT 20 इस सैटेलाइट की मदद से दूर दराज के इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जा सकेगी। इस सैटेलाइट की मिशन लाइफ 14 वर्षों की है।
India's satellite GSAT-N2: GSAT-N2 एक संचार उपग्रह है जिसे इसरो के सैटेलाइट सेंटर और लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। यह भारत के स्मार्ट सिटी मिशन के लिए आवश्यक संचार बुनियादी ढांचे में डेटा ट्रांसमिशन क्षमता जोड़ेगा।
बलिया के सनबीम स्कूल में वार्षिकोत्सव ‘जेनसिस वोयेजेज़ ऑफ डिस्कवरी 2024’ का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सुधीर कुमार एन. ने तकनीक के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में नृत्य, प्रस्तुतियाँ, वार्षिक...
Chandrayaan Update: इसरो न चंद्रयान-2 ऑर्बिटर और चंद्रमा के ऊपर कोरियाई पाथफाइंडर लूनर ऑर्बिटर (केपीएलओ) के बीच संभावित टक्कर को सफलतापूर्वक टाल दिया।
अगले सप्ताह इसरो जीसैट-20 की लॉन्चिंग करने वाला है। इस लॉन्चिंग में स्पेसएक्स के रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा।
GSAT-N2 भारत का सबसे एडवांस Ka-बैंड सैटेलाइट है। इसकी मल्टी-बीम आर्किटेक्चर और स्पॉट बीम तकनीक से यह प्रणाली की क्षमता में जबरदस्त इजाफा करेगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो में चयनित पतरातू के अभिनव कुमार की सफलता से क्षेत्र में खुशी का माहौल है। वह पहले से भारतीय रेलवे में वरिष्ठ सहायक लोको पायलट के पद पर कार्यरत हैं। अभिनव ने...
14 नवंबर को चंद्रयान-1 ने चांद पर क्रैश लैंडिंग की थी, जिसके बाद भारत ने जमकर जश्न मनाया था। इसी मिशन में भारत ने चांद पर पानी की खोज की थी। इस अभूतपूर्व खोज के बूते भारत ने पहली बार दुनिया को अपनी अंतरिक्ष ताकत दिखाई।
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वैज्ञानिकों का कहना है कि 2029 में एक क्षुद्रग्रह धरती के पास से गुजरेगा, तब गुरुत्वार्षण बल के कारण खगोलीय भूकंप आ सकता है। यह कई परमाणु बमों से निकली ऊर्जा के बराबर होगा।
सोमनाथ के मुताबिक, ‘इसरो का लक्ष्य अंतरिक्ष क्षेत्र में सक्रिय देशों के साथ वर्चस्व की लड़ाई में शामिल होने के बजाय देश की सेवा करना है। ऐसा करने के लिए इसरो को वह करने की आजादी चाहिए, जो वह करना चाहता है।'
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच सीएम एकनाथ शिंदे के बैग की तलाशी हुई है। इससे पहले उद्धव ठाकरे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के बैग की भी तलाशी हो चुकी है। शाम की टॉप 5 खबरें।
SPADEX MISSION: इस मिशन में इसरो दो अलग-अलग स्पेसक्राफ्ट को जोड़ेगा। अगर यह सफल हो जाता है तो भारत ऐसा करने वाले चीन और अमेरिका की बराबरी कर लेगा।
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन एस सोमनाथ ने उद्योगों से अंतरिक्ष क्षेत्र में निवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक अंतरिक्ष शक्ति बनाने के लिए यह निवेश जरूरी है।...
मानव शरीर लद्दाख में कठोर मौसम स्थिति के प्रति कैसे अनुकूल होता है, जो यह समझने में उपयोगी हो सकता है कि अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष जैसी परिस्थितियों के लिए कैसे अभ्यस्त हो सकते हैं।
इसरो ने लद्दाख में देश का पहला एनालॉग मिशन लॉन्च किया है। इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस एक्सप्लोरेशन के दौरान आने वाली स्थितियों के लिए तैयार किया जा सके।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सोमनाथ ने कहा कि अत्यधिक एडवांस एलियन सभ्यताएं शायद हमें देख भी रही हों या हमारे आस-पास उपस्थित भी हों।
विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में 585 अप्रेंटिस ट्रेनी पदों पर भर्ती:उम्मीदवार शिक्षा मंत्रालय के NATS 2.0 पोर्टल nats.education.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं>
ISRO Vacancy 2024: इसरो-विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर ने अप्रेंटिस ट्रेनी पदों पर नौकरी निकाली है। कैंडिडेट शिक्षा मंत्रालय के NATS 2.0 पोर्टल nats.education.gov.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
सोमनाथ ने कहा कि भारत के पास सितारों और आकाशगंगाओं का अध्ययन करने की एक पुरानी और समृद्ध परंपरा है। यह एक लंबे समय के बाद है कि देश खगोल विज्ञान के क्षेत्र में नया ज्ञान पैदा कर रहा है।
ISRO Chief S Somnath: इसरो चीफ ने कहा कि आज जो मस्क कर रहे हैं उससे युवाओं के बीच में भी अंतरिक्ष को लेकर रूचि जाग रही है। यह एक शानदार काम है। वह लोगों के बीच में भी खासे लोकप्रिय हैं
सुरक्षा चिंताओं के कारण स्टारलाइनर अंतरिक्ष कैप्सूल खाली ही लौटा। इसके बाद तूफान मिल्टन की वजह से समुद्र में खराब हालात और तेज हवाओं के कारण भी उनकी वापसी में 2 सप्ताह की देरी हुई।
इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने चाणक्य रक्षा संवाद 2024 में अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में वस्तुओं की निगरानी करना चुनौतीपूर्ण है और यह जानना आवश्यक है...
आईआईटी धनबाद के वार्षिक कार्यक्रम कंसेटो में पूर्व इसरो वैज्ञानिक डॉ श्याम मोहन ने छात्रों को अंतरिक्ष मिशनों के बारे में बताया। उन्होंने इसरो के इतिहास और विक्रम साराभाई के दृष्टिकोण पर चर्चा की।...
शाहजहांपुर के पुवायां तहसील के ककरौआ गांव की नेहा शुक्ला को मध्यप्रदेश राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल ने गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। नेहा ने महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में एम लिव...
महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज में इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक मेघ भटनागर ने युवा वैज्ञानिकों के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने करियर के लिए इच्छाओं का पालन करने और नवाचार में भाग लेने के लिए प्रेरित...
Chandrayaan 3 ने पिछले साल अगस्त में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की थी। तबसे कई जानकारियां सामने आ चुकी हैं। अब एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें विक्रम लैंडर का रैंप बंद होते दिख रहा है।