हिमाचल की तीन विधानसभा सीटों देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ में हुए उपचुनाव में सताधारी कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा। कांग्रेस ने जहां दो सीटों पर जीत दर्ज की, वहीं भाजपा को महज एक सीट पर विजय प्राप्त हुई।
हिमाचल विधानसभा की तीन सीटों पर आज उपचुनाव का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग के अनुसार, विधानसभा की देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर सीटों पर अगले महीने 10 जुलाई को उपचुनाव कराया जाएगा।
होशियार सिंह के मुताबिक, उन्होंने यह बात स्पीकर को मौखिक रूप से भी कही है। स्पीकर हमारे जवाब से संतुष्ट नजर आए हैं और उन्हें उम्मीद है कि वे तीनों का इस्तीफा जल्द ही मंजूर कर लेंगे।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू चार महीने पहले हुए सम्पन्न हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने प्रचार पर सबसे कम खर्च करने वाले उम्मीदवार हैं। सुक्खू नादौन सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे।
हिमाचल प्रदेश में पीएम मोदी ने दो दिन (5 और 9 नवंबर) को दो-दो यानी कुल चार रैलियों को संबोधित किया, जबकि होम मिनिस्टर अमित शाह ने 15 अक्टूबर से 10 नवंबर के बीच कुल 9 रैलियां की थीं।
हिमाचल प्रदेश की जनता से कांग्रेस ने बड़े बड़े वादे किए हैं। कांग्रेस की सरकार इन वादों को कैसे पूरा करेगी, यह एक बड़ा सवाल है। कांग्रेस के नेताओं ने इस बारे में क्या कहा इस रिपोर्ट में जानिए....
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल का नया मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी ने साफ कर दिया कि आम परिवार से आने वाले और संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को पूरी तरजीह दी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद के लिए सुखबीर सिंह सुक्खू का नाम फाइनल कर दिया है जो कि राजपूत हैं। वहीं मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाया गया है। इसके पीछे हिमाचल का वोटबैंक वजह है
हिमाचल प्रदेश में सीएम पद के लिए अभी किसी के नाम का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन सुक्खू का नाम आने के बाद रानी प्रतिभा सिंह के समर्थक कांग्रेस दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने लगे हैं।
हिमाचल में जनता ने रिवाज को कायम रखते हुए एक बार फिर सरकार बदल दी। कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ जल्द सरकार का गठन करेगी। पार्टी को यह जीत दिलाने में प्रियंका गांधी ने अहम भूमिका निभाई है।
हिमाचल प्रदेश में नवनिर्वाचित विधायकों से जुड़े रोचक तथ्य सामने आए हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में इस बार 68 नवनिर्वाचित विधायकों में से 16 विधायक महज 10वीं और 12वीं पास हैं।
पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का वादा कांग्रेस के लिए सही दांव साबित हुआ, वहीं सेब उत्पादकों के मुद्दों ने करीब 20 सीटों पर भाजपा की संभावनाओं पर पानी फेर दिया।
हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा में इस बार सिर्फ एक महिला विधायक होगी। प्रदेश में 12 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में महिला उम्मीदवारों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा।
एग्जिट पोल भारत में अक्सर चुनाव परिणामों की भविष्यवाणी करते समय गलत हो जाते हैं क्योंकि इस खेल में कई जटिल कारक होते हैं।मतदाता जब पोलिंग बूथ से बाहर निकलते हैं, तब उनसे बातचीत कर इसका अनुमान लगाते है
सरवीन कांगड़ा की शाहपुर सीट से हार गई हैं। भाजपा सरवीन चौधरी की जीत की संभावनाओं को बढ़ाने के इरादे से विजय सिंह मनकोटिया को अपने पाले में लाई थी, फिर भी सत्ता विरोधी लहर ने पार्टी का पीछा नहीं छोड़ा।
2017 के चुनावों में कांग्रेस को 21 सीटें आई थीं। यानी पांच साल में कांग्रेस ने 1% ज्यादा वोट हासिल कर करीब 60% ज्यादा सीटें अपनी झोली में डाल ली है। पार्टी ने 2 महिलाओं समेत 4 बड़े चेहरों को तरजीह दी
भाजपा को नौ सीटों पर जीत मिली है और 17 सीटों पर आगे चल रही है। दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की और एक सीट पर आगे है।
इस बार चुनाव कुछ इस तरह हुए कि जनता ने किसी को निराश ही नहीं किया। गुजरात में भाजपा को जीत मिली तो हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत मिल रहा है। वहीं दिल्ली एमसीडी में केजरीवाल को जीत मिली।
धर्मशाला में कांग्रेस प्रत्याशी सुधीर शर्मा ने बीजेपी के उम्मीदवार राकेश चौधरी को 3,285 वोटों के अंतर से हरा दिया है। चौधरी कांग्रेस छोड़कर आए थे। उन्हें टिकट दिए जाने पर बीजेपी में बगावत हो गई थी।
Himachal Pradesh Assembly Elections 2022 Results : हिमाचल विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी बेहद कड़े मुकाबले में कांग्रेस इस बार बहुमत आंकड़े को पार करते हुए जीत के करीब पहुंच गई है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक पार्टी को 1 फीसदी ही वोट मिले हैं। ऐसे में दिल्ली नगर निगम चुनावों में अपना जादू दिखाने वाले अरविंद केजरीवाल की पार्टी प्रदेश में पार्टी बुरी तरह से मात खाती दिख रही ह
Himachal Pradesh Election 2022 Result : हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा में जारी कांटे की टक्कर के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सेराज सीट (Seraj Seat) पर 38000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं।
भाजपा उम्मीदवार व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सिराज सीट से 3763 मतों से आगे चल रहे हैं। पूर्व मंत्री व कांग्रेस उम्मीदवार कौल सिंह ठाकुर 2421 मतों से पीछे चल रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी 68 सीटों पर मतगणना समाप्त। जयराम ठाकुर की विदाई फिक्स हो गई है। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता जश्न में डूबे हुए हैं। जानिए, कौन जीता-हारा सबसे तेज
आम आदमी पार्टी गुजरात में दूसरी बड़ी पार्टी के सपने तो देख रही है, साथ ही उसके मन में हिमाचल को लेकर डर बना हुआ है। मामला उत्तराखंड और हिमाचल चुनाव से जुड़ा हुआ है।
बता दें कि, 8 जुलाई 2021 को वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अक्टूबर में हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह ने मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और भारी मतों से जीत हासिल की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी ने बुधवार को संकेत दिया कि अगर पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है तो “होली लॉज” - परिवार का पैतृक घर - मुख्यमंत्री पद के लिए इच्छुक है। वीरभद्र सिंह का पिछले साल निधन हो गया था।
मतों की गिनती का काम सुबह आठ बजे से शुरू होगा और सबसे पहले डाक मत पत्रों की गिनती की जायेगी। इसमें कहा गया है कि सुबह आठ बजे से पहले तक प्राप्त होने वाले डाक मतपत्रों की गिनती में शामिल किया जायेगा।
हिमाचल प्रदेश में वोटिंग के बाद कल 08 दिसंबर को मतगणना होगी। निर्वाचन आयोग द्वारा वोटों की काउंटिंग की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। भाजपा, कांग्रेस, आप प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हैं।
एमसीडी में बुरी तरह हार का सामना करने वाली कांग्रेस को अब गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजों से ही उम्मीद है। जानें कैसे ये नतीजे असर उसके भविष्य को प्रभावित करेंगे।