जींद की सात महिला पुलिसकर्मियों ने पत्र लिखकर आईपीएस अधिकारी समेत कुछ महिला पुलिस अधिकारियों पर सेक्स रैकेट और हनीट्रैप गैंग चलाने के आरोप लगाए हैं। पत्र में पुलिसकर्मियों के यौन शोषण की बात भी कही गई है।
चुनावी प्रक्रिया पर नजर रखने वाली प्रमुख एनजीओ ADR ने बताया है कि हरियाणा के 96 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं। वहीं 13 प्रतिशत नवनिर्वाचित विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत में दलित समुदाय का अहम योगदान रहा है राज्य की कुल 17 आरक्षित सीटों में से 9 पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। इसलिए नई सरकार में उनकी नुमाइंदगी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
नायब सिंह सैनी ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सैनी को भाजपा की ‘ऐतिहासिक’ जीत के लिए बधाई दी और विश्वास जताया कि विकसित भारत के संकल्प में हरियाणा की भूमिका और महत्वपूर्ण होने जा रही है।
2020-21 में किसान आंदोलन के दौरान ही जाटलैंड खासकर इस प्रदेश में भाजपा की लोकप्रियता को झटका लगा था। इससे जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं के बीच अंसतोष बढ़ गया था। संघ ने इसे भांप लिया था।
Sirsa Chunav Result 2024 Update: भाजपा ने गोपाल कांडा के समर्थन में सिरसा से अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया था। कांडा पूर्व में राज्य के गृह, उद्योग एवं नगर निकाय मंत्री के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं।
Kaithal Chunav Result 2024 Update: 25 वर्षीय आदित्य ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी से कॉमर्स स्नातक हैं। वह विवाहित हैं। उनकी कुल संपत्ति 29 करोड़ रुपये से ज्यादा है। उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
Dabwali Chunav Result: डबवाली सीट पर इनेलो उम्मीदवार आदित्य देवीलाल चौटाला जीत गए हैं। वहीं जेजेपी के उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला को हार मिली है। इस बार चाचा-भतीजे और भाई एक-दूसरे के आमने-सामने थे।
वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी में अंदरूनी कलह की खबरें उजागर हो रही हैं। खड़कवासला, कोथरूड और पार्वती में बीजेपी की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार मौजूदा विधायकों पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगा रहे हैं।
Haryana Vidhan Sabha Chunav: हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार सियासी माहौल बेहद दिलचस्प हो रहा है। जहां एक ओर बेटा और पिता भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं तो मां निर्दलीय और बेटा इनेलो पार्टी से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने आज कांग्रेस के कम से कम 10 बागियों को नामांकन वापस लेने पर राजी कर लिया है। एक दशक बाद सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही कांग्रेस को अभी भी कई कद्दावर नेताओं की बगावत का सामना करना पड़ रहा है।
6 महीने की अवधि में विधानसभा सत्र न बुला पाने के संवैधानिक संकट से बचने के लिए हरियाणा सरकार ने यह कदम उठाया था। सरकार का कार्यकाल 3 नवम्बर तक था। यानी यह 52 दिन बचा था। नियमों के चलते 12 सितम्बर तक सत्र बुलाना अनिवार्य था। हालांकि नायब सैनी अब कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
देश की सबसे अमीर महिला और ओपी जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल ने गुरुवार को हिसार निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।
कांग्रेस महासचिव एवं सिरसा सीट से लोक सभा सदस्य कुमारी सैलजा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा थी और यह बात उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले ही कहनी शुरू की थी।
भाजपा ने जिन जिन मंत्रियों को टिकट नहीं दिया उनमें स्कूल शिक्षा मंत्री और बड़खल विधायक सीमा त्रिखा शामिल हैं। उनकी जगह धनेश अदलखा को मैदान में उतारा गया है। स्वास्थ्य मंत्री और बावल विधायक बनवारी लाल की जगह कृष्ण कुमार को कैंडिडेट बनाया गया है।
भाजपा से आज ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए सतीश यादव को रेवाड़ी से उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेपी से आए सुनील राव को अटेली से टिकट दी गई है। कांग्रेस से आज ही आप में शामिल हुए भीम सिंह राठी रादौर से उम्मीदवार बनाए गए हैं।
कन्हैया मित्तल ने कहा कि मेरा मन कांग्रेस से जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बात चल रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो मैं कांग्रेस में जाऊंगा। कन्हैया मित्तल से जब कांग्रेस में शामिल होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सारे राम विरोधी कांग्रेस में नहीं हैं।
कांग्रेस के ज्यादातर स्थानीय नेताओं के विरोध के बावजूद पार्टी आलाकमान की इच्छा है कि अगर गठबंधन होता है तो इसका अच्छा संदेश जाएगा। उधर, आप नेताओं ने कहा है कि अगर गठबंधन पर फैसला नहीं होता है तो एक दो दिन में वे अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर सकते हैं।
विनेश फोगाट पहली बार चुनाव लड़ रही हैं और इसकी शुरुआत वह अपने ससुराल से ही कर रही हैं। विनेश फोगाट हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बलाली गांव की मूल निवासी हैं।
गठबंधन के बारे में मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे जाने पर आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि हम अभी भी बातचीत कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि देश और हरियाणा के हित में गठबंधन होगा। इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
हरियाणा चुनाव के लिए भाजपा की पहली लिस्ट आने के बाद से नेताओं के इस्तीफों की झड़ी लग गई है। अब गुरुग्राम से टिकट ना मिलने पर व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अब वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
दुष्यंत चौटाला जिस दोपहिया वाहन पर सवार थे, वह रियासत अली नामक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर है। जेजेपी नेता करामत अली ने गोची में एक जनसभा आयोजित की थी और चौटाला मुख्य अतिथि के रूप में वहां गए थे।
सूत्रों के अनुसार भाजपा ने अपनी अंदरूनी सर्वे पर मौजूदा आधे विधायकों के टिकट काटने का मन बनाया है। गुरुवार शाम होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राज्य की सभी सीटों के लिए नामों पर मंथन होगा।
हरियाणा के नूंह जिले में मेवात इलाके की तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा के लिए कमल खिलाना बड़ी चुनौती बना हुआ है। यहां भाजपा को जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है, जबकि अन्य क्षेत्रीय पार्टियां भी अपना खाता खोल चुकी हैं।
क्या कभी सोचा है कि आखिर ये 'आया राम-गया राम' का मुहावरा आया कहां से? दरअसल ये मुहावरा भी असल में दल-बदल की ही एक फेमस घटना से जुड़ा है।
Vinesh Phogat Likely To Contest Haryana Elections: भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट राजनीति में एंट्री कर सकती हैं। वह अपनी बहन बबीता फोगाट के खिलाफ हरियाणा विधानसभा चुनाव में लड़ सकती हैं।
चुनाव आयोग ने हरियाणा में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का भाजपा सरकार पर आरोप है कि सरकार ने आचार संहिता लागू होने के बाद भी अफसरों के तबादले किए हैं।
राज्य विधानसभा के एक अक्तूबर को होने वाले चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस पहले से ही काफी तैयारी कर चुके हैं। यही नहीं, लोकसभा चुनावों में भी दोनों दलों के बीच आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर टसल साफ दिखाई दी।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव का ऐलान जल्द ही हो सकता है। हरियाणा में कई पूर्व नौकरशाह और जज भी किस्मत आजमाना चाहते हैं। कई पूर्व अधिकारियों ने टिकट पर दावा ठोक दिया है और अपना अभियान भी शुरू कर दिया है।
Dushyant Chautala Mistake: मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि जजपा के कुल 10 में से 8 विधायक दुष्यंत चौटाला के खिलाफ हो गए हैं और पार्टी विधायक दल का नेता बदलने की तैयारी कर रहे हैं।