वोटिंग से पहले अपनों की तकरार में उलझी बीजेपी, मौजूदा विधायकों से भिड़े नए प्रत्याशी
- वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी में अंदरूनी कलह की खबरें उजागर हो रही हैं। खड़कवासला, कोथरूड और पार्वती में बीजेपी की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार मौजूदा विधायकों पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगा रहे हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में आपसी मतभेद की कई खबरें सार्वजनिक रूप से सामने आ रही हैं। खड़कवासला, कोथरूड और पार्वती में पार्टी के नेताओं में कलह बढ़ती नजर आ रही है। आगामी चुनाव में मैदान में उतरे उम्मीदवार मौजूदा विधायकों पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगा रहे हैं। इस कड़ी में अमोल बलवडकर का भी नाम है। वह कोथरूड से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। गुरुवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमोल बलवडकर ने मंत्री चंद्रकांत पाटिल पर निशाना साधते हुए कहा, "चूंकि मैं चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक हूं इसलिए हमारे नेता पाटिल मुझ पर निशाना साध रहे हैं। पाटिल ने दूसरे कार्यकर्ताओं को मेरे किसी भी कार्यक्रम में शामिल न होने के निर्देश दिए हैं। दबाव की वजह से कोई भी मेरे कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो रहा है।"
अमोल बलवडकर ने आगे कहा, "मुझे अपनी पार्टी पर भरोसा है लेकिन मेरी नाराजगी चंद्रकांत पाटिल से है। मैंने वरिष्ठ नेताओं चंद्रकांत पाटिल, रावसाहेब दानवे और मुरलीधर मोहोल को एक ईमेल लिखा जिसमें सब कुछ सामने रखा। एक वरिष्ठ नेता के रूप में पाटिल को सहयोग करना चाहिए और मेरे कार्यक्रमों में शामिल होना चाहिए। इसके बजाय वह मुझे घेर रहे हैं और अन्य नेताओं को मेरे कार्यक्रमों में शामिल होने के खिलाफ धमका रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता इस बारे में सोचेंगे क्योंकि मुझे लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। मतदाताओं ने मुझे कोथरूड से विधायक बनाने का फैसला किया है।”
पार्वती और खड़कवासला विधानसभा क्षेत्रों में भी ऐसी स्थिति है। खड़कवासला में प्रसन्ना जगताप और दिलीप वेदे-पाटिल जो विधानसभा चुनाव लड़ने को इच्छुक हैं, खुले तौर पर तीन बार के बीजेपी विधायक भीमराव तापकीर पर आरोप लगा रहे हैं। दो दिन पहले बीजेपी ने पार्टी नेताओं के साथ एक बैठक की जिसमें सांसद धनंजय महादिक को भी स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा गया था। प्रसन्ना जगताप ने कहा, "धनंजय महादिक समीक्षा के लिए आए थे लेकिन तापकीर ने सुनिश्चित किया कि हमें संदेश न मिले जब हमें इस बारे में पता चला। मैं मौके पर पहुंचा और अनुरोध किया कि मुझे बोलने की अनुमति दी जाए लेकिन तपकीर ने इजाजत देने से इनकार कर दिया। तपकीर तीन बार खड़कवासला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं चौथी बार चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। हालांकि दूसरे उम्मीदवार उन पर हमला कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि उन्हें मौका दिया जाए।