Dhanteras: धनतेरस के मौके पर अगर आप सोना और चांदी खरीदना चाहते हैं तो आपको दुकानों पर जाने की जरूरत नहीं है।ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और टाटा की मालिकाना हक वाली कंपनी BigBasket के जरिए घर बैठे 10 मिनट में सोना मंगवा सकते हैं।
Dhanteras puja kaise karein: धनतेरस पर सामान खरीदारी के लिए उत्तम समय दिन के 11:09 से 01:22 तक उत्तम होगा। लक्ष्मी कुबेर पूजा के लिए उत्तम समय इस दिन संध्या 05:34 से रात्रि 07:08 तक अति उत्तम है। F
Dhanteras 2024 : हर साल कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी यानी धनतेरस को को यम दीपम जलाया जाता है। यह एकमात्र ऐसा खास दिन होता है जब यमराज की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इसे अकाल मृत्य का भय नहीं रहता।
धनतेरस का पर्व कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोतशी को यानी आज मंगलवार को (29 अक्टूबर 2024 को) धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस खास दिन आप अपने प्रियजनों को ये मैसेज भेजकर धनतेरस की बधाई दे सकते हैं-
Happy Dhanteras : हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का पावन पर्व मनाया जाता है। धनतेरस के पावन मौके पर खूबसूरत Quotes, प्यार भरे संदेश जरूर शेयर करें....
धनतेरस के मौके पर अपनों को धनतेरस की शुभकामनाएं भी दी जाती हैं। यहां आपके लिए कुछ चुनिंदा शुभकमाना संदेश लेकर आए हैं जिनके साथ आप अपनों को हैप्पी धनतेरस बोल सकते हैं।
Dhanteras 2024 Date धनतेरस शुभ मुहूर्त आज इस त्रयोदशी तिथि का मान 29 अक्टूबर 2024 दिन मंगलवार को दिन में 10:59 बजे से आरम्भ होकर 30अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को दिन में 10:59 बजे तक व्याप्त रहेगा। इस लग्न में पूजा से मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न और करेंगी धनवर्षा
Dhanteras Muhurat, Mantra and Puja Vidhi and Timing: धनतेरस का पावन पर्व देशभर में आज 29 अक्टूबर 2024, मंगलवार को मनाया जा रहा है। जानें धनतेरस पर खरीदारी के मुहूर्त, मंत्र, पूजा विधि व यम दीपक का कैसे करें दान-
shopping time for dhanteras: आज धनतेरस पर पूजा के साथ खरीददारी भी की जाती है। धनतेरस की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। इसके अलावा खरीददारी आप कभी भी कर सकते हैं, यहां ज्योतिर्विद बता हैं, स्थिर लग्न में खरीददारी के शुभ चौघड़िया मुहूर्त
Diwali-2024: 5 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो सोने और चांदी ने साल 2024 में सबसे ज्यादा बढ़त का रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले साल 2007 में सोना करीब 31% चढ़ा था। वहीं, सबसे तेज 133 फीसदी की वृद्धि वर्ष 1979 में दर्ज की गई थी।
Dhanteras timing today : दिवाली का पर्व आज धनतेरस से शुरू होता है। यह कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन धनवंतरी और कुबेर जी और माता लक्ष्मी की पूजा होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन प्रदोष काल में इन तीनों का पूजन किया जाता है।
What is prohibited in Dhanteras 2024: धनतेरस पर कुछ कार्यों को करना अत्यंत शुभ माना गया है, जबकि कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है। जानें धनतेरस पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं-
Dhanteras Citywise Muhurat 2024: दिवाली के त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है। धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी व भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। जानें धनतेरस पर सिटीवाइज पूजन का शुभ मुहूर्त-
Dhanteras par sona kharidne ka muhurat 2024: धनतेरस पर सोना-चांदी के आभूषण, बर्तन, झाड़ू व धनिया आदि खरीदने की परंपरा है। जानें धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है-
Which things to donate on the day of Dhanteras 2024: धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी व भगवान कुबेर की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन कुछ चीजों का दान करना अत्यंत शुभ होता है। आप भी जानें-
Dhanteras Time: धनतेरस के दिन मान्यता है की चांदी, सोने और बर्तन की खरीदारी करने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है। जानें, धनतेरस पर दोपहर व शाम को खरीदारी का शुभ मुहूर्त, पूजा का मुहूर्त और 30 अक्टूबर को कब तक करें खरीदारी-
Dhanteras Deep Daan Timing 2024: धनतेरस पर मां लक्ष्मी व भगवान कुबेर की पूजा के साथ यम के नाम का दीपक जलाने का विधान है। जानें धनतेरस पर किस दिशा में लगाना चाहिए दीपक व दीपदान का शुभ मुहूर्त-
Dhanteras Shubh Muhurat 2024: धनतेरस पर इस साल भौम प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। धनतेरस का पर्व मां लक्ष्मी व भगवान कुबेर को समर्पित है, जबकि प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा का विधान है। जानें धन त्रयोदशी या धनतेरस के पूजन के शुभ मुहूर्त-
Horoscope Rashifal 29 October 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है।
Dhanteras 2024, Dhanteras shopping : धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त देखकर खरीदारी की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस के दिन कुछ चीजें खरीदने से मां लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सकता है।
Dhanteras 29 october shubh muhurat दीप पर्व दीवाली का आरंभ 29 अक्तूबर को धनतेरस (भगवान धनवंतरि जयंती) से होने जा रहा है। इस महापर्व के पहले दिन धनतेरस, दूसरे दिन छोटी दीवाली, तीसरे दिन दीवाली का पर्व मनाया जाएगा।
धनतेरस 29 अक्टूबर को है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान धन्वन्तरि की कई शुभ मुहूर्त में पूजा-अर्चना होगी। धनतेरस के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:48 से 5:40 मिनट तक है।
दीपावली से पूर्व धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में कुबेर संग महालक्ष्मी की सविधि आराधना कर सुख-समृद्धि और धन-धान्य से भंडार भरने की कामना की जाएगी।
धनतेरस का पर्व 29 अक्टूबर मंगलवार को मनेगा। यह दीपावली महापर्व का प्रथम दिन है। यह दिन विशेष रूप सेधन, संपत्ति, और समृद्धि के देवी-देवता भगवान धन्वंतरि, मांलक्ष्मी और कुबेर की पूजा-अर्चना के लिए शुभ माना जाता है।
Dhanteras pooja, Dhanteras 2024 Date : धनतेरस के दिन सोना-चांदी लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति समेत आदि चीजों को खरीदना शुभ होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी की उपासना करने से जीवन में पैसों की प्रॉब्लम का सामना नहीं करना पड़ता है।
When is dhanteras, Dhanteras kab hai: धनतेरस यानी धनत्रयोदशी, इसे कार्तिक मास की तेरहवीं तिथि कहते हैं, इस दिन कई शुभ संयोग बन रह हैं। 100 साल बाद ऐसा हो रहा है कि धनतेरस पर पांच राजयोग एक साथ बन रहे हैं।
धनतेरस का पर्व 29 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व दीपावली के पांच दिवसीय महोत्सव की शुरुआत के रूप में जाना जाता है। धनतेरस का दिन विशेष रूप से समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना के लिए मनाया जाता है।
धनतेरस 29 अक्टूबर को है। इस दिन कई शुभ मुहूर्त में पूजा-अर्चना होगी। इस दौरान धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान धन्वन्तरि की पूजा कर सकते हैं। धरनेरस के दिन खरीदारी करना भी शुभ होता है। आइए जानते हैं, इस दिन क्या खरीदना शुभ रहता है-
दीवाली के महापर्व का आगाज धनतेरस से होता है। दीवाली से दो दिन पहले धनतेरस पड़ता है। हिंदू पंचांग के अनुसार धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास की त्रयोदशी पर पड़ता है। इस साल 29 अक्तूबर 2024 को धनतेरस का पावन पर्व मनाया जाएगा।
Dhanteras 2024 : धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, गणेशजी, कुबेर देवता, धन्वंतरि देव के साथ यमराज की भी पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन यमदेवता के लिए दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है।