सभी अलग-अलग तरह से अपने-अपने रीति-रिवाजों के साथ देवों तो उठाते हैं। इसके लिए पहले गेरु और चावल के आटे से देवताओं को बनाया जाता है। तो आइए जानते हैं, कैसे देव बनाए जाते हैं और किस तरह उन्हें उठाया जाता है।
Dev Uthani Ekadashi Katha : इस साल 12 नवंबर के दिन मंगलवार को देवउठनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। देवउठनी एकादशी का व्रत बिना कथा सुनें ये कहे अधूरा माना जाता है। इसलिए जरूर पढें देवउठनी एकादशी की व्रत कथा-
utho dev jago dev:आज देवताओं को अपनी-अपनी परंपरा के अनुसार केले और गन्ने का मंडप सजाकर नीचे चावल के आटे का चौक बनाया जाता है। इसके बाद उन्हें सिंघाड़े, बैंगन, मूली, आलू, शकरकंदी का भोग लगाया ज
devuthani ekadashi vrat parana time shubh muhrat : हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
Tulsi Vivah Katha 2022: देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन तुलसी विवाह भी कराया जाता है। यहां पढ़ें तुलसी के जन्म से जुड़ी कथा-
Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha : हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं।
Dev Uthani Ekadashi Vrat Date : कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस एकादशी को देव प्रबोधिनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है।
Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha : हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं।...
कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी, देवउठनी ग्यारस, प्रबोधिनी एकादशी आदि के नामों से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा...