भोजपुर जिला में सीपीआई-एमएल के नेता राजू यादव का हार ने ऐसा पीछा पकड़ा है कि वो सदन और सीट बदलते रहते हैं लेकिन जीत ही नहीं मिलती। राजू यादव अब तरारी विधानसभा उपचुनाव भी हार गए हैं। ये राजू यादव की लगातार पांचवीं हार है।
तरारी उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी विशाल प्रशांत से 10 हजार से ज्यादा वोटों से हार के बाद भाकपा माले के प्रत्याशी राजू यादव ने कहा कि ये जीत मोदी कैबिनेट की है, और हार गरीब, किसान और मजदूरों की है। मुझे हराने के लिए पूरी मोदी कैबिनेट मैदान में उतर आई।
बिहार की तरारी विधानसभा सीट पर बीजेपी ने पहली बार जीत दर्ज की है। बाहुबली सुनील पांडे उर्फ नरेंद्र नाथ पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत ने यहां सीपीआई माले को हराकर कमल खिलाया।
बिहार की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव का प्रचार आज खत्म गया। 13 नवंबर को मतदान होगा, और 23 नवंबर को मतगणना के साथ ही नतीजे घोषित किए जाएंगे। तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज सीट पर उपचुनाव है। जिसमें एनडीए और महागठबंधन आमने-सामने हैं। हांलांकि प्रशांत किशोर की जनसुराज भी उपचुनाव लड़ रही है।
बिहार की तरारी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सीपीआई माले जहां हैट्रिक लगाने की फिराक में है, वहीं बीजेपी के सामने अपनी साख बचाने की चुनौती है। बीजेपी ने बाहुबली सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत को मैदान में उतारा है।
भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि बिहार की चार सीटों पर होने वाला उपचुनाव महागठबंधन जीतेगा। भूमि सर्वे, स्मार्ट मीटर और बढ़ते अपराध से लोग परेशान हैं। लोग एनडीए के खिलाफ वोट करेगी। झारखंड में भी इंडिया गठबंधन अच्छा प्रदर्शन करेगी।
एक महिला पत्रकार ने आरोप लगाए कि जब वह इंटरव्यू के लिए तन्मय भट्टाचार्य के आवास पर पहुंची तो वह उनकी गोद में बैठ गए। वहीं उनका व्यवहार आपत्तिजनक था। इसके बाद भट्टाचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
बदलो बिहार न्याय सम्मेलन के जरिए भाकपा माले ने पटना के मिलर स्कूल मैदान में हुंकार भरी। कई मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरा, और कहा कि जमीन सर्वे और स्मार्ट मीटर गरीबों के साथ छलावा है। बिहार अब सरकार बदलने के साथ न्याय मांग रहा है।
झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर बनते पेच के साथ ही भाकपा-माले ने अपने बड़े सहयोगी दलों झामुमो और कांग्रेस पर इंडिया गठबंधन को क्रिटिकल स्थिति में पहुंचाने का आरोप लगाया है।
झारखंड में इंडिया गठबंधन के प्रमुख सहयोगी दल भाकपा-माले ने ऐलान कर दिया कि पार्टी हर हाल में पांच सीटों पर प्रत्याशी देगी। ये पांच सीटें बगोदर, धनवार, सिंदरी, निरसा और जमुआ हैं।
बिहार उपचुनाव की चारों सीटों पर वंशवाद हावी है। फिर चाहे वो महागठबंधन के प्रत्याशी हों, या फिर एनडीए के हों। किसी के बेटे, किसी की बहू, किसी की पत्नी चुनावी मैदान में कूदे है। हालांकि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने परिवारवाद से दूरी बनाए रखी है।
महागठबंधन ने बिहार की चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। इमामगंज से राजद के रौशन कुमार मांझी उर्फ राजेश मांझी, बेलागंज से राजद के विश्वनाथ कुमार सिंह, रामगढ़ से राजद के अजीत कुमार सिंह और तरारी से भाकपा माले के राजू यादव उम्मीदवार घोषित किये गए।
लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के कारण बिहार विधानसभा की खाली हुई चार सीटों पर उप-चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा हो चुकी है। 13 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। चार सीटों में दो सीट राजद, एक सीपीआई-माले और एक हम विधायक के इस्तीफे से रिक्त हुई है।
बिहार विधानसभा चुनाव से एक साल पहले की यात्राओं का सीजन चल रहा है। बिहार के पांच कोने से सीपीआई-माले की पांच बदलो बिहार न्याय यात्रा बुधवार को शुरू हो गई। 27 अक्टूबर को मिलर हाई स्कूल में एक सम्मेलन के साथ इसका समापन होगा। माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने गिरिराज सिंह की यात्रा पर निशाना साधा है।