वाराणसी में आयोजित नि:शुल्क ज्योतिष प्रशिक्षण शिविर में डॉ. गणेशदत्त शुक्ल ने ज्योतिष शास्त्र के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सही गणना के बिना फलादेश संभव नहीं है। शिविर में 65 प्रतिभागियों ने...
Kaal bhairav ko kaise prasan kare: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काल भैरव का पूजा सरसों के तेल का दीपक और चमेली के फूल के बिना अधूरी मानी जाती है। जानें भैरव बाबा को प्रसन्न करने के उपाय, प्रिय भोग व फूल-
हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का बहुत अधिक महत्व होता है। मासिक शिवरात्रि का पर्व भगवान शंकर को समर्पित होता है। मासिक शिवरात्रि पर रात्रि में पूजा का विशेष महत्व होता है। मासिक शिवरात्रि पर भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
Kharmas me kya karna chahiye aur kya nahi karna chahiye: खरमास का समय अच्छे कार्यों के लिए उत्तम नहीं माना जाता है। इस अवधि में शुभ व मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए। जानें कब से प्रारंभ होगा खरमास व इस दौरान क्या करें-क्या नहीं:
हर साल मार्गशीर्ष माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर काल भैरव जयंती का पावन पर्व मनाया जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने काल भैरव का अवतार लिया था।
Khoicha Importance: हिंदू धर्म में खोइछा रस्म का विशेष महत्व है। इस रस्म को बेटी की विदाई के समय अदा किया जाता है। जानें विदाई के समय क्यों बरते हैं खोइछा और क्या है मान्यता-
हम सभी की यह स्वाभाविक इच्छा होती है कि हम ईश्वर को जानें। इसके लिए हम तमाम प्रयत्न भी करते हैं। ध्यान-तपस्या से लेकर योग साधना तक, जो भी हमारे सामर्थ्य में होता है। लेकिन इन सबमें हम एक अहम बात भूल जाते हैं कि हमें ईश्वर को जानने से पहले उसे प्रेम करना आना चाहिए।
कालभैरव अष्टकम में आदि शंकराचार्य द्वारा वर्णित शिव के कालभैरव रूप को नग्न, काले, खोपड़ियों की माला से लिपटे, तीन आंखोंवाले, चार हाथों में विनाशक शस्त्रों और सांपों से लिपटे हुए दिखाया गया है।
Vivah Panchami Importance: हिंदू धर्म में विवाह पंचमी को भगवान राम व माता सीता की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन घरों व मंदिरों में विशेष पूजा पाठ का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस दिन लोग विवाह करने से बचते हैं। जानें इसका कारण-
मुरादनगर के हिसांली स्थित पावन चिंतन धारा आश्रम में भारतीय ज्ञान शोध संस्थान का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इसमें 500 छात्रों को ज्योतिष कोर्स में डिग्री प्रदान की गई। मुख्य अतिथि डॉ. राजकुमार...
मेरठ में पहली बार इतने बड़े संख्या में ज्योतिष आचार्यों का सम्मेलन हुआ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित इस महासम्मेलन में देशभर से आए ज्योतिष विद्वानों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि गुरुदेव कैलाशानंद ने...
मुझे हमेशा लगता है कि उम्मीदें दुःख का कारण बनती हैं और यही से इस लेख को शुरू करता हूं। इस विषय पर उतना ज्यादा कभी लिखा नहीं गया, लेकिन जो लोग ज्योतिष से बहुत ज्यादा जुड़े होते हैं अक्सर इस विषय के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी रखते हैं…
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन कुरुक्षेत्र में अर्जुन को भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। तभी से मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी पर गीता जयंती मनाई जाती है।
कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को बैकुंठ चतुर्दशी कहा जाता है। इस त्योहार को बैकुंठ चौदस नाम से भी जाना जाता है। इस साल 14 नवंबर, गुरुवार को बैकुंठ चतुर्दशी है। इस तिथि पर भगवान शिव और भगवान श्री हरि विष्णु की एक साथ पूजा की जाती है।
बैकुंठ चतुर्दशी का पवित्र पर्व 14 नवंबर को मनाया जाएगा। इसे हर और हरी के एकाकार का प्रतीक माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु भगवान शिव को तुलसी दल समर्पित करते हैं। यह हिंदू धार्मिक मान्यताओं में अद्वितीय महत्व रखता है।
ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रहों के अशुभ प्रभावों की वजह से व्यक्ति का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो जाता है।
सूर्योदय के एक घंटे बाद तक पूरब दिशा में मुख करके दे सकते हैं अर्घ्य सूर्योदय के एक घंटे बाद तक पूरब दिशा में मुख करके दे सकते हैं अर्घ्य
हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर काल भैरव जयंती मनाई जाती है। धार्मिक कथाओं के अनुसार इसी दिन काल भैरव का अवतरण हुआ था। इस साल 22 नवंबर, शुक्रवार को काल भैरव जयंती है।
लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ मंगलवार को नहाय-खाय से शुरू होगा। इस दिन व्रती गंगा में स्नान कर भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगे और प्रसाद के रूप में अरवा चावल, चना दाल, कद्दू आदि ग्रहण करेंगे। इस...
पडरौना, निज संवाददाता। दीपावली का पर्व गुरूवार को मनाया जायेगा। शुभ मुहूर्त में पूजन करने से धन वर्षा होती है। मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेर आदि देवताओ
दीपावली पर गुरुवार को शाम 6:29 बजे वृष लग्न और रात 12:56 बजे सिंह लग्न का आरंभ होगा। गोधूली वेला और पूषा काल वेला पूजा के लिए श्रेष्ठ मानी गई है। पूजा सामग्री में लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियां, फूल,...
Leo Horoscope today Singh Rashi ka Rashifal Horoscope : राशि चक्र की यह पांचवीं राशि है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा सिंह राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि सिंह मानी जाती है।
राशि अनुसार कुछ खास चीजों को घर लाने से माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त
ज्योतिषाचार्य पंडित वागीश्वरी प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि धनतेरस पर मंगलवार शाम 6:37 से रात 10:46 बजे तक खरीदारी शुभ रहेगी। इस दिन विशेष रूप से औषधियाँ, सोना, चांदी और तांबा खरीदने का सुझाव दिया गया...
जिले के ज्योतिष विद्वानों के अनुसार दीपोत्सव पर विशेष ग्रह-नक्षत्र संयोग बनेगा। दीपदान और पूजन करने वालों को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी। दीपोत्सव 29 अक्टूबर से शुरू होगा, जबकि दीवाली 31 अक्टूबर...
1 नवंबर: दिवाली की तारीख तय करने को हापुड़ में दो घंटे मंथन -हापुड़ के चैम्बर्स ऑफ कामर्स में 70 प्रतिशत पंडितों का राय में 1 नवंबर फाइनल -कुछ ने 31 अ
विवाह का सवाल किसी ज्योतिषी से पूछे जाने वाले प्रमुख सवालों में से एक है। लोग रोजगार से पहले विवाह का सवाल पूछते हैं, जो व्यक्तिगत तौर पर मुझे काफी अजीब बात लगती है। विवाह के समय गुण मिलान के साथ-साथ और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इससे जुड़ा एक लेख मैंने ‘विवाह का त्रिग्रह सिद्धांत’ नाम…
बदायूं में दीपावली की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति है। इस बार कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर और 1 नवंबर दोनों दिन पड़ रही है। विद्वान आचार्य राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि दीपावली का पर्व हर...
- 50 साल बाद एक साथ कई योग मिलकर दीपावली को बना रहे खास, - लक्ष्मी पूजन शाम 3:11 के बाद करना शुभ, धनतेरस पूजन का मुहूर्त 06:30 शाम से 08:12 शाम तक
लखनऊ में 28 अक्टूबर को बीरबल साहनी मार्ग पर ज्योतिष कुंभ का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से ज्योतिषाचार्यों को आमंत्रित किया गया है। यह आयोजन उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा किया जा रहा...