गाजा के स्कूलों में पहले दिन बच्चे पहुंचे तो सालभर बार एक बार फिर रौनक आ गई। इतनी बड़ी तबाही के बाद ना जाने कितने बच्चे होंगे जो कि दोबारा स्कूल का मुंह भी नहीं देख पाए और बमबारी में मारे गए।
गाजा के युद्ध में कम से कम 46 हजार लोग मारे गए हैं। इनमें से बड़ी संख्या बच्चं की भी है। वहीं इस त्रासदी में बहुत सारे बच्चे कुपोषण और बदहाली का शिकार हो गए।
गाजा के स्कूलों में जब बच्चे पहुंचे तो अभिभावक और शिक्षक दोनों भावुक हो गए।
शिविरों में रहने वाले बच्चों को पोलियो की वैक्सीन देनी भी शुरू हो गई है। लाखों की संख्या में लोगों को अपना घर बार छोड़कर शिविरों में रहना पड़ रहा है। पहले चरण में करीब 6 लाख बच्चों को पोलियो वैक्सीन दी जाएगी।
इजरायल से युद्धविराम डील के तहत बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई हुई है। लंबे समय के बाद लोग अपनों से मिल पाए।
गाजा में लोग युद्धविराम के बाद जश्न मना रहे हैं। वहीं डोनाल्ड ट्रंप के गाजा में कब्जा करने के दावे के बाद प्रदर्शन भी होने लगे हैं। फिलिस्तीनी संगठन डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
इजरायल से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पर उनके परिजन बेहद खुश हैं। तस्वीर एक मां की है जो बेटे के वापस आने से बेहद खुश है। वहीं 22 फरवरी को जिन कैदियों की रिहाई होनी थी उन्हें रोक लिया गया है।
गाजा में बच्चे स्कूल जरूर पहुंचे लेकिन मासूम चेहरों पर तबाही के निशान अब भी दिखाई दे रहे हैं। उन्हें मेंटल ट्रामा से निकालना भी बड़ी चुनौती है।