पेजर के बाद हिजबुल्लाह सदस्यों के वॉकी-टॉकी में हुए विस्फोटों ने 37 लोगों की जान ले ली है और हजारों लोग घायल हुए हैं। इस बीच कतर एयरवेज ने अपनी फ्लाइट में वॉकी-टॉकी और पेजर ले जाने पर बैन लगा दिया है।
हिज्बुल्लाह चीफ ने गुरुवार को कहा कि लेबनान और सीरिया में समूह के कम्युनिकेशन डिवाइसेस पर बड़े पैमाने पर हमले एक गंभीर झटका है और इजरायल ने 'रेड लाइन' क्रॉस कर ली है।
AFP के मुताबिक, जर्मनी की मशहूर एयरलाइन्स लुफ्थांसा ने कहा है कि वह तेल अवीव और ईरान की राजधानी तेहरान के लिए सभी उड़ानें तत्काल निलंबित कर रहा है, जबकि फ्रांसीसी एयरलाइन 'एयर फ्रांस' ने इजरायली शहर और लेबनान की राजधानी बेरूत के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं।
लेबनान में पेजर सप्लाई करने वाली कंपनी गोल्ड अपोलो भी इस घटना से बैकफुट पर है। उनकी तरफ से कहा गया कि जिन पेजरों में विस्फोट हुआ है, उनके निर्माण से ताइवानी कंपनी का कोई लेना-देना नहीं है।
इजरायल और हमास आतंकियों के बीच सीक्रेट डील हो सकती है। इजरायली मीडिया की रिपोर्ट है कि सभी बंधकों की रिहाई के बदले हमास चीफ याह्या सिनवार और उसके गुर्गों को तीसरे देश भेजा जा सकता है।
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, बयान में कहा गया है कि संदिग्ध को दो बार तस्करी कर ईरान लाया गया था और उसे मिशन के लिए पैसे भी मिले थे। फिलहाल, संदिग्ध का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, शिन बेट और पुलिस की जांच में पता चला है कि यहूदी नागरिक एक कारोबारी है।
इजरायल के इन हमलों से लेबनान में दहशत का माहौल है। यहां तक कि लोग मोबाइल फोन छूने से भी डर रहे हैं। दो हिजबुल्लाह लड़ाकों को दफनाने के दौरान एक धमाका हुआ तो अफरातफरी मच गई और लोग एक-दूसरे से कहने लगे कि अपने मोबाइल बंद कर लो और बैटरी भी बाहर निकाल लो। इन लोगों को धमाके का खौफ था।
193 सदस्यीय महासभा ने प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। प्रस्ताव के पक्ष में 124 देशों ने मतदान किया तो 14 ने विरोध में मतदान किया तथा भारत समेत 43 देशों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। मतदान में भाग नहीं लेने वालों में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, इटली, नेपाल, यूक्रेन और ब्रिटेन शामिल हैं। खास बात है कि
इजरायल पर साइबर अटैक की खबर है। लोकल मीडिया की रिपोर्ट है कि आधी रात को अचानक इजरायलियों के फोन बजने लगे। उन पर इमरजेंसी मैसेज दिखने लगा। इसके पीछे ईरान कनेक्शन की संभावना है।
मंगलवार को हुए धमाके के दौरान अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन वॉशिंगटन से काहिरा की यात्रा कर रहे थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह पहली बार नहीं है, जब इजरायल ने ब्लिंकन की मिडिल ईस्ट की यात्रा के दौरान ऐसा कदम उठाया हो, लेकिन इस घटना ने क्षेत्र में तनाव बढ़ने को लेकर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं।
बुधवार को इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा कि इजरायल युद्ध के 'नए चरण' में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा, 'हम युद्ध के नए चरण की शुरुआत कर रहे हैं। इसके लिए हिम्मत, दृढ़ संकल्प और अडिग रहना जरूरी है।'
लेबनान की आधिकारिक समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक बेरूत और दक्षिणी लेबनान के कई इलाकों में घरों में सौर ऊर्जा प्रणाली में विस्फोट हो गया, जिससे कम से कम एक लड़की घायल हो गई।
एक्सपर्ट रोनेन बर्गमैन ने बताया है कि इस बार पेजर की तुलना में कम वॉकी टॉकी में धमाके हुए, लेकिन उसमें ज्यादा विस्फोटक भरा था, जिससे ज्यादा नुकसान पहुंचा है।
एक के बाद एक पेजर विस्फोट कराने के बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर आसमान से हमला शुरू कर दिया है। इजरायली वायुसेना ने लेबनान के दक्षिणी हिस्सों में हिजबुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाया।
हिजबुल्लाह का अर्थ अल्लाह की पार्टी है। हिजबुल्लाह बतौर राजनीतिक दल 1982 में लेबनान के शिया समुदाय के बीच उभरा। इसका गठन मुख्य रूप से इजरायल के दक्षिणी लेबनान पर कब्जे के जवाब में हुआ था।
इस हमले में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं, और लगभग 3,000 लोग घायल हो गए। यह धमाके लेबनान और सीरिया में एक साथ हुए।
1972 और 1996 में मोसाद ने इसी तरह संचार के उपकरणों यानी फोन और मोबाइल को ही बम बना दिया था और उसके जरिए अपने दुश्मनों का खात्मा कर दिया था। सितंबर 1972 की म्यूनिख ओलंपिक में 11 इजरायली खिलाड़ियों की हत्या का बदला फिलिस्तीन मुक्ति संगठन से लेने के लिए तब मोसाद ने एक खौफनाक ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले कर मोसाद फिर से चर्चा में है। इस इजरायली खुफिया एजेंसी ने पहले भी कई बार खतरनाक ऑपरेशन कर दुश्मनों को धूल चटाई है।
यह ऐसा अटैक था कि एक ही वक्त में पूरे लेबनान में हिजबुल्लाह वालों के पास जो पेजर थे, उनमें जोरदार धमाका हुआ। इन विस्फोटों में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 3 हजार लोग बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। इस अटैक ने लेबनान, हिजबुल्लाह ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को चौंका दिया है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान के सुरक्षा सूत्रों और अन्य सूत्रों ने बताया है कि मोसाद ने ताइवान में बने 5 हजार पेजरों में छोटे विस्फोटक लगा दिए थे। ये पेजर हिजबुल्ला ने कुछ महीनों पहले ही ऑर्डर किए थे।
लेबनान में पेजर विस्फोट में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 2,750 अन्य घायल हो गए। घायलों में हिज़्बुल्लाह के लड़ाके और बेरूत में ईरान के दूत शामिल थे। हिज़्बुल्लाह ने कहा कि विस्फोटों के लिए इज़राइल को सजा जरूर मिलेगी।
लेबनान में मंगलवार को हुए कई पेजर विस्फोटों ने आठ लोगों की जान ले ली और लगभग 2700 से ज्यादा लोग घायल हो गए। आखिर पेजर क्या होता है आइए जानते हैं।
गाजा में हमास की कमर तोड़ चुकी इजरायली सेना ने अब हिजबुल्लाह के खिलाफ पूर्ण युद्ध की तैयारी कर ली है। इजरायल के लिए यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उसे डर है आतंकी समूह बड़े पैमाने पर हमले कर सकता है।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया है कि वे रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को पद से बर्खास्त करने की तैयारी कर रहे हैं। गैलेंट और नेतन्याहू के बीच रिश्ते कुछ महीनों से ठीक नहीं चल रहे हैं।
गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग लड़ रहे इजरायल के लिए अब हुती विद्रोही नई सिरदर्दी बनते जा रहे हैं। हुती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन है और इजरायल के खिलाफ ताजा हमले के बाद हालात और बिगड़ने के आसार हैं।
हमास पर हमले के दौरान इजरायली सेना के हाथों न सिर्फ गाजावासी बल्कि इजरायली बंधक भी मारे जा रहे हैं। रिपोर्ट है कि तीन इजरायली बंधकों के महीनों पहले बरामद शवों पर खुलासा हुआ है कि इजरायली सेना द्वारा गलती से इनकी हत्या कर दी गई।
ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार की सुबह इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। हूती विद्रोहियों ने तीसरी बार इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली को भेदा है। इस पर इजरायल ने जांच शुरू कर दी है।
गाजा में चल रहे भीषण युद्ध के दौरान वेस्ट बैंक में भारतीय मूल के 24 वर्षीय इजरायली सैनिक की मौत हो गई है। हमास के हमले में मारा गया यहूदी सैनिक मणिपुर और मिजोरम के रहने वाले बेनी मेनाशे समुदाय का बताया जा रहा है, जो 2020 में भारत से इजरायल आकर बस गया था।
मध्य गाजा में इजरायली सेना ने संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल और दो घरों पर बुधवार रात बमबारी की। हवाई हमले में 19 महिलाओं, बच्चों और कई यूएन कर्मचारियों समेत कम से कम 34 लोगों की जान चली गई गई।
लखनऊ। विशेष संवाददाता इजरायल ने भारत से 10 हजार निर्माण