प्रेमोदय खाखा रेप केस में नया खुलासा, पीड़ित किशोरी बोली- कुछ लोगों ने पहले भी किया था दुष्कर्म
महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसर के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराने वाली किशोरी ने अब नए खुलासे किए हैं। किशोरी ने बताया कि उसके साथ उस्मानपुर में भी कुछ लोगों ने दुष्कर्म किया था।
दिल्ली महिला एवं बाल विकास विभाग के निलंबित सहायक निदेशक प्रेमोदय खाखा के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराने वाली किशोरी ने अब नए खुलासे किए हैं। किशोरी ने बताया कि उसके साथ उस्मानपुर में भी कुछ लोगों ने दुष्कर्म किया था।
बुराड़ी पुलिस ने इस मामले की जानकारी उत्तर-पूर्व जिला पुलिस को दी। इसके बाद पीड़िता के बयान के आधार पर न्यू उस्मानपुर थाने में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। बीते माह बुराड़ी थाने में खाखा के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया था। इस मामले में खाखा और उनकी पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल दोनों न्यायिक हिरासत में हैं।
डीसीपी उत्तर पूर्व डॉ. जॉय टिर्की के मुताबिक, केस की जांच कर रही बुराड़ी पुलिस को पीड़िता ने बताया कि बुराड़ी से पहले उनका परिवार उस्मानपुर थाना क्षेत्र में रहता था। वर्ष 2018 से 2020 के बीच कुछ लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया। जांच अधिकारी ने यह तथ्य उत्तर-पूर्व जिला पुलिस को बताए। इसके बाद किशोरी का बयान लिया गया। किशोरी के बयान के आधार पर न्यू उस्मानपुर थाने में दुष्कर्म और पॉक्सो की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। किशोरी के साथ वर्ष 2018-20 की अवधि में अलग-अलग युवकों द्वारा उत्पीड़न किया गया। पुलिस दिए गए बयान के आधार पर तथ्यों की पुष्टि कर रही है। जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी का कहना है कि न्यू उस्मानपुर में दर्ज मुकदमे में प्रेमोदय खाखा आरोपी नहीं है।
मर्दानगी जांच को आरोपी ने नमूना देने से इनकार किया
दोस्त की बेटी से दुष्कर्म के आरोपी सहायक निदेशक ने जांच के लिए सीमन का नमूना देने से मना कर दिया। वहीं, मर्दानगी जांच (Potency Test) की रिपोर्ट भी पुलिस को मिल गई है। पुलिस इस सप्ताह कोर्ट से आरोपी दंपती की हिरासत मांग सकती है।
जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी प्रेमोदय खाखा ने पूछताछ में नसबंदी कराने की बात कही थी। इसके साथ ही उसने प्रमाणपत्र भी पेश किए थे, जिसकी जांच के लिए पुलिस ने उसे संबंधित विभाग को भेज दिया है। वहीं पुलिस ने आरोपी से जांच के लिए सीमन का नमूना देने को कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया था। हालांकि मर्दानगी जांच की रिपोर्ट भी इस हफ्ते मिली है, जिसे जांच में शामिल कर लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता किशोरी के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होने पर उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। अब वह अपने घर पर है, लेकिन डॉक्टरों की टीम लगातार उसके मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दे रही है। साथ ही किशोरी को किसी भी अप्रिय स्थिति से बचाने के लिए कहा गया है।