केंद्र की योजनाओं को रोका, AAP सरकार को किसानों से हमदर्दी नहीं; चुनाव से पहले शिवराज का आतिशी को पत्र
Delhi Elections: दिल्ली के किसानों की खराब स्थिति, किसान हितैषी योजनाओं को दिल्ली में लागू न करने को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली की सीएम आतिशी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि आपने कभी भी दिल्ली के किसानों के हित में सही फैसले नहीं लिए हैं।
Delhi Elections: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नए साल के मौके पर हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में किसानों से जुड़े दो अहम फैसले लिए गए। इसके अगले दिन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार को किसानों से कोई हमदर्दी नहीं है। केंद्र सरकार की किसान हितैषी योजनाओं को राज्य में लागू होने से रोका गया है। पत्र में शिवराज ने कहा है कि उन्होंने पहले भी किसानों के मुद्दे पर सरकार को पत्र लिखा था लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। जिसकी वजह से उन्होंने पत्र लिखा है।
पत्र में शिवराज ने लिखा, ‘मैं आपको यह पत्र बहुत दुख के साथ लिख रहा हूं। आपने कभी भी दिल्ली के किसानों के हित में सही फैसले नहीं लिए हैं। केंद्र सरकार की किसान हितैषी योजनाओं को भी आपकी सरकार ने दिल्ली में लागू होने से रोका है। आपकी सरकार को किसानों से कोई हमदर्दी नहीं है। आज दिल्ली के किसान परेशान और चिंतित हैं। केंद्र की कई किसान कल्याण योजनाओं को दिल्ली सरकार द्वारा लागू न किए जाने के कारण किसान भाई-बहन इन योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं। मैंने पहले भी आपको पत्र लिखकर दिल्ली के किसानों की समस्याओं से अवगत कराया था, लेकिन चिंता की बात यह है कि आपकी सरकार ने इन समस्याओं का समाधान नहीं किया है।’
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि 10 साल से दिल्ली में आप की सरकार है लेकिन केजरीवाल ने किसान भाई-बहनों के साथ केवल धोखा किया है। मुझे दिल्ली के किसानों ने बताया है कि उनके ट्रैक्टर, हार्वेस्टर जैसे आवश्यक कृषि उपकरणों का पंजीकरण कमर्शियल व्हीकल श्रेणी में किया जा रहा है। जिसकी वजह से उन्हें ज्यादा दामों पर कृषि उपकरण खरीदने पड़ रहे हैं।
आप की फ्री बिजली योजना पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा, 'आप फ्री बिजली की बात करती है लेकिन दिल्ली में आप की सरकार ने किसानों के लिए उच्च बिजली दरें निर्धारित कर रखी हैं। किसानों से वर्तमान में दिल्ली में बिजली के लिए वाणिज्यिक दरों पर शुल्क लिया जा रहा है। सिंचाई एवं अन्य कृषि कार्यों के लिए सस्ती बिजली जरूरी है लेकिन दिल्ली में किसानों से कृषि बिजली के लिए बड़ी राशि वसूली जा रही है। आपकी सरकार ने यमुना से लगे हुए गांवों में सिंचाई उपकरणों के बिजली कनेक्शन काट दिए हैं, जिससे उन्हें सिंचाई कार्यों में बहुत मुश्किल हो रही है। किसानों की फसलें सूख रही हैं और उनकी आजीविका पर भी संकट खड़ा हो गया है।'