चीनी ठगों को बैंक खाते मुहैया कराने वाले दो गिरफ्तार
जालसाजों ने ठगी की रकम पांच अलग-अलग बैंक खातों में जमा की गई थी, पुलिस जांच में जुटी

नई दिल्ली, प्र.सं.। दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा इफ्सो ने चीनी ठगों को बैंक खाते मुहैया कराने वाले दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी कमीशन के आधार पर बैंक खाता मुहैया कराते थे और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से कमीशन लेते थे। डीसीपी हेमंत तिवारी ने शुक्रवार को बताया कि कारोबारी अशोक कुमार ने दो अप्रैल को इफ्सो में शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया था कि उसे टेलीग्राम के माध्यम से कुछ लोगों ने सम्पर्क कर आईपीओ में निवेश के जरिए अप्रत्याशित लाभ का झांसा दिया। इसके बाद पीड़ित को ऐप के जरिए फर्जी डीमैट अकाउंट खुलवाकर करीब 64.75 लाख रुपये के आईपीओ खरीदवा दिए।
ठगी का पता चलने पर पुलिस को शिकायत दी थी। एसआई विक्रम सिंह और एसआई धनंजय दुबे की टीम ने जांच शुरू की। ठगी की रकम पांच अलग-अलग बैंक खातों में जमा की गई थी। इसके बाद इन बैंक खातों के जरिए सूरत से बडोरिया केविन मुकेश भाई और रुड़की से अब्दुल बारिक को दबोच लिया। बीबीए की पढ़ाई कर रहा मुकेश टेलीग्राम के जरिए कई चीनी ग्रुप का सदस्य बना हुआ था। वह कमीशन के आधार पर लोगों के बैंक खाते खुलवाकर चीनी ठगों को रकम जमा करने के लिए मुहैया कराता था। ऐसा ही काम अब्दुल बारिक भी करता था। ये दोनों चीनी ठगों के एजेंट के रूप में काम करते थे।
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