दुनियाभर में भयावह गति से बढ़ रही भुखमरी, संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट ने चौंकाया
संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट में भुखमरी को लेकर चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक विश्लेषण किए गए 65 में से 53 देशों में भुखमरी तेजी से बढ़ रही है।

दुनिया भर में अलग-अलग जगहों पर जारी जंग के बीच भुखमरी चरम पर पहुंचता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 295 मिलियन यानी 29 करोड़ से ज्यादा लोगों ने भयंकर भूख का सामना किया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले सालों में यह स्थिति और दयनीय हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक कई देशों में आंकड़ा लगातार छठे साल बढ़ रहा है।
ग्लोबल रिपोर्ट ऑन फूड क्राइसिस के मुताबिक 2024 में कुल 295.3 मिलियन लोगों ने तीव्र भूख का सामना किया। इस रिपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के एक संघ द्वारा तैयार किया गया है। विश्लेषण किए गए 65 देशों में से 53 देशों की आबादी का लगभग एक चौथाई देश इस संकट से गुजर रहा है।
क्या है कारण?
रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में यह आंकड़ा 281.6 मिलियन लोगों से अधिक था। लगभग 20 लाख लोगों के सामने अकाल का खतरा भी है। इसमें बड़ी संख्या में गाजा की आबादी भी शामिल है।रिपोर्ट में पाया गया है कि 20 देशों और इलाकों में भुखमरी के लिए संघर्ष और हिंसा प्राथमिक कारण थे। वहीं 18 देशों में खराब मौसम और 15 देशों में आर्थिक झटके अकाल जैसी स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील
रिपोर्ट में यह चेतावनी भी दी गई है कि 2025 के लिए दृष्टिकोण और अंधकारमय है क्योंकि कई संगठन और देशों ने मदद से हाथ पीछे खींच लिए हैं। रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि यह सिस्टम की विफलता से कहीं अधिक, मानवता की विफलता है। उन्होंने कहा, "21वीं सदी में भूख को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम खाली पेट का जवाब खाली हाथ और पीठ दिखाकर नहीं दे सकते।"