Delhi Assembly Elections: चुनाव तारीखों का हुआ ऐलान, दिल्ली में किन मुद्दों पर वोट देगी जनता; जान लीजिए
Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर तारीखों का ऐलान हो चुका है। राजनीतिक दलों ने सत्ता पाने के लिए अपनी-अपनी जोर आजमाइश भी शुरू कर दी है। उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने के साथ ही पार्टियां चुनावी घोषणाएं भी कर रही हैं।
Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर तारीखों का ऐलान हो चुका है। राजनीतिक दलों ने सत्ता पाने के लिए अपनी-अपनी जोर आजमाइश भी शुरू कर दी है। उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने के साथ ही पार्टियां चुनावी घोषणाएं भी कर रही हैं। आइए जाने कि इस चुनाव में दिल्लीवालों के लिए पांच अहम मुद्दे क्या हैं।
मुफ्त सुविधाएं
दिल्ली के चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा मुफ्त की योजनाएं है। हर मतदाता दिल्ली में चल रही मुफ्त योजनाओं को लेकर जानना चाहता है कि यह आगे जारी रहेगी या नहीं। मुफ्त योजनाओं का नतीजा है कि आम आदमी पार्टी लगातार सत्ता में काबिज है। उसका ही असर है कि अब अन्य राजनीतिक दल भी ऐसी योजनाओं के साथ आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 2100 रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा की है।
पानी और बिजली
दिल्ली में इस बार जनता को मिल रही नागरिक सुविधाएं (सड़क, पानी, कुड़ा) भी अहम मुद्दा है। क्योंकि बीते चुनावों में इस पर खूब बातें हुईं, लेकिन लोगों को उम्मीद के मुताबिक सुविधाएं नहीं मिली है। यही वजह है कि इस बार पीने के पानी की आपूर्ति हो, सीवर ओवरफ्लो की समस्या हो, टूटी सड़कें हो या फिर कॉलोनियों में कूड़ा ना उठने का मुद्दा। दिल्ली चुनाव में इस बार मतदाताओं के लिए यह अहम मुद्दा है। इसे लेकर सत्ताधारी दल भी विपक्ष के निशाने पर हैं।
कानून व्यवस्था
दिल्ली में बीते कुछ समय में बढ़ी आपराधिक घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यह दिल्ली चुनाव में बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। जिस तरह से राजधानी में गैंगवार और रंगदारी के मामले बढ़े हैं, उससे व्यापारी वर्ग में खौफ है। यह व्यापारी वर्ग दिल्ली के चुनावों में अहम भूमिका निभाता है। दिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्र सरकार के अधीन है। यह मुद्दा भी चुनाव में है।
रोजगार और योजनाएं
दिल्ली में प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है। सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के तौर पर बसों का नेटवर्क कमजोर हुआ है। इसी तरह रोजगार को लेकर युवा वर्ग में बेहद नाराजगी है। प्रदूषण पर योजनाओं को लागू नहीं किया गया।
भ्रष्टाचार
चुनाव में पहली बार भ्रष्टाचार का मुद्दा चर्चा में है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाकर जो आम आदमी पार्टी सत्ता में आई, उसपर पहली बार भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। भाजपा, कांग्रेस इस मुद्दे को उठा रही है।