सियासत केवल सत्ता की है...मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने पर संजय राउत का निशाना; उठाया वफादारी पर सवाल
2024 की लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गुट के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो पा रहा था, जिससे देवड़ा खासे नाराज चल रहे थे। रविवार को मिलिंद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए। कांग्रेस के टिकट से दो बार संसद पहुंच चुके मिलिंद देवड़ा ने आखिर कांग्रेस का साथ क्यों छोड़ दिया? इसके पीछे की वजह दक्षिण मुंबई सीट बताई जा रही है। देवड़ा इस सीट से दो बार जीत कर आ चुके हैं। 2024 की लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गुट के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो पा रहा था, जिससे देवड़ा खासे नाराज चल रहे थे। वहीं दक्षिण मुंबई की सीट को लेकर भी देवड़ा और उद्धव गुट की शिवसेना के बीच काफी दिनों से तकरार देखी जा रही थी। इसी बीच ऐसी खबरें आने लगी थीं कि मिलिंद देवड़ा कांग्रेस पार्टी छोड़ सकते हैं। रविवार की सुबह देवड़ा के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद स्थिति साफ हो गई है। अब मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस इस्तीफा देने के बाद उद्धव गुट की शिवसेना के नेता संजय राउत ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राजनीति केवल सत्ता की रह गई है इसमें विचारधारा और वफादारी का कोई अस्तित्व नहीं है।
संजय राउत ने मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर कहा, "वफादारी और विचारधारा जैसी चीजें अब मौजूद नहीं हैं, राजनीति अब सत्ता की ही हो गई है। मैं मिलिंद देवड़ा को जानता था, वह एक बड़े नेता थे और कांग्रेस से उनका विशेष लगाव था।" मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से इस्तीफा लोकसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले पार्टी के लिए झटका है। महाराष्ट्र के एक प्रमुख नेता मिलिंद देवड़ा कथित तौर पर राज्य में कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रही चर्चा से नाराज थे।
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मिलिंद देवड़ा ने 'एक्स' पर अपनी पोस्ट में यह जानकारी दी और कहा, "आज मेरी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ है। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और इसके साथ ही पार्टी से मेरे परिवार का 55 साल पुराना रश्तिा खत्म हो गया है। वर्षों तक अटूट समर्थन के लिए मैं सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं।"
इस बीच कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, "मैं मुरली देवड़ा के साथ सालों के अपने जुड़ाव को याद करता हूं। उनके सभी राजनीतिक दलों में करीबी मत्रि हैं, लेकिन वह मूलतः एक कट्टर कांग्रेसी थे जो हर मुश्किल में हमेशा कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े रहे।"
मिलिंद देवड़ा कांग्रेस के दग्गिज नेता रहे मुरली देवड़ा के पुत्र हैं। वह लगातार दो लोकसभा चुनाव शिवसेना के अरविंद सावंत से हारे हैं, लेकिन उससे पहले वह दो बार जीते थे । इंडिया गठबंधन के साथ सीट बंटवारे में मुंबई दक्षिण सीट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के पास जाने की संभावना पर खुश नहीं थे। समझा जाता है कि वह शिवसेना के एकनाथ शिंदे वाले गुट में शामिल हो सकते हैं।
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