PM मोदी ने कभी बदले की भावना से काम नहीं किया, राजनेता जैसा बर्ताव; गुलाम नबी आजाद ने खूब की तारीफ
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर सीएए, हिजाब विवाद और आर्टिकल 370 जैसे मसलों पर मैंने उन्हें खूब घेरा था। लेकिन पीएम मोदी ने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया।
कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। 50 साल से ज्यादा समय तक कांग्रेसी रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि नरेंद्र मोदी का व्यवहार महान राजनेता जैसा है। उन्होंने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं मोदी को क्रेडिट देना चाहूंगा। मैंने उनके साथ जो भी किया है, लेकिन वह सद्भावपूर्ण रहे हैं। विपक्ष के नेता के तौर पर सीएए, हिजाब विवाद और आर्टिकल 370 जैसे मसलों पर मैंने उन्हें खूब घेरा था। लेकिन पीएम मोदी ने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया। उन्होंने एक राजनेता जैसा ही बर्ताव हमेशा किया।'
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के असंतुष्ट जी-23 नेताओं के भाजपा का मुखौटा होने के आरोपों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह बेहूदा बात है। यदि जी-23 भाजपा के प्रवक्ता के तौर पर काम करते तो क्या कांग्रेस उन्हें सांसद बनाती? आखिर उन्हें सांसद, महासचिव और अन्य पदों पर क्यों रखा गया? मैं अकेला ऐसा आदमी हूं, जिसने अलग होकर पार्टी बना ली है। अन्य लोग तो आज भी वहीं हैं। इस तरह के आरोप बचकाना हैं और दुर्भावना से भरे हुए हैं। गुलाम नबी आजाद ने खुद के भाजपा के करीब होने के आरोपों को भी खारिज कर दिया।
गुलाम नबी आजाद ने बीते साल ही कांग्रेस से रिश्ता तोड़ लिया था और जम्मू-कश्मीर में अपनी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी का गठन कर लिया था। उन्होंने पार्टी छोड़ने के दौरान कांग्रेस की दुर्गति के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार बताया था। आजाद ने कहा था कि राहुल गांधी ने 2013 में जो अध्यादेश फाड़ा था, उससे उनकी छवि खराब हुई थी। कांग्रेस में चापलूसों को महत्व मिलने और पुराने लोगों को किनारे लगाने का आरोप भी गुलाम नबी आजाद ने लगाया था। उन्होंने सोनिया गांधी के नाम पर लिखे अपने इस्तीफे वाले पत्र में ये तमाम आरोप लगाए थे।