सत्यपाल मलिक के आरोपों पर अमित शाह का पलटवार, पूछा- गवर्नर रहते क्यों चुप थे?
अमित शाह ने पूछा कि आखिर लोगों को अंतरआत्मा की आवाज तब क्यों नहीं सुनाई देती है, जब वे सत्ता में होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सत्यपाल मलिक को गवर्नर रहते हुए ही ये सारे आरोप लगाने चाहिए थे।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने हाल के दिनों में लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इसके बाद देश की सियासत में नया बवाल खड़ा हो चुका है। हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व गवर्नर पर सवाल उठाया है। शाह ने उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनको यह बताना चाहिए कि हमारा साथ छोड़ने के बाद ही उन्होंने ये सारे ख्याल क्यों आ रहे हैं।
आज तक को दिए एक इंटरव्यू में अमित शाह ने पूछा कि आखिर लोगों को अंतरआत्मा की आवाज तब क्यों नहीं सुनाई देती है, जब वे सत्ता में होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सत्यपाल मलिक को गवर्नर रहते हुए ही ये सारे आरोप लगाने चाहिए थे।
जब अमित शाह से यह सवाल पूछा गया कि जब आप उन्हें गवर्नर बना रहे थे, तब ऐसा नहीं लगा कि गलत व्यक्ति को चुन रहे हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब राजनाथ सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, उस समय सत्यपाल मलिक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। वह लंबे समय से पार्टी में रहे। जब मैं अध्यक्ष था, उस समय भी हमारी टीम थे। अमित शाह ने कहा कि राजनीति में ऐसा होता रहता है। अगर किसी कारण से किसी का मन बदल जाए, उसका हम क्या कर सकते हैं।
सत्यपाल मलिक ने कुछ यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने पुलवामा हमले के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
सत्यपाल मलिक ने लगाए थे करप्शन के आरोप
अक्टूबर 2021 में सत्यपाल मलिक ने सनसनीखेज दावा किया था। इसके मुताबिक उनसे कहा गया था कि अगर वह अपने कार्यकाल के दौरान अंबानी और आरएसएस से जुड़े एक व्यक्ति से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देते हैं तो उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत मिलेगी, लेकिन उन्होंने सौदे रद्द कर दिए।