पाकिस्तान के किसानों को नुकसान; टिकैत भाइयों की भाषा पर बवाल, दुश्मन को मदद का आरोप
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा है कि पाकिस्तान जाने वाले नदी के पानी को नहीं रोका जाना चाहिए, क्योंकि इससे किसानों पर असर पड़ेगा। इस वजह से किसान नेता भाजपा के निशाने पर आ गए हैं।

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने समेत कई सख्त कदम उठाए हैं लेकिन भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष और किसान नेता नरेश टिकैत ने इसकी आलोचना की है। इस वजह से अब टिकैत ही निशाने पर आ गए हैं। इतना ही नहीं उनके भाई राकेश टिकैत ने भी ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर दिया, जिससे अब दोनों भाई निशाने पर आ गए हैं। दोनों भाइयों को पाकिस्तानी किसानों की पैरवी करने वाली भाषा पर बवाल हो रहा है। भाजपा ने उन पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया है और उनसे माफी मांगने की मांग की है।
नरेश टिकैत के बयान पर भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने कहा, "पीएम मोदी ने पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने समेत कई कदम उठाए हैं लेकिन बीकेयू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा है कि भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदम गलत हैं। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान जाने वाले नदी के पानी को नहीं रोका जाना चाहिए, क्योंकि इससे किसानों पर असर पड़ेगा। नरेश टिकैत पाकिस्तान की भाषा बोलने लगे हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए। मैं उनके बयान की निंदा करता हूं। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।"
नरेश टिकैत ने क्या कहा था?
इससे पहले नरेश टिकैत ने कहा था कि किसान भारत का हो या पाकिस्तान का, पानी के अभाव में किसी का नुकसान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को सिंधु जल समझौता नहीं तोड़ा चाहिए। बड़े टिकैत ने ये भी कहा कि सभी पाकिस्तानी खराब नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के हमले तो सुरक्षा चूक की वजह से हुई है, जिसके लिए सरकारी स्तर के अधिकारी जिम्मेदार हैं। सरकार ने भी वहां फौज में कटौती कर दी थी।
इस घटना से किसे फायदा- राकेश टिकैत
उधर, राकेश टिकैत ने कहा कि देश को यह बात क्यों नहीं समझ में आ रही है कि इस घटना से किसको फायदा हो रहा है? और किसे नुकसान हो रहा है? उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से कश्मीर और कश्मीर के किसानों को घाटा हो रहा है लेकिन लाभ कुछ खास को हो रहा है और ये बात मीडिया और सरकार को पता है। उन्होंने कहा कि हम किसी का नाम नहीं लेंगे लेकिन यबह पूरे देश को अच्छे से पता है कि हिन्दू-मुस्लिम कराकर किसे फायदा हो रहा है।