प्रशांत किशोर को अपना वारिस ही घोषित कर चुके थे नीतीश कुमार, केसी त्यागी ने बताया क्या था प्लान
- केसी त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर तो नीतीश कुमार को पितातुल्य कहते थे। उन्होंने तो पीके को वह रुतबा और जलवा अपनी पार्टी में दिया, जो हमें भी नहीं मिला। हम तो 50 सालों से उनके साथ हैं। उनका उपाध्यक्ष ही नहीं बल्कि कार्यकारी बना दिया गया। यह भी संदेश था कि वही मेरे बाद इस पार्टी को संभालेंगे।
बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में आंदोलन कर रहे प्रशांत किशोर भी उतरे हैं। यहां तक कि उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया और जेल तक भेज दिया गया है। अदालत ने सशर्त जमानत दी तो उन्होंने बेल लेने से इनकार कर दिया औऱ जेल का रास्ता चुना। इसे लेकर चर्चाएं तेज हैं कि क्या प्रशांत किशोर अब नेता बनने की राह में हैं या उनकी नेतागिरी चमक गई है? इस पर जेडीयू के दिग्गज नेता केसी त्यागी का कहना है कि प्रशांत किशोर के लिए बिहार की राजनीति में कोई स्कोप ही नहीं है। केसी त्यागी ने कहा कि पीके का तो कोई जनाधार ही नहीं है। सामाजिक न्याय की लड़ाई वह लड़ नहीं सकते क्योंकि जेडीयू अपने तरीके से उसके लिए काम कर रही है। इसके अलावा पीके तो खुद को ब्राह्मणों या सवर्णों का नेता भी नहीं बना पाए हैं।
केसी त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर के बीपीएससी आंदोलन को लेकर कहा कि उनके लिए बिहार में कोई स्पेस ही नहीं है। भाजपा और जेडीयू की अच्छी सरकार चल रही है और वे सामाजिक न्याय के लिए भी हरसंभव प्रयास कर रहे हैं और विकास भी हो रहा है। केसी त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर कई महीने तक नीतीश कुमार के घर पर रहे हैं। त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर तो नीतीश कुमार को पितातुल्य कहते थे। उन्होंने तो पीके को वह रुतबा और जलवा अपनी पार्टी में दिया, जो हमें भी नहीं मिला। हम तो 50 सालों से उनके साथ हैं। उनका उपाध्यक्ष ही नहीं बल्कि कार्यकारी बना दिया गया। यह भी संदेश था कि वही मेरे बाद इस पार्टी को संभालेंगे।
जेडीयू लीडर त्यागी ने इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में कहा, 'नीतीश कुमार ने साफ कहा था कि आप ही पार्टी को चलाओ। नीतीश कुमार कोई परिवारवादी नेता नहीं हैं, जो अपने बेटे या बेटी को नेता बनाएं। उन्होंने साफ मेसेज था कि पीके ही पार्टी को चलाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर को यह सम्मान भी तब दिया गया, जब वह ना तो ओबीसी हैं, ना दलित हैं और ना ही वह अल्पसंख्यक हैं।' उन्होंने कहा कि पीके एक कुलीन ब्राह्मण हैं, फिर भी नीतीश कुमार ने उनको प्रमोट किया। आखिर कौन इतना मौका देगा। यही नहीं केसी त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर का टेंपरामेंट भी सही नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से पहले तो वह पीएम नरेंद्र मोदी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल जैसे कई नेताओं से अलग हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि एमके स्टालिन और जगन मोहन रेड्डी से भी पीके अलग हो चुके हैं। केसी त्यागी ने कहा कि पीके तो व्यवसायिक हैं। इसलिए ही वह ऐसा करते हैं। हालांकि एक चीज के लिए पीके की तारीफ भी केसी त्यागी ने की। उन्होंने कहा कि पीके की तार्किक क्षमता और विश्लेषण जबरदस्त है, जिसका मैं कायल हूं। उन्होंने कहा कि वह चुनाव जिताने में मदद करते हैं, लेकिन पूरी तरह उनका ही योगदान नहीं होता। पर वह हर किसी के साथ क्रेडिट लेने के लिए लड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि पीके ने ही बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है, जैसा नारा दिया था और यह उनकी ताकत है।