पैसे बांटने के विवाद में भिड़े BJP-NCP कार्यकर्ता, कैंडिडेट की मां-भाई पर हमला; कमिश्नर को देनी पड़ी दखल
सुप्रिया सुले ने कहा कि यह छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति शाहू महाराज और महात्मा फुले का महाराष्ट्र है। यह चौंकाने वाला है। हमारे उम्मीदवार की मां पर हमला किया गया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। फिर हमारे उम्मीदवार के भाई पर हमला किया गया।
महाराष्ट्र की सत्ताधारी महायुति के प्रमुख घटक दल भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी महाविकास अघाड़ी के घटक दल शरद पवार के नेतृत्व वाली NCP (शरदचंद्र पवार) के कार्यकर्ताओं के बीच 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र चुनावों के सिलसिले में बृहस्पतिवार को नासिक में झड़प हो गई। इसके बाद दोनों समूहों ने पुलिस से संपर्क किया। हालांकि अधिकारियों ने बताया कि औपचारिक तौर पर कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
यह विवाद दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पंचवटी क्षेत्र में उस समय शुरू हुआ जब भाजपा उम्मीदवार राहुल ढिकले के समर्थकों ने एक व्यक्ति को पकड़ लिया और दावा किया कि वह NCP (शरदचंद्र पवार) की ओर से पैसे बांट रहा है। हालांकि, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) उम्मीदवार गणेश गीते के भाई गोकुल गीते ने इन आरोपों का खंडन किया कि पकड़ा गया व्यक्ति उनकी पार्टी का है, जिसके कारण दोनों समूहों के बीच मौखिक झड़प और नारेबाजी हुई।
पुलिस उपायुक्त किरण कुमार चव्हाण ने तनाव कम करने के लिए दोनों समूहों से बात की। गणेश गीते ने नासिक पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक से भी मुलाकात की, जबकि ढिकले और उनके समर्थक स्थानीय पुलिस थाने पहुंचे। दोनों समूहों ने हंगामे के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराते हुए सोशल मीडिया पर संदेश पोस्ट किए, जबकि पुलिस थाने के बाहर भीड़ के वीडियो वायरल हो गए। शहर के दौरे पर आईं एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने कार्णिक से मुलाकात की और कहा कि कोई भी यहां पैसा नहीं बांट रहा है।
सुले ने कहा, "यह छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति शाहू महाराज और महात्मा फुले का महाराष्ट्र है। यह चौंकाने वाला है। हमारे उम्मीदवार की मां पर हमला किया गया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। फिर हमारे उम्मीदवार के भाई पर हमला किया गया। उपमुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फड़नवीस को जवाब देना चाहिए। अगर यह जारी रहा तो हम मुंबई में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे।"
पलटवार करते हुए ढिकले ने आरोप लगाया कि एनसीपी (शरदचंद्र पवार) उम्मीदवार "नासिक नगर निगम के सबसे बड़े घोटाले" में शामिल हैं और लोगों ने उनके समर्थक को पैसे बांटते हुए पकड़ा है।