खास बात है कि सुप्रिया सुले ने भाषण के दौरान बगैर नाम लिए कहा, 'अब कोई चुनाव नहीं है, तो हमें एक-दूसरे से अच्छे से बात करनी चाहिए।' इसके अलावा सीनियर पवार और अजित पवार ने भी किसी का नाम नहीं लिया।
दरअसल पार्टी से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिन गया है। उसके बाद यह ऐक्शन लिया गया है। कार्यालय खाली कराने के लिए मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम बनायी गई थी। अधिकारियों के मुताबिक मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय दलों की सूची में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का नाम नहीं है।
मुंबई में मीडिया से बात करते हुए पवार ने कहा कि INDIA अलायंस की मीटिंग में राज्य और स्थानीय स्तर पर होने वाले चुनावों पर कभी भी कोई चर्चा नहीं हुई।
हालांकि, इंडिया अलायंस पर उन्होंने भी यह बात साफ की कि इस अलायंस के तहत कभी भी राज्य विधानसभाओं के चुनाव या लोकल बॉडी इलेक्शन पर कोई बातचीत नहीं हुई।
फडणवीस ने यह भी सुझाव दिया कि शरद पवार का RSS की तारीफ करना एक रणनीतिक कदम हो सकता है, जिससे वे RSS के प्रभाव को स्वीकार कर रहे हैं।
दक्षिण मुंबई में एक सभा में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पास प्रतिबद्ध कार्यकर्ता हैं जो हिंदुत्व संगठन की विचारधारा के प्रति अटूट निष्ठा दिखाते हैं।
पुणे में एनसीपी के प्रमुख शरद पवार और असंतुष्ट नेता छगन भुजबल एक मंच पर दिखाई दिए। भुजबल ने कहा कि वे महात्मा फुले, शाहू महाराज और बाबासाहेब आंबेडकर जैसी महान हस्तियों के प्रति सम्मान के लिए एक साथ...
शाम 5:45 बजे शरद पवार और छगन भुजबल दोनों मंच पर पहुंचे और प्रतिमा का अनावरण किया। इससे पहले शरद पवार को वहां करीब डेढ़ घंटे तक छगन भुजबल का इंतजार करना पड़ा।
शुरुआत अजित पवार खेमे से नहीं बल्कि शरद पवार गुट से ही हुई थी। बीते साल 14 दिसंबर को शरद पवार की पार्टी के विधायक और रिश्ते में उनके पोते रोहित पवार की मां सुनंदा का बयान आया था। सुनंदा पवार का कहना था कि यह जरूरी है कि अजित पवार और शरद पवार एक हो जाएं। राज्य और परिवार के लिए यह अच्छी बात होगी।
एनसीपी अजित पावर गुट के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने हाल ही में दोनों धड़ों के एकजुट होने की सार्वजनिक अपील करते हुए इसे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की साझा इच्छा बताया।
पवार ने हाल में PM को पत्र लिखकर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में फरवरी में आयोजित होने वाले 98 वें मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया था।
सुनंदा पवार ने पत्रकारों से कहा कि राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, उनके बेटे पार्थ पवार और रोहित पवार सभी दिग्गज नेता शरद पवार को जन्मदिन की बधाई देने के लिए एकत्र हुए थे।
शरद पवार के 84वें जन्मदिन के मौके पर अजित पवार बिना किसी पूर्व सूचना के ही उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंच गए।
लुटियंस में सुनेत्र पवार को टाइप 7 बंगला मिलना चर्चा का मुद्दा बन गया। दरअसल, वह पहली बार सांसद बनी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पहली बार के सांसद दूसरे सबसे बड़े वर्ग के आवास के हकदार नहीं होते हैं।
खबर है कि शरद पवार की पार्टी के कई सांसद भाजपा के संपर्क में है और वे पालाबदल कर सकते हैं। इन सांसदों का कहना है कि प्रदेश की सत्ता पर भाजपा काबिज है और केंद्र में भी उसकी सरकार है। ऐसे में भाजपा के साथ जाने से क्षेत्र का विकास करना आसान होगा।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे को लेकर इंडिया गठबंधन सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहा है। शरद पवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। पूर्व...
शरद पवार ने कहा, ‘मैंने इंडिया गठबंधन का गठन किया था, अब इसे प्रबंधित करना मोर्चे का नेतृत्व करने वालों पर निर्भर है। अगर वे यह नहीं कर सकते, तो मैं क्या कर सकती हूं?'
सोलापुर जिले के मरकाडवाड़ी गांव में बैलेट पेपर से अलग ही चुनाव कराना एनसीपी-एसपी के नेता उत्तम जानकार को भारी पड़ा है। पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और 88 समर्थकों को भी इसमें नामजद किया गया है। गांव में उत्तम जानकार और उनके समर्थकों की ओर से बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराया जा रहा था।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को आरोप लगाया कि ईवीएम में वोटों की गिनती में गड़बड़ी हुई है, हालांकि उनके पास इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है।
एनसीपी-एसपी के नेता ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई में इजाफा हुआ है। लड़कि बहिन योजना का कोई इतना असर नहीं होता है। जैसे चंद्रपुर की सीट आप देखेंगे तो वह हमने 2 लाख 40 हजार के अंतर से जीती थी। अब आप देखिए कि वह 2 लाख 40 हजार तो गए ही उसके ऊपर 1 लाख वोट और कैसे चले गए। ऐसा नहीं हो सकता।
एनसीपी एसपी नेता रोहित पवार ने लिखा था, 'मेरा चुनाव आयोग से बहुत साधारण सवाल है कि उनका काम कन्फ्यूजन बढ़ाना है या दूर करना है।' उन्होंने कहा, 'मेरे खिलाफ चुनाव लड़ रहे एक डमी कैंडिडेट को तुरही चुनाव चिह्न कैसे मिल गया…?
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ियों का आरोप लगाया और मतपत्रों के जरिये दोबारा चुनाव कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि 450 शिकायतें मिलीं हैं और नासिक व...
अजित पवार की मुलाकात भतीजे रोहित पवार से हो गई, जो शरद पवार के खेमे के विधायक हैं। इस दौरान अजित पवार ने रोहित पवार की पीठ ठोकी और कहा कि बच गया तू। इस पर रोहित पवार ने हाथ जोड़ लिए तो अजित पवार ने पैरों की ओर इशारा किया। फिर रोहित पवार ने पैर छूकर अजित पवार का आशीर्वाद लिया।
शरद पवार ने कहा कि युगेंद्र और अजित पवार की तुलना नहीं की जा सकती। वह लंबे समय से पार्टी संगठन में काम कर रहे हैं और अब बड़े नेता हैं। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव में उनकी हार क्यों हुई।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि एनसीपी की स्थापना किसने की थी और पार्टी को पुनः मजबूत किया जाएगा।...
Maharashtra assembly election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में नतीजों पर बात करते हुए एनसीपी शरद गुट के नेता ने कहा कि यह जनता का फैसला है। पवार ने कहा कि अजित के गुट ने ज्यादा सीटें जीतीं हैं लेकिन सब जानते हैं कि एनसीपी का असली संस्थापक कौन है।
महाविकास अघाड़ी सिर्फ 49 सीटें जीत सकी। महाविकास अघाड़ी की इस विफलता के कारण शरद पवार, संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी को अपने दम पर अगला राज्यसभा कार्यकाल भी नहीं मिलेगा।
कानूनी लड़ाई और चुनाव आयोग के फैसलों के बावजूद, जनता ने अपने वोट से असली-नकली की तस्वीर साफ कर दी। विधानसभा चुनाव के नतीजों ने दिखा दिया कि सिर्फ 'ब्रांड नेम' काफी नहीं है, असली लड़ाई चुनावी सिंबल और जमीनी पकड़ की है।
Maharashtra Chunav Results: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझानों के मद्देनजर एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार के कद का भी जिक्र किया जाना जरूरी है क्योंकि हालिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी का प्रदर्शन उनकी विरासत पर एक बड़ा सवालिया निशान छोड़ गया है।
महा विकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस ने राज्य में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में 103 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वरिष्ठ नेता नसीम खान ने बताया कि बाद में पार्टी के ‘कोर ग्रुप’ ने सरकार गठन तथा विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी चर्चा करने के वास्ते एक बैठक की।