'अगर इंदिरा गांधी जीवित होतीं तो भाजपा...' नाना पटोले का अमित शाह पर पलटवार
अमित शाह ने बुधवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को कभी बहाल नहीं किया जाएगा, चाहे कुछ भी हो जाए। उन्होंने कहा कि अगर इंदिरा गांधी स्वर्ग से वापस आ भी जाती हैं तो भी अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह पर पलटवार किया है और गुरुवार को कहा कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी आज जीवित होतीं तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राजनीतिक रूप से कहीं नहीं होती। ‘पीटीआई’ से बातचीत में पटोले ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा महाराष्ट्र में बुधवार को एक चुनावी रैली में की गई टिप्पणियों के लिए उनपर निशाना साधा और इस बयान के लिए उनकी आलोचना की।
अमित शाह ने बुधवार को कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को यह याद रखना चाहिए कि अगर उनकी ‘चौथी पीढ़ी’ भी आ जाए तो वह भी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का आरक्षण काटकर मुसलमानों को नहीं दे सकतीं। शाह ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कुछ दिन पहले उमेला समूह के लोग महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष से मिले और कहा कि मुसलमानों को आरक्षण देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मुसलमानों को आरक्षण देना है तो एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण काट कर देना पड़ेगा। अरे राहुल बाबा (राहुल गांधी), आप तो क्या आपकी चार पीढ़ियां भी एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण काटकर मुसलमानों को नहीं दे सकतीं।’’ शाह ने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 को कभी बहाल नहीं किया जाएगा, चाहे कुछ भी हो जाए। उन्होंने कहा, ‘‘अगर इंदिरा गांधी स्वर्ग से वापस आ भी जाती हैं तो भी अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं किया जाएगा।’’
महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (MVA) को ‘औरंगजेब फैन क्लब’ करार देते हुए शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नीत महायुति गठबंधन शिवाजी महाराज और वीर सावरकर के आदर्शों पर चलता है। उन्होंने कहा, ‘‘ये आघाडी केवल तुष्टिकरण करना चाहती है और उद्धव ठाकरे सत्ता के लिए बाला साहब ठाकरे जी के सिद्धांत को भूल कर बैठे हैं। उद्धव बाबू, आप उन लोगों के साथ बैठे हो जिन्होंने... औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर करने का विरोध किया, राम मंदिर निर्माण का विरोध किया, तीन तलाक हटाने का विरोध किया, अनुच्छेद-370 हटाने का विरोध किया, सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध किया। आप हिंदुओं को आतंकवादी कहने वालों के साथ बैठे हो।’’
शाह ने कहा कि महायुति का मतलब विकास और एमवीए का मतलब विनाश है और जनता को तय करना है कि वे विकास करने वालों को सत्ता में लाना चाहते हैं या विनाश करने वालों को। केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने संबोधन में वक्फ कानून का भी उल्लेख किया और कहा कि इस देश में लोग इससे परेशान हैं। उन्होंने कर्नाटक में कुछ मंदिर, किसानों की भूमि व लोगों के घरों को कथित तौर पर वक्फ की संपत्ति बताए जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम वक्फ कानून में संशोधन का विधेयक लाए हैं लेकिन राहुल बाबा और पवार साहब (शरद पवार) इसका विरोध कर रहे हैं। राहुल गांधी, सुन लो, डंके की चोट पर प्रधानमंत्री मोदी वक्फ कानून में संशोधन करेंगे।’’