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गोधरा नरसंहार मामले में आजीवन कारावास की सजा पाने वाला फरार, चोरी करते पकड़ाया

  • दिनेश तायडे ने बताया कि 2002 के गोधरा ट्रेन नरसंहार मामले में 31 लोगों को दोषी ठहराया गया था। उनमें से 11 को शुरुआत में मौत की सजा सुनाई गई थी, जबकि 20 को आजीवन कारावास की सजा मिली थी।

Niteesh Kumar भाषाMon, 3 Feb 2025 12:13 PM
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गोधरा नरसंहार मामले में आजीवन कारावास की सजा पाने वाला फरार, चोरी करते पकड़ाया

गोधरा ट्रेन नरसंहार मामले में आजीवन कारावास की सजा पाने वाले फरार दोषी सलीम जर्दा को महाराष्ट्र के पुणे जिले में चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। सलीम जर्दा 17 सितंबर 2024 को सात दिन की पैरोल पर गुजरात की जेल से बाहर आया था और इसके बाद वह फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि पहले भी 8 बार पैरोल का उल्लंघन कर चुके जर्दा को चोरी के एक मामले में 22 जनवरी को पुणे ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि उसे नासिक में दर्ज चोरी के एक मामले में वहां की पुलिस को सौंप दिया गया है। पुलिस ने बताया कि जर्दा गोधरा ट्रेन नरसंहार मामले में दोषी ठहराए गए 31 लोगों में से एक है।

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आलेफाटा पुलिस थाने के निरीक्षक दिनेश तायडे ने कहा, ‘हमने 22 जनवरी को सलीम जर्दा और उसके गिरोह के सदस्यों को चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया। वे पुणे के ग्रामीण इलाकों में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। जांच में पता चला कि वह गोधरा ट्रेन नरसंहार मामले का दोषी भी है।’ गुजरात के गोधरा में 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 डिब्बे में आगजनी की गई थी, जिसमें 59 लोगों की जान चली गई और इसके बाद राज्य में दंगे शुरू हो गए थे।

'जर्दा को मौत की सजा सुनाई गई मगर...'

दिनेश तायडे ने बताया कि 2002 के गोधरा ट्रेन नरसंहार मामले में 31 लोगों को दोषी ठहराया गया था। उनमें से 11 को शुरुआत में मौत की सजा सुनाई गई थी, जबकि 20 को आजीवन कारावास की सजा मिली थी। उन्होंने कहा, ‘जर्दा उन 11 लोगों में शामिल था जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी, लेकिन गुजरात उच्च न्यायालय ने बाद में उनकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था।’ अधिकारी ने बताया कि जर्दा और उसके गिरोह के सदस्यों को पुणे में 7 जनवरी को एक ट्रक से 2.49 लाख रुपये से अधिक कीमत के 40 टायर चोरी करने के आरोप में पिछले माह गिरफ्तार किया गया।

ट्रक और चोरी का सामान बरामद

पुणे के मंचर और नासिक के सिन्नर इलाके में इसी तरह की चोरियों में भी आरोपियों की संलिप्ता पाई गई है। अधिकारी ने बताया कि एक ट्रक और चोरी का सामान बरामद किया गया है जिनकी कीमत 14.4 लाख रुपये है। तायडे ने कहा, ‘जर्दा और उसके साथी पुणे व आसपास के जिलों में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।’ पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने बताया कि सिन्नर पुलिस थाने में दर्ज चोरी के मामले में आरोपी को नासिक ग्रामीण पुलिस को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘हम मंचर पुलिस थाने में दर्ज चोरी के मामले में फिर से उसकी हिरासत की मांग करेंगे।’

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