Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़Why NDA Should Not be Very Happy from Maharashtra and Jharkhand Exit Polls Data Know Reason Here

पक्ष में महाराष्ट्र और झारखंड के Exit Polls, लेकिन फिर भी NDA को अभी से क्यों नहीं होना चाहिए खुश?

  • पिछले कुछ चुनावों में एग्जिट पोल्स भयंकर तरीके से गलत साबित हुए हैं। इसी को देखते हुए कहा जा रहा है कि इस बार भले ही एनडीए के लिए पोल्स पॉजिटिव हों, लेकिन फिर भी अभी से ही बहुत खुश नहीं होना चाहिए।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 20 Nov 2024 11:13 PM
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Exit Poll 2024: महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स बुधवार को सामने आ गए। दोनों ही राज्यों में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है। महाराष्ट्र के ज्यादातर एग्जिट पोल्स में एनडीए (महायुति) बहुमत के आंकड़े को हासिल करता दिख रहा है। महायुति को अधिकतम 186 तक सीटें दी गई हैं। इसी तरह झारखंड के भी ज्यादातर एग्जिट पोल्स में एनडीए का पलड़ा भारी दिख रहा। हालांकि, कई चुनावों में सटीक भविष्यवाणी कर चुके एक्सिस माय इंडिया ने राज्य में इंडिया गठबंधन के बंपर सीटें जीतने का दावा करके एनडीए को टेंशन दे दिया है। इन सबके बाद भी ज्यादातर पोल्स एनडीए के पक्ष में ही हैं। एग्जिट पोल्स के आंकड़े हर चुनाव के बाद सामने आते हैं, लेकिन पिछले कुछ चुनावों में एग्जिट पोल्स भयंकर तरीके से गलत साबित हुए हैं। इसी को देखते हुए यह भी कहा जा रहा है कि इस बार भले ही एनडीए के लिए पोल्स पॉजिटिव हों, लेकिन फिर भी एनडीए को अभी से ही बहुत खुश नहीं होना चाहिए।

दरअसल, लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव समेत कई चुनावों के एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए हैं। हरियाणा विधानसभा चुनावों में तो सभी एग्जिट पोल्स ने कांग्रेस को बंपर जीत का अनुमान लगाया था, लेकिन जब नतीजे सामने आए तो केंद्र की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी हैरान रह गई। बीजेपी ने राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बना ली। इसके बाद सर्वे एजेंसियों पर भी सवाल खड़े होने लगे और एग्जिट पोल्स से लोगों का विश्वास भी डिगने लगा है। लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया था, जिसके तहत एनडीए को 400 प्लस और बीजेपी को 370 से ज्यादा सीटें जीतने का टारगेट सेट किया था। पूरा माहौल भी बीजेपी के पक्ष में बना हुआ था और जब एग्जिट पोल्स सामने आए तो भी कुछ में अबकी बार 400 पार का नारा सही होता दिखा।

लगभग सभी प्रमुख एजेंसियों ने एग्जिट पोल्स में बीजेपी को बहुमत के आंकड़े से अधिक दिखाया था, लेकिन चार जून को आए नतीजों ने एनडीए को करारा झटका दे दिया। न सिर्फ एनडीए 400 से काफी दूर रह गया, बल्कि 300 भी नहीं पहुंचा। अकेले बीजेपी बहुमत के आंकड़े से दूर हो गई। पार्टी को 240 सीटों पर जीत मिली। वहीं, एग्जिट पोल के आंकड़ों से विपरीत प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस 99 सीटें तक जीत गई और इंडिया अलायंस के अन्य दलों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि, एनडीए के लिए राहतभरी बात यह रही कि नीतीश और चंद्रबाबू नायडू जैसे नेताओं के समर्थन से लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने में कामयाबी हासिल कर ली।

इसी तरह पिछले साल हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में भी एग्जिट पोल्स ने कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार की वापसी का अनुमान जताया था, लेकिन जब नतीजे आए तो बीजेपी ने सरकार बना ली। एक्सिस माय इंडिया ने कांग्रेस को 50 सीटें तक दी थीं, जबकि बीजेपी को 46 तक का अनुमान जताया था। वहीं, रिपब्लिक ने दावा किया था कि कांग्रेस 52 तक सीटें जीत सकती हैं, जबकि बीजेपी को 42 तक सीटें मिलने का अनुमान है। इसी तरह टाइम्स नाऊ एग्जिट पोल में कांग्रेस को 56 सीटें तक दी गई थीं, लेकिन जब नतीजे आए तो 90 सीटों वाले राज्य में बीजेपी ने आसानी से 54 सीटें हासिल कर लीं और कांग्रेस का सत्ता पाने का सपना चकनाचूर हो गया। कांग्रेस को 35 सीटें ही मिलीं।

इसी तरह, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी कुछ एग्जिट पोल्स गलत साबित हो गए थे। दैनिक भास्कर एग्जिट पोल ने कांग्रेस को बहुमत दिया था और 105-120 सीटें तक जीतने का अनुमान जताया था। वहीं, जन की बात ने बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर दिखाई थी, लेकिन जब नतीजे सामने आए तो मध्य प्रदेश में बीजेपी ने आसानी से सत्ता में वापसी कर ली। इसके अलावा भी अतीत में कई राज्यों के एग्जिट पोल गलत निकल चुके हैं। इसी वजह से जब अब महाराष्ट्र और झारखंड का एग्जिट पोल में एनडीए की आसान जीत दिखाई गई है तो अतीत को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि अभी किसी भी दल को इन्हीं आंकड़ों को नतीजे नहीं मान लेने चाहिए, बल्कि 23 नवंबर को आने वाले चुनावी नतीजों तक का इंतजार करना चाहिए, क्योंकि वास्तविक जीत-हार का पता उसी दिन चलेगा।

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