चिंता और डिप्रेशन महसूस करने वालों को करने चाहिए ये 3 योगासन, समस्या से उबरने में मिलेगी मदद
- Yogasanas For Depression and Anxiety: हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। ये दिन योग के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए है। ऐसे में यहां कुछ योगासन बता रहे हैं जो चिंता और डिप्रेशन की समस्या से उबरने में मदद रर सकते हैं।
हर साल 21 जून को अंतररार्ष्ट्रीय विश्व योग दिवस मनाया जाता है। यह दिन खासतौर पर योग से होने वाले कई लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति रोजाना योग करता है तो वह कई समस्याओं से निपट सकता है। चिंता और डिप्रेशन एक तरह की भावनाएं जो व्यक्ति को मानसिक तौर पर परेशान कर सकती हैं। इससे निपटने के लिए आप इन योगासनों को रूटीन में शामिल करें।
बालासन
सबसे ज्यादा आराम देने वाली और आरामदायक मुद्राओं में से एक है बालासन। इसे करने के लिए-
- अपने बड़े पैर की उंगलियों को छूते हुए और अपने कूल्हों की तुलना में अपने घुटनों को थोड़ा चौड़ा करके अपनी चटाई पर घुटने टेकें।
- फिर अपने हाथों और छाती को आगे की ओर फैलाते हुए सामने की तरफ झुकें।
- अपने सिर को अपनी चटाई या कंबल पर रखें और अपनी बाहों को अपने सिर के सामने फैलाएं।
- धीरे से वापस बैठने से पहले जितनी देर आप चाहें उतनी देर तक इस आसन को करते हुए गहरी सांस लें।
अधो मुख श्वानासन
रीढ़ की हड्डी को लंबा करने और आपकी बाहों, कंधों और पैरों को मजबूत बनाने के अलावा यह आसन दिमाग में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है। इसे करने के लिए
- पीठ को सपाट रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं। फिर अपने हाथों और घुटनों को नीचे की तरफ झुकाएं।
- पैर की उंगलियों से जमीन पर जोर देकर हिप्स को ऊपर उठाएं।
- पैरों और बाहों को सीधा कर लें।
ऊपर उठने के लिए हाथों से हिप्स को जमीन की ओर दबाएं।
- इसे करते समय शरीर उल्टे वी-शेप में होना चाहिए।
- इस आसन में कुछ देर रहें और सांसें लेने के बाद धीरे से पहले की स्थिति में आयें।
उर्ध्व मुख श्वानासन
चिंता और डिप्रेशन से निपटने के लिए ये एक बेहतरीन आसन है। यह आसन आपके दिल को खोलता है, जिससे आपके सीने में दबी हुई भावनाओं को दूर करने में मदद मिलती है। यह श्वसन प्रणाली को विनियमित करने, आपके दिल और दिमाग में स्पष्टता लाने का भी काम करता है। इस आसन को करने के लिए
- योगा मैट पर पेट के बल सीधे लेट जाएं।
- फिर पैर की उंगलियों को नीचे की ओर रखते हुए पैरों को पीछे ले जाएं।
- हथेलियों को कंधे के पास मैट पर नीचे की ओर रखें।
- ऊपरी शरीर को ऊपर उठाने के लिए हथेलियों को दबाएं। इसे करते समय रीढ़ की हड्डी को सही तरीके से घुमाएं।
- कंधों को पीछे रखते हुए छाती और सिर को ऊपर उठाएं।
- पूरे शरीर को स्ट्रेच करें फिर पहले की स्थिति में आएं। इससे पहले गहरी सांस लें।
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