कुर्मी आंदोनकारियों पर होगी सख्ती! रेलवे ने तैनात की स्पेशल फोर्स, ड्रोन से भी निगरानी
अपनी मांगों को लेकर कुर्मी समुदाय बुधवार 20 सितंबर से अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन करने वाला है। आंदोलनकारियों से सख्ती से निपटने के लिए रेलवे ने स्पेशल फोर्स तैनात की है।
कुर्मी-कुड़मी समुदाय 20 सितंबर को तीन राज्यों में अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन करने जा रहा है। इसको लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे और रांची रेलमंडल में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बंद समर्थकों से इस बार कड़ाई से निपटने की तैयारी है। रेल रोको आंदोलन के समर्थकों से निपटने के लिए आंदोलन की चिंह्रित जगहों में चक्रधरपुर मंडल से 40 आरपीएफ के जवान सहित 100 से ज्यादा आरपीएफ का स्पेशल फोर्स की तैनाती की जाएगी। आंदोलन प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी होगी।
आंदोलनकारियों का वीडियो फुटेज भी तैयार किया जाएगा। यदि उनके आंदोलन से ट्रेन सेवा प्रभावित होती है, तो उनके खिलाफ वीडियो-फोटोग्राफ के माध्यम से रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। रांची रेलमंडल के प्रभारी आरपीएफ कंमाडेंट पवन कुमार ने कहा कि आरपीएफ को मुस्तैद रहने को कहा गया है। आंदोलन समर्थकों को भी कहा गया है कि आपकी मांग स्टेट का मुद्दा है, ट्रेनें प्रभावित न करें। सीनियर डीसीएम निशांत कुमार ने कहा कि आंदोलनकारी ट्रेनें के परिचालन प्रभावित न करे। देश को काफी नुकसान होता है और रोज कमाने खाने वालों को दिक्कत होती है।
चार स्टेशनों पर आंदोलन की तैयारी
कुड़मी-कुर्मी महतो को जनजाति सूची में शामिल करने व कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर 20 सितंबर को झारखंड के चार स्टेशनों पर अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदेालन की तैयारी की गई है। इसकी जानकारी सोमवार को रांची में हुई प्रेसवार्ता में टोटेमिक कुड़मी विकास मोर्चा के अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कही। उन्होंने बताया कि झारखंड के मुरी, गोमो, नीमडीह व घाघरा रेलवे स्टेशन में आंदोलन होगा।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के खेमासुली, कुस्तौर के अलावा ओड़िसा के हरिचंदनपुर, जराईकेला रेलवे स्टेशन व धनपुर रेलवे स्टेशन जैसे तीन राज्यों में वृहद आंदेालन होगा। जिसमें हजारों की संख्या में कुर्मी समुदाय के लोग शामिल होंगे। सभी अपने पापंरिक वेशभूषा, छऊ नृत्य, नटुवा नाच, घोड़ा नाच, झूमर नाच, ढोल-नगाड़े के साथ शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि 18 से 22 सितंबर तक चलने वाली संसद का विशेष सत्र में कुड़मी-महतो को एसटी सूची में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार दर्जा दे और सत्र में मांग को उठाए।
शीतल ने कहा कि बहुत सारे दस्तावेज होने के बाद भी कुड़मी को एसटी सूची में शामिल नहीं किया जा रहा है। इसी क्रम में मोर्चा के प्रवक्ता हरमोहन महतो ने भी अपने विचार रखे। मौके पर रामपोदो महतो, सुषमा देवी, दानी महतो, सखिचंद महतो, क्षेत्र मोहन महतो, सोनालाल महतो, अजीत महतो, दीपक चौधरी, रावंती देवी, रबीता देवी, संदीप महतो सहित अन्य शामिल थे।