सड़क तथा गार्डवाल निर्माण में बरती जा रही है भारी अनियमित्ता, ग्रामीणों ने की उपायुक्त से जांच कराने की मांग
खोरीमहुआ में सड़क निर्माण कार्य में संवेदकों द्वारा अनियमितता की शिकायतें बढ़ रही हैं। डोरंडा से महथासार तक लगभग 12 किलोमीटर की सड़कों पर घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। स्थानीय लोग विरोध करने...

खोरीमहुआ, प्रतिनिधि। केंद्र तथा राज्य की सरकारों द्वारा विकास को गति देने के उद्देश्य से सड़क निर्माण कार्य कराये जा रहें है पर विभागीय अधिकारियों के मिली भगत से संवेदको द्वारा निर्माण कार्य मे भारी अनियमित्ता बरती जा रही है। ऐसा ही मामला डोरंडा पी डब्ल्यू डी मुख्यमार्ग से महथासार भाया तेलोडीह लगभग 12 किलोमीटर तक 845.45 लाख रुपये की आंकलित राशि से आर एन एस कंट्रक्शन प्रा. लिमिटेड कंपनी द्वारा बनाये जाने वाली पक्की सड़क निर्माण कार्य के सुरुवती दौर से ही अनियमित्ता बरती जा रही है। स्थानीय लोगों की माने तो सड़क निर्माण कार्य में सड़क की खुदाई कर बोल्डर और डस्ट डाल कर रोलर चलना था।
पर बोल्डर और डस्ट के बजाय बगैर खुदाई किए मिट्टी और बोल्डर डालकर जैसे-तैसे छोड़ दिया गया है। गार्डवाल निर्माण में भी भारी अनियमित्ता बरती जा रही है। गार्डवाल निर्माण में घटिया किस्म का पत्थर का प्रयोग तो हो ही रहा है। पत्थर के बीच में सीमेंट के जगह बालू भर दिया जा रहा है। या फिर ऐसे ही पत्थरों को बैठा कर ऊपर से निपा पोती कर दिया जा रहा है। लोगों ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान एक दिन भी जेई नही आते है। कभी आते भी है तो महज एकाध घण्टे में ही चले जाते है। जिसके कारण संवेदक द्वारा खुल कर अनियमित्ता बरती जा रही है। लोगों ने बताया कि वर्षो से सड़क निर्माण की मांग के बाद पिछले दिनों दिसम्बर माह में स्थानीय विधायक बाबूलाल मरांडी द्वारा सड़क निर्माण को लेकर शिलान्यास किया गया था तो लोगों को बेहतर सड़क निर्माण का आस जगी थी। पर संवेदक और पेटी ठीकेदारों द्वारा स्थानिय कुछ दबंग प्रविर्ती के लोगों को रुपये देकर और मिट खिलाकर विरोध करने वालों के खिलाफ खड़ा कर दिया है। जिसके कारण कोई विरोध नही कर पा रहें है। कोई विरोध करने का प्रयाश करते है तो उसके घर जाकर डराया धमकाया जा रहा है। जिसके कारण कोई विरोध भी नही कर पा रहें है। कहा कि पिछले दिनों कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त तथा स्थानीय विधायक को आवेदन देकर निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की गयी थी। पर संवेदक की पकड़ के कारण आज तक कोई जांच नही की गई है कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली यह सड़क बेहतर सड़क निर्माण का सपना- सपना ही रह जायेगा। जिसे देखते हुए उपायुक्त महोदय से जांच की मांग की गई है। वहीं उक्त मामले को लेकर जेई शमशाद आलम ने कहा कि इस प्रकार के मामले को लेकर कोई शिकायत मुझे नही मिली है बावजूद हम इसकी गम्भीरता से जांच करते हुए कार्रवाई करेंगे। जरूरत पड़ी तो गढ़वाल हो या पीसीसी तोड़वाकर फिर से कम करवाएंगे, अनियमित्ता कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा।
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