ताइवान में घुस गई चीनी मिसाइलें; प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच विदेश मंत्री के मोबाइल पर आया अलर्ट, मच गया हड़कंप
विदेश मंत्री जोसेफ वू ताइपे में विदेशी पत्रकारों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इसी बीच उनके मोबाइल फोन पर एक अलर्ट आया। अलर्ट था कि चीनी मिसाइलें ताइवान में घुस गई हैं।
ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव से पहले मंगलवार को सनसनीखेज घटना सामने आई, जिसने पूरे देश में हड़कंप मच गया। विदेश मंत्री जोसेफ वू ताइपे में विदेशी पत्रकारों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इसी बीच उनके मोबाइल फोन पर एक अलर्ट आया। अलर्ट था- चीनी मिसाइलें ताइवान में घुस गई हैं। वू ही नहीं देश में कई लोगों के फोन पर यह मैसेज गया। इस घटना ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया। खुद विदेश मंत्री घबरा गए। अफरा-तफरी के बीच रक्षा मंत्रालय ने देश में अलर्ट जारी कर दिया कि चीन ने हवाई हमला कर दिया है। हालांकि बाद में पता लगा कि मामला ऐसा था ही नहीं। चलिए, पूरा माजरा जानते हैं।
दरअसल, ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर टेंशन में अधिकारियों से बड़ी गलती हो गई। मंगलवार को स्थानीय समयानुसार 3 बजकर 5 मिनट (दोपहर 12.35 मिनट भारतीय समानुसार) पर पूरे ताइवान में आपातकालीन चेतावनी के साथ एक मैसेज सर्कुलेट हुआ कि ताइवान के हवाई क्षेत्र में मिसाइल घुस गई है। यह मिसाइल चीन की तरफ से बता रही थी।
दिलचस्प बात यह है कि उसी वक्त ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू आगामी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों को लेकर ताइपे में विदेशी पत्रकारों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन कर रहे थे। उनके फोन पर इसी तरह का मैसेज अलर्ट आया। रक्षा मंत्रालय ने भी तुरंत रिएक्शन दिया और देशभर में अलर्ट जारी कर दिया। लोगों को इस बात का डर पैदा हो गया कि कहीं चीन ने उन पर हमला तो नहीं कर दिया है। हालांकि बाद में पता लगा कि यह भाषाई ऋुटि थी।
क्या गलती हुई
दरअसल, मोबाइल संदेश में अंग्रेजी में मिसाइल लिखा था, जबकि, वही शब्द मैंडेरिन भाषा में सैटेलाइट होता है। रक्षा मंत्रालय ने बाद में माफी मांगी और कहा कि वह उस शब्द को गलती से अंग्रेजी का शब्द समझ बैठे जबकि, वो चीन द्वारा किया गया उपग्रह प्रक्षेपण था। बाद में वू ने सफाई में कहा कि "जब कोई रॉकेट खुले तौर पर हमारे आकाश में उड़ रहा होता है, तो उसका मलबा हमारे क्षेत्र में गिरता है। यही कारण है कि हमारे रक्षा मंत्रालय ने इसे हवाई हमला समझ लिया। ऐसा पहले भी हो चुका है।”
चीन ने क्या कहा
इस पूरे मामले में चीनी राज्य मीडिया ने बताया कि बीजिंग ने ज़िचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर में लॉन्ग मार्च-2सी वाहक रॉकेट का उपयोग करके "आइंस्टीन प्रोब" उपग्रह का सफल प्रक्षेपण किया है। सीसीटीवी के अनुसार, उपग्रह अपनी निर्धारित कक्षा में प्रवेश कर गया है।
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