एक ने दहलाया, दूसरा सीजफायर की शर्त से मुकरा; अचानक दादागिरी पर क्यों उतर आए हमास और हूती
- नए साल से पहले इजरायल को नई टेंशन मिल गई है। यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायली इलाकों पर मिसाइलें दागकर जंग का नया मोर्चा शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ हमास सीजफायर की शर्त पर दादागिरी दिखा रहा है।
नए साल से ठीक पहले इजरायल को दोहरे झटके लगे हैं। यमन से हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर हमला करना शुरू कर दिया है। नए साल से पहले ही इजरायल अब दो नहीं तीन मोर्चों के खिलाफ सीधी लड़ाई में उतर आया है। हमास और हिजबुल्लाह के साथ इजरायली की जंग जारी है। दूसरी ओर गाजा में सीजफायर को लेकर हमास और इजरायल की बातचीत में रोड़ा आ गया है। इजरायली मीडिया की रिपोर्ट है कि हमास ने शर्त के मुताबिक 34 कैदियों को रिहा करना था, लेकिन हमास ऐन वक्त पर मुकर गया है। इजरायल पर दोहरी मार ऐसे वक्त में हो रही है, जब पीएम बेंजामिन नेतन्याहू प्रोस्टेट सर्जरी के बाद अस्पताल में भर्ती हैं।
इजरायली सेना ने सोमवार देर रात बताया कि उनकी वायु रक्षा प्रणाली ने यमन से इजरायल पर दागे गए एक बैलिस्टिक मिसाइल को रोक दिया। हालांकि हमलों के कारण पूरे मध्य इजरायल में सायरन बजने लगे। यह दो सप्ताह से भी कम समय में सातवां हमला है। सेना ने बताया कि मिसाइल को इजरायली हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले ही रोक लिया गया। मलबा गिरने के डर से रात 11 बजे के बाद देश के मध्य हिस्से में सायरन बजने लगे। मिसाइल के मलबे के कारण कोई बड़ी क्षति नहीं हुई, लेकिन इसका एक बड़ा टुकड़ा यरूशलम के निकट बेत शेमेश शहर के रमत बेत शेमेश अलेफ इलाके में गिरा है।
इजरायल ने हूतियों को दी वार्निंग
‘द टाइम्स ऑफ़ इज़रायल’ अखबार ने नेतन्याहू के हवाले से कहा “हम अभी उनके साथ शुरुआत कर रहे हैं। हम उन्हें इन दिनों, आज और किसी भी दिन (इज़रायल पर हमला करने की) अनुमति नहीं देंगे। जब तक वे सीख नहीं लेते तब तक हम उन पर अंतिम प्रहार करेंगे। जैसा कि मैंने कहा- हमास ने सीख लिया, हिजबुल्लाह ने सीखा और सीरिया ने सीखा, अब हूती भी सीखेंगे।”
हमास सीजफायर की शर्त से मुकरा
कान सार्वजनिक प्रसारक की रिपोर्ट के अनुसार, हमास आतंकवादी समूह ने बंधकों की उस सूची को अस्वीकार कर दिया है, जिसके बारे में इजरायल का कहना है कि हमास को युद्ध विराम समझौते के प्रथम चरण के दौरान 34 कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, हमास सूची में शामिल 34 बंधकों में से 22 को रिहा करने को तैयार है, लेकिन अन्य 12 की रिहाई से इनकार कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा आतंकवादी समूह ने समझौते के पहले चरण के दौरान 22 जीवित बंधकों और 12 शवों को छोड़ने की पेशकश की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल ने हमास के इस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है। उसने कहा है कि युद्ध विराम समझौते के तहत पहले चरण में हमास को 34 कैदियों को जिंदा ही उन्हें लौटाना होगा। रिपोर्ट में उन बंधकों के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है जिन्हें हमास रिहा करने से इंकार कर रहा है। वहीं, मिस्र के अल-घाद आउटलेट ने खबर दी है कि इजरायल ने संभावित समझौते के पहले चरण में रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची में उन 11 लोगों को शामिल करने का अनुरोध किया है जिन्हें हमास इजरायली सैनिक मानता है।
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