इजरायल और ईरान के बीच तनाव पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए भारत ने कहा है कि वह एससीओ के निंदा प्रस्ताव वाली चर्चा में हिस्सा नहीं लेगा। भारत बातचीत के जरिए शांति बहाली की वकालत करता है।
इजरायल और ईरान के बीच युद्ध की वह से अगर हौरमज की जलसंधि का रास्ता बाधित होता है तो भारत में भी तेल की कीमतों में इजाफा हो सकता है।
ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल पर ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार की, जिसके विस्फोटों ने यरुशलम और तेल अवीव की इमारतों को हिला दिया। अब इजरायल ने कहा है कि अगर और मिसाइलें दागी गईं तो तेहरान को जला देंगे।
ईरान और इजरायल के बीच हालात बेहद खराब हैं। ईरान ने इजरायल पर अपने क्षेत्र में हमला करने का आरोप लगाया है। साथ ही इजरायल से बातचीत के सवाल पर मुस्लिम देश ने करारा जवाब दिया है।
ईरान ने इन हमलों के जवाब में इजरायल पर 150 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए, जिससे तेल अवीव, यरुशलम और वेस्ट बैंक जैसे शहरों में अलर्ट जारी हुआ।
इजरायल और ईरान के बीच यह ताजा संघर्ष मध्य पूर्व में एक बड़े युद्ध की आशंका को बढ़ा रहा है। ईरान की नई कमान और उसकी जवाबी रणनीति पर दुनिया की नजरें टिकी हैं।
मोसाद ने ईरान में यहां तक घुसपैठ कर ली थी कि उसके इशारे पर ईरान के टॉप कमांडर भी मीटिंग के लिए इकट्ठा हो गए। इसके बाद इजरायल ने उनपर अटैक कर दिया।
शुक्रवार सुबह तेहरान में हुए धमाकों ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा, जब इजरायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला किया। इस हमले को इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' का नाम दिया।
इजरायल-ईरान के बीच भीषण घमासान छिड़ा है। इजराइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ढांचे पर युद्धक विमानों और तस्करी करके लाए गए ड्रोनों से भीषण हमले किए।
नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि इजरायल का सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक ईरान की सैन्य और परमाणु क्षमताएं पूरी तरह से नष्ट नहीं हो जातीं।