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Hindi Newsविदेश न्यूज़After Bangladesh students in USA on streets Three University Chief resigns anti Israel and pro Palestine movement

बांग्लादेश के बाद US में भी सड़कों पर क्यों उतर रहे छात्र, तीन-तीन यूनिवर्सिटी चीफ का इस्तीफा

रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्र संगठनों से अपने-अपने शैक्षणिक परिसरों में गाजा में सीजफायर और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की वकालत करने के लिए हड़ताल करने का आह्वान किया गया है। हालांकि, छात्रों को यह स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया है कि उनकी हड़ताल कब तक चलती रहेगी।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 15 Aug 2024 10:15 AM
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बांग्लादेश के बाद अब अमेरिका में छात्रों का आंदोलन उबाल पर है। फिलिस्तीन समर्थक छात्रों के संगठन यंग डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका (YDSA) ने अपने हड़ताल के क्रम में आगामी एकैडेमिक सेशन के दौरान कक्षा का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। YDSA ने कहा है कि छात्र घरों से रहकर ही पढ़ाई करेंगे और इस दौरान यूनिवर्सिटी और कॉलेज का बहिष्कार करेंगे। पिछले अकादमिक सत्र में भी इन छात्रों ने अपना आंदोलन जारी रखा था।

द फ्री प्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के सुदूर वामपंथी डेमोक्रेटिक सोशलिस्टों की युवा और छात्र शाखा YDSA ने पिछले महीने ही नया संकल्प प्रकाशित किया है, जिसमें देशभर के 100 से अधिक विश्वविद्यालय चैप्टर के सदस्यों से "फिलिस्तीन के लिए छात्र हड़ताल" आंदोलन में भाग लेने के लिए आह्वान किया गया है और उनसे शैक्षणिक सत्र 2024-2025 की शुरुआत में ही विश्वविद्यालयों का बहिष्कार करने की अपील की गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्र संगठनों से अपने-अपने शैक्षणिक परिसरों में गाजा में सीजफायर और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की वकालत करने के लिए हड़ताल करने का आह्वान किया गया है। हालांकि, छात्रों को यह स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया है कि इजरायल विरोधी प्रदर्शनों में उनकी हड़ताल कब तक चलती रहेगी। बता दें कि अमेरिका के कॉलेज परिसरों में लेफ्ट विंग द्वारा की गई कार्यवाही उनके आंदोलन के घटनाक्रमों में नवीनतम है। ये छात्र संगठन गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायली आक्रमण का विरोध कर रहे हैं और फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए आवाज उठा रहे हैं।

पिछले शैक्षणिक सत्र में भी अमेरिकी कॉलेज परिसरों में छात्रों ने खूब हंगामा किया था। ये आंदोलन यहूदी विरोधी कहे जाते रहे हैं। इस दौरान कई विश्वविद्यालयों में हिंसक झड़पें भी हुईं। कोलंबिया और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने खूब उत्पात मचाया था। इस बीच तीन-तीन विश्वविद्यालयों के चीफ ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। कोलंबिया विश्वविद्यालय के अध्यक्ष मिनोचे शफीक ने बुधवार को ही नया सत्र शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पिछले सत्र में कोलंबिया यूनिवर्सिटी का कॉलेज परिसर इजरायल पर हमास के हमले के बाद छात्र आंदोलन का अखाड़ा बन गया था।

शफीक से पहले पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय की अध्यक्ष लिज़ मैगिल ने पिछले साल दिसंबर में दो साल से भी कम समय के कार्यकाल के बाद इस्तीफा दे दिया था। जनवरी में, हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अध्यक्ष क्लॉडाइन गे भी इस्तीफा दे चुके हैं।

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