शेख हसीना ने बीते दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्हें मारने की साजिशें कई बार रची गईं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि 21 अगस्त की हत्याओं से बचना या कोटलीपारा में बम से बच जाना और 5 अगस्त, 2024 को भी जीवित रहना... अल्लाह की मर्जी से हुआ।’
भारत-बांग्लादेश सीमा की लंबाई 4,096 किलोमीटर है। इस पर लंबे समय से विवाद रहा है। हाल ही में भारत ने सीमा पर पांच स्थानों पर बाड़ लगाने की योजना बनाई, जिसका बांग्लादेश ने कड़ा विरोध किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद रफीकुल आलम ने कहा कि हसीना के भारत में रहने के मुद्दे पर भारत सरकार को विचार करना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ढाका भारत में अपने नए उच्चायुक्त के संबंध में भारत के जवाब का इंतजार कर रहा है।
Sheikh Hasina Khaleda Zia: बांग्लादेश में शेख हसीना की मुख्य विरोधी खालिदा जिया को बांग्लादेशी कोर्ट ने राहत दी है। कोर्ट ने खालिदा के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के सभी आरोपों को खारिज कर दिया। कोर्ट ने इन सभी आरोपों को दुर्भावनापूर्ण बताया।
बांग्लादेश सरकार ने एक बार फिर हिंदुओं पर हमलों को नजरअंदाज करने की कोशिश की है। बांग्लादेशी सरकार ने अल्पसंख्यकों पर हमले को राजनीति से प्रेरित बताया है।
बांग्लादेश में अशांति तब और बढ़ गई जब 25 अक्टूबर को चटगांव में चिन्मय कृष्ण दास पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने का आरोप लगाते हुए राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया।
Bangladesh: बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ लगातार माहौल बनता जा रहा है। बांग्लादेशी कोर्ट ने अपदस्थ प्रधानमंत्री समेत उनके 10 और सहयोगियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। कोर्ट ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि हसीना समेत सभी को 10 फरवरी तक पेश करें।
india bangladesh: ट्रेनिंग के लिए भारत आने वाले 50 बांग्लादेशी जजों का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। यह 50 ट्रेनी जज मध्य प्रदेश की अकादमी में 10 फरवरी से अपनी ट्रेनिंग शुरू करने वाले थे।
Bangladesh Hindus: बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी अत्याचारों को देखते हुए दुनियाभर से उनके समर्थन में आवाज उठ रही है। ब्रिटेन में लेबर पार्टी की नेता, बांग्लादेशी मूल की पुष्पिता ने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनियाभर के नेता बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए एक आजाद देश की वकालत करें।
बांग्लादेश में पूर्व राजदूत रहीं वीना सीकरी ने कहा कि प्रोफेसर यूनुस ने चिन्मय दास के मामले के बारे में बात तक नहीं की। उन्होंने सिर्फ एक वकील के बारे में बात की, जिसकी मृत्यु हो गई थी और वह सिर्फ इसी बारे में अपनी चिंता व्यक्त कर रहे थे।
बांग्लादेश में आवामी लीग के सत्ता से हटते ही देश का माहौल बदलने लगा है। पहले हिंदुओं के खिलाफ लगातार हो रहे हमले, संविधान को बदलने की खबरें आने के बाद अब खबर है कि बांग्लादेश 1971 के मुक्ति संग्राम की कहानी ही बदल देगा।
देश के मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने यह दावा किया है कि वर्ष 2025 मानवाधिकार हनन और अन्य अपराधों के मामलों में न्याय का साल होगा। उनके इस बयान का सीधे-सीधे इशारा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की तरफ था।
वकर-उज-जमान ने कहा कि भारत को बांग्लादेश की स्थिरता में बहुत रुचि है और दोनों पक्षों के बीच रोजी-रोटी से जुड़ा ऐसा रिश्ता है जो निष्पक्षता पर आधारित होना चाहिए।
पिछले महीने असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि असम पुलिस ने दो अलग-अलग अभियानों में अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में पांच बच्चों सहित 22 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है।
रवींद्र घोष ने पीटीआई से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पीएम मोदी से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से वहां के अल्पसंख्यक नेताओं पर हो रहे अत्याचारों और उत्पीड़न पर ध्यान देने की अपील की है।
पिछले शुक्रवार को अपने संदेश में, मुख्य सलाहकार ने डॉ. मनमोहन सिंह को एक महान नेता, दूरदर्शी और भारत की जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध व्यक्तित्व बताया था।
पुलिस ने बताया कि मिनारूल और अब्बास 12 से 16 साल के बच्चों को टारगेट कर स्थानीय मदरसों में कट्टरपंथी विचारधारा के साथ उनकी भर्ती कर रहे थे।
बांग्लादेश में उस संविधान को ही खत्म करने का ऐलान हो सकता है, जो 1972 में शेख मुजीबर रहमान के दौर में बना था। इसके अलावा राष्ट्रपति और सेना प्रमुख जैसे पदों का भी खात्मा हो सकता है। वहीं जुलाई में शेख हसीना के खिलाफ हुए आंदोलन को क्रांति का दर्जा दिया जा सकता है।
प्रवासी बांग्लादेशी हिंदुओं के एक समूह ने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि वे बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की तैनाती करवाए, ताकि हिंदुओं को विलुप्त होने से बचाया जा सके।
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने विभिन्न नगरपालिकाओं और पंचायतों से इन दस्तावेजों में दर्ज पतों की जानकारी मांगी थी। जवाब में बताया गया कि दिए गए पते अस्तित्व में ही नहीं हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे पिछले दो साल से अवैध रूप से रह रहे थे। भारतीय न्याय संहिता और विदेशी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मोहम्मद यूनुस की लीडरशिप वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना को सौंपने जाने की मांग की है। पूर्व पीएम फिलहाल भारत में हैं। वह 5 अगस्त को तख्तापलट के बाद वायुसेना के हेलिकॉप्टर से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर आ गई थीं और उसके बाद से ही दिल्ली में किसी स्थान पर हैं।
मुंशी का आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों में पुराना इतिहास रहा है। 2011 में अहल-ए-हदीस के नेता शौकत शाह की हत्या में उसकी कथित भूमिका बताई जाती है।
आरोप है कि उन लोगों ने यह कहा कि जमीन को बेंजीर अहमद की पत्नी को किराए पर दिया गया था। अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद त्रिपुरा समुदाय ने वापस लौटकर नए घर बनाए और वहीं रहना शुरू कर दिया।
हाल ही में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और उनके पूजा स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यह घटनाएं खास तौर पर शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से तेजी से बढ़ी हैं।
अब्दुस सलाम पिंटू और उसके सहयोगी पूर्व मंत्री लुत्फोज्जमान बाबर 2004 में शेख हसीना की हत्या की साजिश में शामिल थे। इस मामले में अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया था।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने सोमवार को कहा कि उसने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को ढाका वापस भेजने के लिए भारत को एक राजनयिक संदेश भेजा है।
यहां से पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई हथियारों की सप्लाई, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे कारनामों को अंजाम दे सकती है। एजेंसियों को संदेह है कि यहां इन चीजों को उतारे जाने के बाद बांग्लादेश की सीमा से लगते पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भेजा जा सकता है। पहले भी ऐसी कोशिशें हुई हैं।
इसी सप्ताह बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर एक मालवाहक जहाज पहुंचा, जो कराची से निकला था और दुबई होते हुए आया। बीते कुछ दिनों में यह दूसरा जहाज है, जो पाकिस्तान से बांग्लादेश की जलसीमा में दाखिल हुआ। इस जहाज में 811 कंटेनर थे, जिनमें जरूरी औद्योगिक सामान थे।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत से शेख हसीना को वापस भेजने की मांग की है। मोहम्मद यूनुस की लीडरशिप वाली सरकार ने भारत को एक डिप्लोमैटिक नोट भेजने की पुष्टि की है, जिसमें मांग की गई है कि शेख हसीना को ढाका भेजा जाए। फिलहाल बांग्लादेश की पूर्व पीएम दिल्ली में ही किसी अज्ञात स्थान पर रह रही हैं।