193 सदस्यीय महासभा ने प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। प्रस्ताव के पक्ष में 124 देशों ने मतदान किया तो 14 ने विरोध में मतदान किया तथा भारत समेत 43 देशों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। मतदान में भाग नहीं लेने वालों में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, इटली, नेपाल, यूक्रेन और ब्रिटेन शामिल हैं। खास बात है कि
1972 और 1996 में मोसाद ने इसी तरह संचार के उपकरणों यानी फोन और मोबाइल को ही बम बना दिया था और उसके जरिए अपने दुश्मनों का खात्मा कर दिया था। सितंबर 1972 की म्यूनिख ओलंपिक में 11 इजरायली खिलाड़ियों की हत्या का बदला फिलिस्तीन मुक्ति संगठन से लेने के लिए तब मोसाद ने एक खौफनाक ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
मध्य प्रदेश की बालाघाट पुलिस ने ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान कथित तौर पर फलस्तीनी झंडा लहराने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला कि ये लोग सोशल मीडिया रील और इंस्टाग्राम वीडियो से प्रभावित थे।
फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी WAFA के हवाले से यह जानकारी दी। महिला को सिर में गोली लगने के बाद नब्लस के रफिदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि की।
मुस्लिम देशों में इन कंपनियों के बायकॉट का अभियान चल रहा है। इन्हें मुस्लिम कट्टरपंथी विचारक अमेरिका और इजरायल की कंपनियां बताते हुए बायकॉट की अपील कर रहे हैं। इसके कारण मिस्र, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, मलयेशिया और तुर्की जैसे तमाम देशों में स्थानीय ब्रांड्स की बिक्री बढ़ गई है।
इजरायल के इस आदेश से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वह नए सिरे से जमीनी ऑपरेशन शुरू कर सकता है। गाजा पट्टी पर इसके साथ ही चल रहा आखिरी अस्पताल भी बंद हो रहा है। अल-अक्सा शहीदी अस्पताल सेंट्रल गाजा के मुख्य चिकित्सा केंद्रों में से एक था।
मंगलौर, संवाददाता। जालिम कितना भी ताकतवर क्यों ना हो उसके सामने कभी भी सर को नहीं झुकना चाहिए क्योंकि यह सिर्फ खुदा ने अपने सामने झुकने के लिए दिया है।
ब्राजीलियन राष्ट्रपति लूला दी सिल्वा जिन्होंने गाजा में इजरायली हमलों की निंदा की थी, उनका देश भी इजरायल को तेल सप्लाई करता रहा है और गाजा में नरसंहार को परोक्ष रूप से बढ़ावा देता रहा है। इजरायल को कुल तेल सप्लाई की 9 फीसदी हिस्सा ब्राजील ने अकेले सप्लाई किया है।
ब्रिटिश विदेश मंत्रीऔर उनके फ्रांसीसी समकक्ष ने शुक्रवार को इजरायली विदेश मंत्री से मुलाकात की। इस दौरान दोनों मंत्रियों ने पीले रंग की सोलिडरिटी पिन अपने लैपल पर लगा रखी थी। ये पिन इजरायली बंधकों के साथ उनकी एकजुटता को दिखाता है लेकिन जब दोनों फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री से मिलने गए तो चिह्न हटा दिया।
गाजा में युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से शांति वार्ता का एक नया दौर बृहस्पतिवार को शुरू हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने यह जानकारी दी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्र संगठनों से अपने-अपने शैक्षणिक परिसरों में गाजा में सीजफायर और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की वकालत करने के लिए हड़ताल करने का आह्वान किया गया है। हालांकि, छात्रों को यह स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया है कि उनकी हड़ताल कब तक चलती रहेगी।
गाजा में पिछले दस महीने से जारी जंग के बीच फिलिस्तीनी कैदी के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में 10 सैनिकों की गिरफ्तारी पर इजरायली नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दक्षिणी इजरायल के नेगेव रेगिस्तान में कैदियों को एक सेंटर में सैनिकों ने एक फिलिस्तीनी कैदी के साथ सामूहिक बलात्कार किया।
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला करते हुए सीमा का उल्लंघन किया। हमले के दौरान इजरायल में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, और 240 अन्य लोगों का अपहरण कर लिया। तब से इजरायल का कहर बरस रहा है।
Middle-East War Tension: संयुक्त राज्य अमेरिका निकासी और संयुक्त सैन्य अभियानों के समन्वय के लिए सहयोगियों के साथ बातचीत भी कर रहा है। ताकि मिडिल-ईस्ट में बिगड़ते हालात पर काबू पाया जा सके।
पिछले आठ महीने से इजरायल के साथ जंग से जूझ रहे फिलिस्तीन में एक नई त्रासदी ने दस्तक दे दी है। पिछले सप्ताह पोलियो वायरस के कई मरीज मिलने के बाद गाजा में पोलियो को महामारी घोषित कर दिया है।
तुर्कीये के राष्ट्रपति एर्दोगान ने हाल ही में कहा था कि हम फिलिस्तीनियों की मदद के लिए इजरायल में घुस कर भी हमला कर सकते हैं। एर्दोगान की धमकी के बाद इजरायल ने भी इसका जवाब दिया है।
Paris Olympic Games: समारोह में जैसे ही इजरायल की फुटबॉल टीम भाग लेने पहुंची, वहां मौजूद दर्शकों ने इजरायल का राष्ट्रगीत गाकर स्वागत किया लेकिन थोड़ी ही देर में फिलिस्तीन समर्थक नारे लगने लगे।
शवों की बरामदगी खान यूनिस पर सेना द्वारा नए हमले के कुछ दिनों बाद हुई। इजरायल ने कहा कि वह क्षेत्र में महीनों तक चली भीषण लड़ाई के बाद अप्रैल में शहर से सैनिकों को वापस बुला रहा था।
घोषणापत्र पर ऐसे समय में हस्ताक्षर किए गए हैं, जब इजरायल और हमास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थित संघर्ष-विराम प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं, जो गाजा पट्टी में नौ महीने से जारी युद्ध को समाप्त कर सकता है।
मध्य प्रदेश के खंडवा में मुहर्रम के जुलूस में फिलिस्तीनी झंडा फहराना चार युवकों को भारी पड़ गया। वीडियो वायरल होने पर उन्हें पुलिस ने अरेस्ट करके जेल भेज दिया है। बजरंग दल की शिकायत पर एक्शन हुआ।
गया के शेरघाटी में युवकों द्वारा फिलिस्तीन का झंडा लहराए जाने से जुड़े वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने शरारती युवकों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।
अमेरिका के बार-बार आलोचना करने के बाद भी इजरायल गाजा पर लगातार हमले कर रहा है। मंगलवार को अलग-अलग हमलों और बमबारी की घटना में दर्जनों फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है वहीं सैंकड़ों घायल हैं।
मोहर्रम को लेकर मेहसी थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव से मंगलवार की रात्रि ताज़िया का जुलूस निकाला गया। जुलूस दामोदरपुर गांव से नगर पंचायत वार्ड नंबर 10 की ओर जा रहा था जिसमें फिलिस्तीन का झंडा लहराया.
बिहार के दरभंगा के बाद अब नवादा से जुलूस में फिलिस्तीनी झंडा लहराने का मामला सामने आया है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा है। और पूछताछ में जुट गई है।
बिहार के दरभंगा में मुहर्रम के जुलूस में फिलिस्तीनी झंडा लहराने का वीडियो वायलल होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस ने वीडियो पर संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है।
इजरायल हमास के बीच जारी जंग में अब इजरायल गाजा के स्कूलों को निशाना बना रहा है जहां लोग जंग से बचकर पनाह ले रहे हैं। पिछले चार दिनों में चार स्कूलों पर हुए हमले में दर्जनों लोगों की जान चली गई है।
वरिष्ठ वकील हरि शंकर जैन ने असदुद्दीन ओवैसी द्वारा सदन के सदस्य के रूप में शपथ लेते समय इस्तेमाल किए गए 'जय फिलिस्तीन' शब्दों पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद युद्ध प्रभावित पश्चिम एशियाई क्षेत्र फिलिस्तीन के पक्ष में नारे लगाए थे।
फिलिस्तीन के प्रधनमंत्री मुस्तफा ने पीएम मोदी को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने फिलिस्तीनी मुद्दे और फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों के लिए लगातार समर्थन दिया है।
सेना ने अपने एक सैनिक की पहचान 23 वर्षीय कैप्टन वासेम महमूद के रूप में की है, जो कॉम्बैट इंजीनियरिंग कोर में डिप्टी कंपनी कमांडर था। इन मौतों से संभवतः संघर्ष विराम की मांग को बढ़ावा मिलेगा।