‘इंडस्ट्री में आज भी बहुत प्यार और काम मिलता है’
शिल्पा शेट्टी को बॉलीवुड में काम करते हुए 25 साल हो गए हैं। ‘धड़कन’, ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ जैसी कुछ बेहद सफल फिल्में उनके फिल्मी सफर का हिस्सा रही हैं। हालांकि शादी के बाद उनका...

शिल्पा शेट्टी को बॉलीवुड में काम करते हुए 25 साल हो गए हैं। ‘धड़कन’, ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ जैसी कुछ बेहद सफल फिल्में उनके फिल्मी सफर का हिस्सा रही हैं। हालांकि शादी के बाद उनका रुख टेलीविजन की ओर हुआ और तब से कई रियलिटी और टेलेंट शो में जज की भूमिका में दिखती रही हैं। प्रस्तुत है उनसे हुई बातचीत...
बॉलीवुड में यह बड़ी बात है कि किसी नए शख्स का स्क्रीन टेस्ट हुए बिना उसे किसी फिल्म में कोई रोल मिल जाए। आज से 25 साल पहले बॉलीवुड में आपका सफर कुछ ऐसे ही शुरू हुआ था।
हां, मेरी पहली फिल्म ‘बाजीगर’ 25 साल पहले 12 नवंबर 1993 को रिलीज हुई थी। वैसे मेरी पहली फिल्म इसे नहीं होना था। मैं मान कर चल रही थी कि एक दूसरी फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखूंगी। जैसे कि आप जानते ही हैं कि इंडस्ट्री में किस तरह से चीजें काम करती हैं। जैसा आप सोचते हैं, चीजें जरूरी नहीं कि वैसे ही हों। उस फिल्म को मेरी पहली फिल्म नहीं होना था, तो नहीं हुई। अब्बास और मस्तान सर (फिल्मकार) ने मुझसे स्क्रीन टेस्ट तक के लिए नहीं पूछा और सिर्फ मेरी तस्वीरें देख कर मुझे फिल्म में ले लिया। मेरी तब 17 साल की उम्र थी।
इतनी कम उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में काम का कुछ अंदाजा था?
मुझे बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि मेरी जिंदगी की राह कुछ इस तरह से आगे बढ़ेगी। मैं सिर्फ एक फिल्म करना चाहती थी और देखना चाहती थी कि मेरे लिए चीजें किस तरह से काम करती हैं। किस्मत का साथ था, फिल्म ‘बाजीगर’ काफी सफल रही।
पहले श्रीदेवी जी को इस फिल्म में डबल रोल के लिए चुना गया था। लेकिन बात बनी नहीं और बाद में काजोल और मुझे फिल्म में मौका मिला। शाहरुख खान तब कोई बहुत बड़े स्टार नहीं थे। काजोल ने 1992 में फिल्म ‘बेखुदी’ से फिल्मों में कदम ही रखा था, जो चल नहीं पाई। मेरा फिल्मों का कोई तजुर्बा था नहीं। मेरे लिए यह एक दांव लगाने जैसा था। लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई, तब हम तीनों स्टार बन चुके थे।
फिल्म ‘बाजीगर’ के रिलीज से पहले इस फिल्म के निर्माता रतन जैन मुझे अपनी तीन फिल्मों में साइन कर चुके थे। पहली थी ‘बाजीगर’, दूसरी, 1994 में रिलीज हुई फिल्म ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ और तीसरी, साल 2000 में आई फिल्म ‘धड़कन’। तीनों ही मेरे करियर की सबसे हिट फिल्में हैं।
पहली बार सेट पर होने का एहसास कैसा था?
मुझे याद है कि मैं खुद में बहुत असुरक्षित महसूस कर रही थी, क्योंकि मुझे तब ठीक से हिंदी बोलनी भी नहीं आती थी। मैं डरी हुई थी और सिर्फ अपने हिस्से के सीन्स करने के बाद घर जाना चाहती थी। लेकिन शाहरुख खान ने मेरी इस परेशानी को भांप लिया और मुझे शांत किया। उन्होंने मुझे बैठाया और कहा कि यहां कैमरा ही तुम्हारा दर्शक है। उनकी वह बात आज भी मेरे साथ है।
आपको इस इंडस्ट्री में काम करते हुए 25 साल बीत गए हैं। कैसा महसूस करती हैं?
मुझे नहीं लगता कि यहां काम करते हुए मुझे इतना समय हो गया है। मजेदार बात यह है कि मैं आज भी यहां किसी चीज को लेकर पहले की तरह ही उत्साहित हूं और खुद में तरोताजा महसूस करती हूं।
मुझे लगता ही नहीं कि इतना समय बीत गया है। और इसमें सबसे सुंदर बात यह है कि मुझे यहां आज भी बहुत प्यार और काम मिलता है। मुझे एहसास है कि अभी भी मैं इंडस्ट्री में दस साल और काम कर सकती हूं। खुद को पुरानी अभिनेत्री कहलाने के लिए मुझे चेहरे पर कुछ और झुर्रियों की जरूरत पड़ेगी। मैं उम्मीद करती हूं कि योग के जरिये मैं इनसे भी निपट लूंगी।