पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच आज सम्मान बचाने की जंग, ग्रुप ए में तीसरे पायदान के लिए भिड़ंत
- पाकिस्तान और बांग्लादेश के लिए आज आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का सफर पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। पाकिस्तान की टीम और बांग्लादेश का ये आखिरी लीग मैच होगा, क्योंकि ये सेमीफाइनल से बाहर हैं।
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पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो गई है। हालांकि, इन दोनों के बीच आज इस टूर्नामेंट में लीग मैच खेला जाएगा। इस मैच के नतीजे का कोई असर सेमीफाइनलिस्ट की सेहत पर नहीं पड़ेगा। हालांकि, दोनों टीमों के लिए ये सम्मान की लड़ाई होगी, क्योंकि दोनों टीमें अपने पहले दोनों मैच हार चुकी हैं। ऐसे में टूर्नामेंट का समापन दोनों टीमें जीत के साथ करना चाहेंगी। पाकिस्तान के लिए ये मुकाबला बहुत ज्यादा अहम है, क्योंकि मेजबान पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं जीता है। अगर बांग्लादेश से भी पाकिस्तान हार जाता है तो ये बड़ी शर्मनाक बात होगी।
आज यानी गुरुवार 27 फरवरी को रावलपिंडी में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच ग्रुप ए का ये मुकाबला खेला जाना है। चैंपियंस ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट में गलतियों के लिए बहुत कम गुंजाइश होती है और इसका खामियाजा दोनों टीमें बाहर होकर भुगत चुकी हैं। पाकिस्तान 29 साल बाद किसी वैश्विक प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है, लेकिन टीम निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टूर्नामेंट से बाहर है। ऐसे में आखिरी मैच में पाकिस्तान के पास अपनी इज्जत बचाने के अलावा कोई चारा नहीं होगा।
यह लगातार तीसरी बार है, जब पाकिस्तान की टीम सीमित ओवरों की क्रिकेट के किसी आईसीसी इवेंट में पहले दौर में बाहर हुई है। इससे पहले 2023 में वनडे विश्व कप और 2024 में टी20 विश्व कप के नॉकआउट स्टेज में पाकिस्तान की टीम प्रवेश नहीं कर पाई थी। अन्य टीमें जहां बेखौफ और आक्रामक रवैया अपना रही हैं, वहीं पाकिस्तान की टीम ऐसा लगता है कि अतीत में जी रही है। उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज बेहद रक्षात्मक रवैया अपना रहे हैं। अपने बल्लेबाजों के इस तरह के रवैए के कारण पाकिस्तान की टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ रावलपिंडी में 161 और भारत के खिलाफ दुबई में 147 गेंदें डॉट खेलीं।
बल्लेबाजों के गलत शॉट सिलेक्शन, खराब फील्डिंग और खिलाड़ियों के चोटिल होने से भी पाकिस्तान की परेशानियां बढ़ी। उसके सलामी बल्लेबाज फखर जमां चोट के कारण बाहर हो गए और उनकी जगह टीम में लिए गए इमाम उल हक प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। इससे पहले युवा बल्लेबाज सैम अयूब भी टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
पाकिस्तान की बल्लेबाजी का मुख्य आधार बाबर आजम और कप्तान मोहम्मद रिजवान हैं, लेकिन यह दोनों अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। बाबर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक लगाया था, लेकिन उन्होंने बेहद धीमी बल्लेबाजी की जिसके लिए उनकी कड़ी आलोचना हुई। गेंदबाजी में पाकिस्तान का भरोसा अपने तेज गेंदबाजों पर था लेकिन उसके तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और हारिस रऊफ कमजोर और अप्रभावी दिख रहे हैं।
वहीं, पिछली बार चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली बांग्लादेश की टीम को भी भारत और न्यूजीलैंड से हार के बाद सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होना पड़ा है। पाकिस्तान की तरह बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने भी अभी तक निराशाजनक प्रदर्शन ही किया है। उसके बल्लेबाजों में केवल तौहीद हृदोय, कप्तान नजमुल हसन और जाकर अली ही थोड़ा बहुत प्रभाव छोड़ पाए हैं। गेंदबाजी और फील्डिंग बांग्लादेश की भी औसत दर्जे की रही है।
(भाषा के इनपुट के साथ)