UPSC CSE 2024 Shakti Dubey: यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे से इंटरव्यू में पूछे गए थे कौन-से प्रश्न? यहां पढ़ें
- UPSC Topper Shakti dubey: यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे ने बताया कि यूपीएससी इंटरव्यू में उनसे ज्यादातर ओपिनियन बेस्ड प्रश्न पूछे गए थे। उन्होंने दिनेश दास की अध्यक्षता वाले बोर्ड में यूपीएससी इंटरव्यू दिया था। उन्होंने बताया कि इंटरव्यू का माहौल बहुत ही फ्रैंडली था।

Shakti Dubey UPSC CSE: यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। इस वर्ष उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की शक्ति दुबे ने टॉप किया है। यूपीएससी इंटरव्यू के दौरान ज्यादातर प्रश्न आपके डीएफए (DFA - detailed application form) और ऑप्शनल सब्जेक्ट को ध्यान में रखकर ही पूछे जाते हैं। डीएफए में आपने अपना जो एजुकेशनल बैकग्राउंड बताया होगा, उससे जरूर कोई न कोई सवाल पूछा जाएगा।
एक न्यूज इंटरव्यू के दौरान शक्ति दुबे ने बताया कि यूपीएससी इंटरव्यू में उनसे ज्यादातर ओपिनियन बेस्ड प्रश्न पूछे गए थे। उन्होंने दिनेश दास की अध्यक्षता वाले बोर्ड में यूपीएससी इंटरव्यू दिया था। उन्होंने बताया कि इंटरव्यू का माहौल बहुत ही फ्रैंडली था।
महाकुंभ से प्रश्न-
शक्ति दुबे प्रयागराज की निवासी हैं तो उनसे महाकुंभ, भीड़ प्रबंधन (क्राउड मैनेजमेंट), महाकुंभ के दौरान जो भगदड़ हुई आदि से प्रश्न पूछे गए थे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से प्रश्न-
उस समय दिल्ली में विधानसभा चुनाव भी हो रहे थे तो शक्ति दुबे से शहरी मतदाताओं की उदासीनता, एमपी और एमएलए की शैक्षणिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे।
इंटरनेशनल रिलेशन से प्रश्न-
इसके अलावा यूपीएससी में उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट अंतर्राष्ट्रीय संबंध था इसलिए उनसे भारत चीन संबंध और भारत बांग्लादेश संबंध से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे। उन्होंने कहा कि हॉबी से प्रश्न पूछे गए थे।
शक्ति दुबे ने यूपीएससी मेन्स में राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध को ऑप्शनल विषय चुना था। यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे का ये 5वां अटेम्प्ट था। पिछले अटेम्प्ट में वो 12 नंबर से कट-ऑफ क्लियर करने से रह गई थीं। लेकिन अपने पांचवे प्रयास में उन्होंने कड़ी मेहनत की और टॉपर बन गईं।
शक्ति के पिता पुलिस फोर्स में हैं और उनकी मां गृहिणी हैं। शक्ति ने अपनी यूपीएससी तैयारी के बारे में बात करते हुए कहा कि मेरा फैमिली बैकग्राउंड इससे जुड़ा हुआ नहीं है। इसलिए मेरे लिए थोड़ा मुश्किल रहा। लेकिन मैंने खुद से यूट्यूब पर सर्च किया और टॉपर इंटरव्यू को देखते हुए तैयारी की।
स्कूल के बाद शक्ति कॉलेज के लिए वाराणसी चली गईं और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एडमिशन लिया, जहां वह हॉस्टल में रहीं और कैंपस लाइफ में होने वाली कई तरह की डिबेट और चर्चाओं का हिस्सा बनीं। उन्होंने छात्र वाद-विवाद समिति की प्रमुख बनकर आगे बढ़कर नेतृत्व किया। शक्ति ने कहा कि उस अनुभव ने उन्हें नीति और कानून को समझने में मदद मिली।